Zener डायोड क्या है | Zener डायोड कैसे काम करता है

जेनर डायोड इलेक्ट्रॉनिक का छोटा सा कॉम्पोनेन्ट है । जेनर डायोड बाकि डायोड के मुकाबले अलग से काम करता है । इसका उपयोग बहुत ज्यादा किया जाता है । तो चलिए जानते हैं की जेनर डायोड क्या है और जेनर डायोड कैसे काम करता है ।

What is Zener diode in hindi | जेनर डायोड क्या है :

जेनर डायोड वोल्टेज को नियंत्रित करता है । इसे वोल्टेज रेगुलेटर भी कहा जाता है । जिसका मुख्य काम वोल्टेज को कंट्रोल करना और ओवर-वोल्टेज से सर्किट को सड़ने से बचाना है ।

What is zener diode in hindi, zener diode kya hai
What is zener diode in hindi

यह फिक्स्ड होता है अगर हमने 3 वोल्ट का डायोड लगाया तो यह डायोड 3 वोल्ट को आगे जाने देगा चाहे तो बाहर से 5 वोल्ट आ रहा हो या फिर 10 या फिर 25 वोल्ट । यही इस जेनर डायोड का मुख्य काम होता है । यह 1.8 वोल्टेज से लेकर 200 वोल्टेज की मात्रा को नियंत्रित कर सकता है यानी कि कंट्रोल कर सकता है ।

Research of zener diode in hindi | जेनर डायोड की खोज किसने की :

जेनर डायोड का अविष्कार महान वैज्ञानिक Clerance Zener ने किया था । सन् 1934 में हुआ था इसका अविष्कार । जिसका इस्तेमाल आजकल कई सारे सर्किटों में किया जाता है ।

Zener diode working in hindi | जेनर डायोड कैसे काम करता है :

तो हम अब जानेंगे कि जेनर डायोड काम कैसे करता है । साधारण डायोड में p और n दो जंक्शन होते हैं । p जंक्शन में होल और n जंक्शन में फ्री इलेक्ट्रान होते हैं । p का सिरा एनोड का और n का सिरा कैथोड का होता है । जबकि जेनर डायोड उल्टी दिशा में काम करता है यानी कि एनोड सिरे से नेगेटिव और कैथोड सिरे से पॉजिटिव टर्मिनल जोड़ा जाता है तभी यह काम करता है जिससे बिजली यानी कि करंट का प्रवाह कैथोड से एनोड की ओर गुजरता है और वोल्टेज को कम किया जा सकता है ।

How zener diode works in hindi, zener diode kaam kaise karta hai
How zener diode works in hindi


जब वोल्टेज की मात्रा जेनर डायोड के वोल्टेज से ज्यादा होती है तब इसके बीच की depletion लेयर बहुत पतली हो जाती है जिससे इसकी वैल्यू जीरो हो जाती है जिससे इलेक्ट्रॉनों का प्रवाह एक जगह से दूसरी जगह में शुरू होने लग जाता है । अगर 5 वोल्टेज का जेनर डायोड को 5 वोल्टेज से नीचे का वोल्टेज देंगे तो जेनर डायोड काम नहीं करता है । काम तभी करता है जेनर डायोड जब 5 वोल्टेज के जेनर डायोड को 5 वोल्ट से अधिक का करंट देते हैं और तभी इसके अंदर की depletion लेयर पतली होती है और करंट बहना शुरू होता है । अगर हम टर्मिनल उल्टा कर दें यानी कि कैथोड को नेगेटिव से और एनोड को पॉजिटिव टर्मिनल से जोड़ेंगे तो भी यह करंट को ब्लॉक नहीं करेगा क्योंकि जेनर डायोड फॉरवर्ड बायस यानि की सीधी दिशा में भी करंट को बहने देता है लेकिन यह वोल्टेज को कम नहीं करेगा । वोल्टेज को कम करने के लिए को सर्किट मर उल्टा लगाना पड़ता है । जैसे की जेनर डायोड के कैथोड टर्मिनल को पॉजिटिव से और एनोड टर्मिनल को बैटरी के नेगेटिव टर्मिनल जोड़ेंगे ।

