अलग-अलग कैपेसिटर के प्रकार बनाये गए हैं और मार्किट में मिलते हैं जिसको सर्किट में लगाया जाता है अलग-अलग काम करवाने के लिए । कुछ कैपेसिटर dc विधुत पर चलते हैं तो कुछ कैपेसिटर ac विधुत पर चलते हैं । तो चलिए जानते हैं कैपेसिटर कितने प्रकार के होते हैं ।
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Types of capacitor in hindi |
Capacitor types in hindi | Capacitor के प्रकार :
कैपेसिटर मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं लेकिन उसके भी आगे कई प्रकार के होते हैं :
- पोलर कैपेसिटर ( DC कैपेसिटर )
- नॉन पोलर कैपेसिटर ( DC और AC कैपासिटर )
- वेरिएबल कैपेसिटर ( DC और AC कैपासिटर )
What is Polar capacitor in hindi | Polar capacitor क्या है :
कैपेसिटर में पोलर का मतलब कैपेसिटर में पोलेरिटी का होना जैसे कि पॉजिटिव और नेगेटिव । जिस कैपेसिटर का एक टर्मिनल नेगेटिव और दूसरा टर्मिनल पॉजिटिव होता है उसे पोलर कैपेसिटर कहते हैं । पोलर कैपेसिटर को dc कैपेसिटर भी कहा जाता है क्योंकि ये डायरेक्ट करंट पर चलते हैं इसीलिए ।
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What is polar capacitor in hindi |
पॉजिटिव टर्मिनल जो कि एनोड से और नेगेटिव टर्मिनल कैथोड से जुड़ा होता है । पोलर कैपेसिटर केवल dc विधुत धारा पर ही चलते हैं ac विधुत धारा पर यह कैपेसिटर काम नहीं करते ।
Polar capacitor working in hindi | Polar कैपेसिटर कैसे काम करता है :
पोलर कैपेसिटर केवल dc विधुत धारा पर चलने वाले कैपेसिटर होते हैं । पोलर कैपेसिटर में दो टर्मिनल होते हैं । यह कैपेसिटर तभी काम करता है जब हम बैटरी का पॉजिटिव टर्मिनल कैपेसिटर के पॉजिटिव टर्मिनल से और बैटरी का नेगेटिव टर्मिनल कैपेसिटर के नेगेटिव टर्मिनल से कनेक्ट करते हैं ।
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Polar capacitor working diagram in hindi |
सबसे पहले बैटरी में से पॉजिटिव टर्मिनल में से इलेक्ट्रॉन्स बाहर निकलते हैं जो सीधा ही कैपेसिटर के पॉजिटिव यानी कि एनोड की प्लेट में जमा हो जाते हैं । जिसके बाद उस प्लेट में से मैग्नेटिक फील्ड उतपन्न हो जाता है । इस मैग्नेटिक फील्ड की वजह से जब दूसरी प्लेट इस मैग्नेटिक फील्ड के अंतर्गत आ जाती है तो इससे इलेक्ट्रॉनों का प्रवाह एनोड से कैथोड की और बहने लगता है जिससे कैथोड में भी नेगेटिव इलेक्ट्रॉन्स जमा हो जाते हैं जिससे कैपेसिटर चार्ज हो जाता है और काम करने लगता है ।
Polar कैपेसिटर के काम करने का उदाहरण :
अगर हम पोलर कैपेसिटर को सीरीज में लगाते हैं तो पहले बैटरी में से विधुत धारा सीधा कैपेसिटर में जाते हुए बल्ब में जाएगी जिससे बल्ब जगन शुरू हो जाता है । लेकिन जब कैपेसिटर चार्ज हो जाता है तब कैपेसिटर तुरन्त विधुत धारा को ब्लॉक कर देता है । बल्ब एक सेकंड से अधिक समय भी नहीं जगता क्योंकि जो dc कैपेसिटर होते हैं वह dc विधुत धारा को ब्लॉक कर देते हैं जब हम उसे सीरीज में लगाते हैं । यह काम मिनी सेकंडों में ही हो जाता है । |
Working example of polar capacitor in hindi |
