Types of transformer in hindi | ट्रांसफार्मर के प्रकार :
ट्रांसफार्मर बहुत प्रकार के आते हैं लेकिन फिर भी मैंं आपको जरूरी ट्रांसफार्मरों के बारे में बता देता हूँ । जिसका उपयोग अलग-अलग उपकरण में अलग-अलग काम के लिए किया जाता है तो चलिए जानते हैं ट्रांसफार्मर के प्रकार कितने होते हैं ।
Types of voltage transformers in hindi : वोल्टेज ट्रांसफार्मर के प्रकार :
वोल्टेज ट्रांसफार्मर तीन प्रकार के होते हैं
- स्टेप-अप ट्रांसफार्मर
- स्टेप-डाउन ट्रांसफार्मर
- आइसोलेशन ट्रांसफार्मर
- ऑटो ट्रांसफार्मर
What is Step Down transformers in hindi | स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर क्या है :
यह ट्रांसफार्मर वोल्टेज को कम करने का काम करता है क्योंकि इसके सेकंडरी या वाइंडिंग के तार की टर्न प्राइमरी वाइंडिंग की तुलना में कम की जाती है । जैसा की आप चित्र में देख सकते हैं की सेकंडरी वाइंडिंग के वायर की टर्न कम की हुई है ।
What is step down transformers in hindi |
उपयोग :
इसका उपयोग ऐसे उपकरणों में किया जाता है जिसमें वोल्टेज की मात्रा कम चाहिए होती है जैसे की चार्जर, चार्जर में इसका उपयोग वोल्टेज कम करने के लिए किया जाता है उसी तरह इसका उपयोग ऐसे उपकरणों में भी किया जाता है जहाँ वोल्टेज की मात्रा कम चाहिए होती है ।
What is Step Up transformers in hindi | स्टेप-अप ट्रांसफार्मर क्या है :
यह ट्रांसफार्मर वोल्टेज को बढ़ाने का काम करता है । वोल्टेज कैसे बढ़ता है वो भी मैं आपको बता देता हूँ । जब सेकंडरी वाइंडिंग की टर्न प्राइमरी वाइंडिंग के टर्न से अधिक कर दी जाती है तब वोल्टेज बढ़ जाता है जैसा की आप चित्र में देख सकते हैं ।
What is step up transformers in hindi |
उपयोग :
इसका उपयोग पॉवर प्लांट और अलग-अलग जगह पर किया जाता है क्योंकि पॉवर प्लांट से हमारे घर तक का फासला हजारों किलोमीटर का होता है जिससे हमारे घर तक पहुंचते-पहुंचते बिजली की वोल्टेज काफी कम हो जाती है । वोल्टेज को पूरा करने के लिए इस ट्रांसफार्मर का इस्तेमाल किया जाता है पहले पॉवर प्लांट में अधिक वोल्टेज बढ़ाने के लिए और घर तक पहुंचने से पहले स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर की मदद से वोल्टेज ac 240 वोल्ट कर दिया जाता है ।
What is Isolation transformers in hindi | Isolation ट्रांसफार्मर क्या है :
इस ट्रांसफार्मर में प्राइमरी वाइंडिंग और सेकंडरी वाइंडिंग की टर्न एक समान होती है । यानि की प्राइमरी वाइंडिंग में जितना वोल्टेज अंदर जायेगा उतना वोल्टेज ही सेकंडरी वाइंडिंग में आएगा । तो यह ट्रांसफार्मर स्पाइक को कम करता है । स्पाइक का मतलब वोल्टेज का अचानक से बढ़ना और घटना । वोल्टेज के घटने और बढ़ने से सिस्टम के खराब होने का खतरा बढ़ जाता है तो यह ट्रांसफार्मर सिस्टम को सुरक्षित रखता है । जैसा कि आप चित्र में देख सकते हैं ।
What is isolation transformers in hindi |
उपयोग :
इसका उपयोग ऐसे उपकरणों में किया जाता है जो अधिक महंगे होते हैं । वैसे तो यह तकरीबन ज्यादातर उपकरणों में इस्तेमाल किये जाते हैं ।
What is Auto transformers in hindi | ऑटो ट्रांसफार्मर क्या है :
What is auto transformers in hindi |
इस ट्रांसफार्मर में वाइंडिंग एक ही होती है जो प्राइमरी और सेकंडरी वाइंडिंग दोनों का काम करती है । यह ट्रांसफार्मर वोल्टेज बढ़ाने और घटाने दोनों का काम आटोमेटिक करता है । सिस्टम या फिर सर्किट को कितना वोल्टेज चाहिए यह अपने आप ही एडजस्ट करके देता है । जैसा कि आप चित्र में देख सकते हैं कि वाइंडिंग एक ही है ।
जानिए ट्रांसफार्मर क्या है और यह कैसे काम करता है
Types of phase transformers in hindi | फेज ट्रांसफार्मर के प्रकार :
यह ट्रांसफार्मर दो प्रकार के होते हैं :
- सिंगल फेज ट्रांसफार्मर
- तीन फेज वाले ट्रांसफार्मर
What is Single Phace transformer in hindi : सिंगल फेज ट्रांसफार्मर क्या है :