वैसे तो जेनर डायोड फॉरवर्ड बायस में यानि की सीधी दिशा में भी काम करता है लेकिन यह वोल्टेज को घटा नहीं सकता है । इसीलिए इसे बनाया गया गया है खास तौर पर रिवर्स दिशा में करंट को बहाने के लिए ही ताकि वोल्टेज को कम करके आगे भेजा जा सके । जिसके कारण यह रिवर्स दिशा में भी बिजली के वोल्टेज को कम आगे जाने देता है ।

Diode vs zener diode in hindi | डायोड और जेनर डायोड में अन्तर :

साधारण डायोड में एनोड का सिरा पॉजिटिव और कैथोड का सिरा नेगेटिव से जोड़ा जाता है तभी बिजली का प्रवाह होने लगता है, यानी की पॉजिटिव वोल्टेज ( करंट ) एनोड से अंदर जाता है और कैथोड से बाहर निकलता है । जबकि अगर कनेक्शन उल्टा कर दें यानि की अगर साधारण डायोड के कैथोड टर्मिनल से पॉजिटिव करंट और एनोड टर्मिनल से नेगेटिव करंट प्रवेश करेंगे या कनेक्ट करेंगे तो डायोड करंट को रोक देता है । परन्तु जेनर डायोड में बैटरी का पॉजिटिव और नेगेटिव टर्मिनल कैसे भी कनेक्ट कर दो जेनर डायोड काम करता है लेकिन वोल्टेज तभी कम किया जा सकता है अगर हम उल्टा करके सर्किट में लगा दें । जैसे की जेनर डायोड के एनोड टर्मिनल को बैटरी के नेगेटिव टर्मिनल से और जेनर डायोड के कैथोड टर्मिनल को बैटरी के पॉजिटिव टर्मिनल से कनेक्ट करने से । हालाँकि जेनर डायोड को कहस तौर पर उल्टी दिशा में काम करने के लिए ही बनाया गया है ।

जेनर डायोड के काम करने का उदाहरण :

How zener diode control voltage in hindi, zener diode voltage ko control kaise karta hai
How zener diode control voltage in hindi

जैसे की आप चित्र में देख सकते हैं बैटरी में 9 वोल्ट का पॉवर आ रहा है तो हमें एक led बल्ब को जगाना है जो की 3 वोल्ट पर ही चलता है तो इसके लिए हम 3 वोल्ट का डायोड लगाएंगे जिससे यह डायोड 3 वोल्ट को ही आगे जाने देगा और बाकि का 6 वोल्ट वापिस बैटरी में भेज देता है । यानी की कुल मिलाकर जेनेर डायोड वोल्टेज को कण्ट्रोल यानि की नियंत्रित करता है ।

Symbol of zener diode in hindi | जेनर डायोड का सिंबल :

Symbol of zener diode in hindi, zener diode ka symbol in hindi
Symbol of zener diode in hindi


जेनर डायोड का सिंबल आप चित्र में देख सकते हैं जो कि दूसरे डायोड के सिंबल से अलग होता है । यह सिंबल रिवर्स बेस्ड और फॉरवर्ड बायस दोनों को दर्शाता है क्योंकि तीर के आगे की लाइन उल्टी Z की तरह मुड़ी हुई है को दर्शाता है ।

जेनर डायोड किसका बना होता है :

जेनर डायोड  सिलिकॉन धातु का बना होता है जिसके ऊपर कांच लगाया जाता है । इसके बीच में पतली सी लेयर यानि की जंक्शन होता है जिसे depletion जंक्शन भी कहा जाता है ।

Anode and cathode terminal in zener in hindi | जेनर डायोड में एनोड और कैथोड टर्मिनल :