अगर हम पोलर कैपेसिटर को पैरेलल में लगाते हैं तो सबसे पहले कैपेसिटर चार्ज होगा वो भी कुछ ही मिनी सेकंडों में फिर बल्ब को विधुत देने लगेगा । जिससे बल्ब लगातार जगने लगेगा । इसका मतलब पोलर कैपेसिटर को पैरेलल में लगाने से विधुत धारा को ब्लॉक नहीं करते हैं ।
कैपेसिटर में नेगेटिव और पॉजिटिव टर्मिनल कैसे पहचाने :
अगर आपके पास कैपेसिटर है तो आप उसे पहचान सकते हैं कैपेसिटर का एक टर्मिनल लम्बा और दूसरा टर्मिनल छोटा होता है । लम्बा टर्मिनल पॉजिटिव को और छोटा टर्मिनल नेगेटिव को दर्शाता है ।
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Positive and negative terminal in polar capacitor in hindi |
दूसरा तरीका आप इसके लेबल से भी पता कर सकते हैं । जैसे कि आप चित्र में देख सकते हैं हमने कुछ एरिया मार्क किया हुआ है उसमें नेगेटिव सिंबल दिखाई दे रहा है वही टर्मिनल नेगेटिव टर्मिनल को और बाकी का एरिया पॉजिटिव टर्मिनल को दर्शाता है ।
What is Non polar capacitor in hindi | Non Polar कैपेसिटर क्या है :
नॉन पोलर का मतलब होता है कोई पोलेरिटी का ना होना । जिस कैपेसिटर में पॉजिटिव और नेगेटिव टर्मिनल का कोई लेना-देना नहीं होता उसे नॉन पोलर कैपेसिटर कहा जाता है और यह कैपेसिटर dc और ac दोनों प्रकार के विधुत धारा पर काम कर सकते हैं । वैसे तो ये कैपेसिटर DC कैपेसिटर नहीं कहलाते हैं क्योंकि dc कैपेसिटर तो सिर्फ डायरेक्ट करंट पर ही काम करते हैं इसीलिए । |
What is non polar capacitor in hindi |
इस कैपेसिटर को आप अपनी मर्ज़ी से सर्किट में उल्टा या सीधा लगा सकते हैं क्योंकि यह कैपेसिटर दोनों तरफ से काम करते हैं चाहे आप इसे पॉजिटिव, नेगेटिव टर्मिनल से कनेक्ट करो या फिर नेगेटिव, पॉजिटिव से, यह दोनों तरफ से काम करते हैं । जबकि पोलर कैपेसिटर को सर्किट में लगाने से पहले देखा जाता है कि पॉजिटिव और नेगेटिव टर्मिनल कौन सा है ।
What is Non polar capacitor in hindi | Non polar कैपेसिटर कैसे काम करता है :
इस कैपेसिटर में से विधुत धारा प्रवाहित करने से एक तरफ प्लेट में पॉजिटिव इलेक्ट्रॉन्स और दूसरी तरफ़ प्लेट में नेगेटिव इलेक्ट्रॉन्स जमा हो जाते हैं ।
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Non polar capacitor working diagram in hindi |
उसके बाद ac विधुत धारा का साईकल चेंज हो जाता है जिससे जिस प्लेट पर पहले पॉजिटिव इलेक्ट्रॉन्स जमा थे वहां नेगेटिव इलेक्ट्रॉन्स जमा होने लगेंगे और पहले जिस प्लेट में नेगेटिव इलेक्ट्रॉन्स जमा थे वहां पॉजिटिव इलेक्ट्रॉन्स जमा होने लगेंगे । यह 50 से 60 बार चेंज होता है क्योंकि ac विधुत धारा 50 से 60 बार अपनी दिशा चेंज करती है । इसीलिए 50 से 60 बार इलेक्ट्रॉन्स के जमा होने की दिशा भी बदलती रहती है ।
नॉन पोलर कैपेसिटर के काम करने का उदाहरण :
पोलर कैपेसिटर की तुलना में यह कैपेसिटर उल्टा काम करता है । सीरीज में अगर हम इस कैपेसिटर को लगते हैं तो यह बाहर से आ रही विधुत धारा कैपेसिटर में जाता है जिससे कैपेसिटर चार्ज होने के बाद मोटर को विधुत देना शुरू कर देता है ।
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Working example of non polar capacitor in hindi |
पैरेलल में अगर हम इस कैपेसिटर को जोड़ें तो बाहर से आ रही विधुत धारा कैपेसिटर में जाता है जिससे कैपेसिटर चार्ज हो जाने के बाद विधुत धारा को ब्लॉक कर देता है, जिससे मोटर को विधुत नहीं पहुंचता ।
Polar vs non polar capacitor in hindi | पोलर और नॉन पोलर कैपेसिटर में अंतर :
पोलर कैपेसिटरको सीरीज में लगाने से यह कैपेसिटर विधुत धारा को ब्लॉक कर देता है जबकि नॉन पोलर कैपेसिटर को पैरेलल में लगाने से यह कैपेसिटर विधुत धारा को ब्लॉक कर देता है । पोलर कैपेसिटर में दो टर्मिनल होते हैं एक होता है पॉजिटिव टर्मिनल और दूसरा होता है नेगेटिव टर्मिनल । जबकि नॉन पोलर कैपेसिटर में दोनों टर्मिनल में पॉजिटिव और नेगेटिव टर्मिनल का कोई अंतर नहीं होता यानी इसे कैसे भी लगा सकते हैं ।
What is Variable capacitor in hindi | वेरिएबल कैपेसिटर क्या है :
वेरिएबल कैपेसिटर वो कैपेसिटर होते हैं जिसकी वैल्यू को हम शाफ़्ट की मदद से घुमा कर वेरी कर सकते हैं यानी कि चेंज कर सकते हैं । उसको वेरिएबल कैपेसिटर कहा जाता है । इसका उपयोग कई उपकरणों में किया जाता है जैसे कि टीवी में इंडक्शन कुकर में और भी कई उपकरणों में इसका इस्तेमाल किया जाता है ।
Other types of capacitor in hindi | दूसरे कैपेसिटर के प्रकार :
- Electrolytic capacitor
- Tantalum capacitor
- Film capacitor
- Polypropylene capacitor
- Ceramic capacitor
Electrolytic capacitor क्या है :
यह कैपेसिटर पोलर कैपेसिटर के अंदर ही आते हैं इसमें भी एक पॉजिटिव टर्मिनल और दूसरा नेगेटिव टर्मिनल होता है । काम भी पोलर कैपेसिटर जैसा ही होता और इसका चित्र आपको ऊपर पोलर कैपेसिटर में देख सकते हैं । इस एलेक्ट्रोलयटिक कैपेसिटर का उपयोग कपलिंग और डिकपलिंग करने के लिए किया जाता है यानी कि विधुत धारा में आ रहे ac विधुत कचरे को अंदर जाने से रोकना या dc वोल्टेज को ब्लॉक करने के लिए किया जाता है । लेकिन इसमें प्रॉब्लम यह है कि इसकी वोल्टेज रेटिंग कम है । इसके भी आगे कई प्रकार हैं जैसे कि एल्युमीनियम कैपेसिटर, टैंटलम कैपेसिटर और निओबियम कैपेसिटर ।
Tantalum capacitor क्या है :
इस कैपेसिटर में कैपेसिटी की वैल्यू अधिक होती है यानी कि विधुत को जमा करने की क्षमता अधिक होती है । ये एलेक्ट्रोलयटिक कैपेसिटर जैसे ही होते हैं
लेकिन ये कैपेसिटर थोड़े से महँगे होते हैं । इसका उपयोग ऐसे उपकरणों में किया जाता है जहां जगह कम होती है और परफॉरमेंस अधिक चाहिए होती है ।
Film capacitor क्या है :
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Film capacitor kya hai |
फ़िल्म कैपेसिटर ac विधुत धारा पर चलने वाला कैपेसिटर है । इसका आकार गोल रिकटेंगुलर और चौरस जैसा होता है । इसके भी बहुत प्रकार हैं ।
Polypropylene capacitor क्या है :
ये कैपेसिटर ac विधुत धारा पर चलते हैं और 3000 तक के वोल्टेज पर यह काम कर सकते हैं । ऊपर नॉन पोलर कैपेसिटर के टॉपिक में आप इसका चित्र देख सकते हैं । जिस सर्किट में वोल्टेज की मात्रा 3000 तक कि होती है वहाँ इसका इस्तेमाल किया जाता है । इसकी रेंज 100 पिको फैरड से लेकर 10 माइक्रो फैरड तक कि होती है । चार्जिंग होने वाली टार्च में ये कैपेसिटर देखने को मिल जाते हैं ।