इस ट्रांसफार्मर में दो coil की वाइंडिंग होती है एक प्राइमरी और दूसरी सेकंडरी । प्राइमरी वाइंडिंग बिजली अंदर और सेकंडरी वाइंडिंग में बिजली बाहर आती है । इस ट्रांसफार्मर का उपयोग ऐसी जगह में किया जाता है जहाँ वोल्टेज की मात्रा बढ़ानी या घटानी हो ।
उपयोग :
इसका उपयोग ऐसी जगह में किया जाता है जहां बिजली को अलग-अलग और कम सर्किट में पहुंचानी हो और इसका उपयोग भी बिजली घटाने और बढ़ाने के लिए किया जाता है ।
What is Three Phase transformers in hindi : तीन फेज ट्रांसफार्मर क्या है :
इस ट्रांसफार्मर में तीन प्राइमरी वाइंडिंग और तीन सेकंडरी वाइंडिंग होती है । यह ट्रांसफार्मर तीन सिंगल फेज वाले ट्रांसफार्मर जितना काम कर सकता है । इसमें खर्चा कम और कम जगह की जरूरत पड़ती है जबकि सिंगल फेज वाले तीन ट्रांसफार्मर को लगाया जाया तो वह जगह अधिक लेगा और खर्चा भी उसमें ज्यादा आएगा । जैसा की आप चित्र में देख सकते हैं ।
What is three phase transformers in hindi |
उपयोग :
इसका उपयोग ऐसी जगह में किया जाता है जहां बिजली को अलग-अलग और अधिक सर्किट में पहुंचानी हो और इसका उपयोग भी वोल्टेज घटाने और बढ़ाने के लिए किया जाता है जो कि अलग-अलग हिसाब से बनते हैं ।
Types of core transformers in hindi | कोर ट्रांसफार्मर के प्रकार :
- शैल टाइप ट्रांसफार्मर
- बेरी टाइप ट्रांसफार्मर
What is Shell type transformers in hindi | शैल टाइप ट्रांसफार्मर क्या है :
इस ट्रांसफार्मर के बीच में जो कोर की प्लेट लगी होती है उसके ऊपर प्राइमरी और सेकंडरी वाइंडिंग की जाती है । जैसा की आप चित्र में देख सकते हैं । इसका इस्तेमाल कम वोल्टेज में किया जाता है ।
What is shell type transformers in hindi |
उपयोग :
इस ट्रांसफार्मर का उपयोग बड़ी मात्रा में किया जाता है जैसे कि पंखे की स्पीड को घटाने वाला रेगुलेटर में इसका उपयोग किया जाता है और भी कई सर्किट में ।
What is Berry type transformers in hindi | बेरी टाइप ट्रांसफार्मर क्या है :
इसमें वाइंडिंग दो होती है एक प्राइमरी और एक सेकंडरी । बल्कि इसमें मैग्नेटिक फ्लक्स के पाथ दो या इससे अधिक होते हैं । इस ट्रांसफार्मर को तेल में रखा जाता है ।
What is Audio frequency transformers in hindi | ऑडियो फ्रीक्वेंसी ट्रांसफार्मर क्या है :
ऑडियो ट्रांसफार्मर दो प्रकार के होते हैं :
- आउटपुट ट्रांसफार्मर
- ड्राईवर ट्रांसफार्मर
What is Output transformers in hindi | आउटपुट ट्रांसफार्मर क्या है :
इस ट्रांसफार्मर का उपयोग स्पीकर के साथ किया जाता है । जब सर्किट में एम्पियर कम हो या ज्यादा, तो यह ट्रांसफार्मर स्पीकर को पूरा एम्पियर देता है जितना चाहिए होता है यह काम आटोमेटिक नहीं करता । इसका मुख्य काम एम्पियर सेट करके स्पीकर को देना ।
What is Driver transformers in hindi | ड्राईवर ट्रांसफार्मर क्या है :
इस ट्रांसफार्मर का इस्तेमाल एम्पलीफायर में किया जाता है । यह ट्रांसफार्मर वोल्टेज को दो हिस्सों में काटकर उसे जोड़ कर डबल कर देता है यानी कि बढ़ा देता है । इसका मुख्य काम होता है वोल्टेज को बढ़ा कर देना ।
Types of other transformers | किसी और ट्रांसफार्मर के प्रकार :
- पावर ट्रांसफार्मर
- डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर
What is Power transformers in hindi | पॉवर ट्रांसफार्मर क्या है :
What is power transformers in hindi |
इस ट्रांसफार्मर में एक प्राइमरी वाइंडिंग और मल्टीप्ल सेकेंडरी वाइंडिंग होती है । इस ट्रांसफार्मर में वोल्टेज प्राइमरी वाइंडिंग के अंदर जाती है और बाहर मल्टीप्ल वोल्टेज निकलता है बराबर-बराबर हिसों में बंट कर । जैसा की आप चित्र में देख सकते हैं ।
What is Distribution transformers in hindi | डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर क्या होता है :
हमारे घर के आस-पास जो ट्रांसफार्मर लगे होते हैं उन्हें डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर कहते हैं जिसका काम घरों को बिजली देना है और यही स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर होता है मतलब वोल्टेज कम करके देना । यह कम बिजली पर काम करता है 33 kv से नीचे ।