अब बात आती है कि हम कैसे पहचाने की डायोड का एनोड टर्मिनल और कैथोड टर्मिनल कौन सा है । जैसा की आप ऊपर चित्र में देख सकते हैं डायोड की एक साइड जो ब्लैक रंग की पट्टी है वह टर्मिनल कैथोड टर्मिनल और बाकी का हिस्सा एनोड टर्मिनल को दर्शाता है ।

Use of zener diode in hindi | जेनर डायोड के उपयोग :

जेनर डायोड का इस्तेमाल बहुत से उपकरणों में किया जाता है जैसे कि चार्जर, इन्वर्टर, टीवी, मॉनिटर और ऐसे उपकरण जहाँ वोल्टेज की मात्रा कम चाहिए होती है और जहाँ वोल्टेज ऊपर नीचे होते रहता है । 1.8 से 200 वोल्टेज को यह कंट्रोल कर सकता है ।

उदाहरण :

जैसे कि मान लो हमने एक सर्किट बनाया है जो कि 10 वोल्ट पर काम करता है और हमारे पास 20 वोल्ट का चार्जर है तो इसमे 10 वोल्ट का अगर हम डायोड लगाएंगे तो डायोड 10 वोल्ट ही आगे जाने देगा चाहे तो आप चार्जर 20 वोल्ट लगा लो या फिर 25 और 30 वोल्ट का । यही इसका मुख्य काम होता है वोल्टेज को एक पॉइंट पर नियंत्रित करना ।

Zener diode vs other diode in hindi | जेनर डायोड और दूसरे डायोड में अंतर :

जेनर डायोड रिवर्स बेस्ड पर और दूसरे डायोड फॉरवर्ड बेस्ड पर काम करते हैं । दूसरे डायोड में कैथोड से नेगेटिव और एनोड से पॉजिटिव तार जोड़ी जाती है जबकि जेनर डायोड में उल्टा होता है, कैथोड टर्मिनल से पॉजिटिव और एनोड टर्मिनल से नेगेटिव तार जोड़ी जाती है तभी यह काम करता है ।

जेनर डायोड वोल्टेज कैसे कम करता है :

अब बात आती है जेनर डायोड वॉल्ट्ज को कम कैसे करता है । जब हम 9 वोल्ट की बैटरी लेकर 3 वोल्ट का डायोड लगाएंगे तो यह डायोड 3 वोल्ट को ही आगे जाने देगा 6 वोल्ट को वापिस बैटरी में भेज देता है । यही डायोड का मुख्य काम होता है । लेकिन इसमें विधुत 3 वोल्ट ही खपत होगा 6 वोल्ट नहीं ।

Advantages of zener diode in hindi | जेनर डायोड के फायदे :

  1. वोल्टेज को नियंत्रित करना यानि की कंट्रोल करना इसका काम है ।
  2. यह वोल्टेज रेगुलेटर की तरह काम करता है जिससे वोल्टेज ऊपर नीचे होने से सर्किट खराब होने से बच जाता है ।
  3. यह रिवर्स बायस और फॉरवर्ड बायस दोनों पर काम करता है लेकिन खास तौर पर यह रिवर्स दिशा में करंट को बहने देता है यानि की यह उलटी दिशा में काम करता है ।
  4. जेनर डायोड अगर काम करता है तो सिर्फ सिर्फ DC करंट पर ही

Disadvantages of zener diode in hindi | जेनर डायोड के नुकसान :

  1. 3 वोल्ट का अगर हमने जेनर डायोड लगाया और हमने पीछे से 5 वोल्ट दिया तो यह 2 वोल्ट कम कर देगा यानी कि 3 वोल्ट ही आगे जाने देगा । लेकिन अगर वोल्टेज 3 वोल्ट से कम हो गया तो यह काम नहीं करेगा और वोल्टेज यानी कि पॉवर सीधा ही अंदर चला जायेगा ।
  2. जेनर डायोड अगर काम नहीं करता है तो वह नहीं करता है काम AC करंट पर 

1 thought on “Zener डायोड क्या है | Zener डायोड कैसे काम करता है”

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *