Resistor के प्रकार दो होते हैं और दोनों का काम अलग-अलग होता है । उसके अंदर भी रेसिस्टर कई प्रकार के होते हैं । तो चलिए अब हम जानते हैं की Resistor ke prakar यानी कि Resistor कितने प्रकार के होते हैं ।
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Types of resistor in hindi |
Types of resistor in hindi | रेसिस्टर के प्रकार :
रेसिस्टर के प्रकार दो होते हैं फिक्स्ड रेसिस्टर और वेरिएबल रेसिस्टर । जिसको आगे भी कई श्रेणियों में बांटा गया है जो कि हेठ लिखे अनुसार है :
Fixed रेसिस्टर
1 . Carbon composition रेसिस्टर
2 . Wire wound रेसिस्टर
3 . Thin फिल्म रेसिस्टर
- Carbon फिल्म रेसिस्टर
- Metal फिल्म रेसिस्टर
4 . Thik फिल्म रेसिस्टर
- Metal oxide रेसिस्टर
- Cermet oxide रेसिस्टर
- Fusible रेसिस्टर
Variable resistor
1 . Potentiometer रेसिस्टर
2 . Rheostats रेसिस्टर
3 . Trimmer रेसिस्टर
Fixed रेसिस्टर क्या है :
फिक्स्ड रेसिस्टर वह रेसिस्टर होता है जिसकी वैल्यू फिक्स्ड होती है यानि की उसकी रेजिस्टेंस वैल्यू को हम चेंज नहीं कर सकते और जिसकी एम्पियर (amps) की मात्रा फिक्सड होती है । तापमान के कारण इसकी वैल्यू पर असर पड़ जाता है । जैसे कि अगर रेसिस्टर ठंडा होगा तब इसमें से करंट फ्लो होने की स्पीड कम हो जाएगी और जैसे-जैसे काम करने से यह गर्म होता जाएगा वैसे-वैसे इसमें से करंट फ्लो होने की स्पीड बढ़ती जाएगी । क्योंकि रेसिस्टर का गर्म होने से रेजिस्टेंस की मात्रा कम हो जाती है । तो कुल मिलाकर मेटल की चाहे कोई भी चीज़ हो उसमें से करंट फ्लो तभी तेज़ी से होगा जब मेटल गर्म होगा ।
फिक्स्ड रेसिस्टर अलग-अलग तरह के आते हैं आगे हम आपको उसी के बारे में बताएंगे कि फिक्स्ड रेसिस्टर कितने प्रकार के होते हैं ।
1 . Carbon composition resistor
2 . Wire wound resistor
3 . Thin film resistor
4 . Thik film resistor
1 . Carbon composition रेसिस्टर क्या है :
कार्बन रेसिस्टर जो कि स्टेबल कम ही होते हैं । यानी कि तापमान के कारण इसकी वैल्यू में चेंज हो जाती है । जैसे कि अधिक तापमान यानी कि रेसिस्टर गर्म होने से इसकी वैल्यू थोड़ी सी चेंज हो जाती है । यह रेसिस्टर सस्ते और बहुत छोटे होते हैं, जिससे किसी भी सर्किट में लगाने से यह जगह बहुत ही कम लेते हैं । |
What is carbon composition resistor in hindi |
- Carbon composition रेसिस्टर किसका बना होता है :
कार्बन रेसिस्टर को बनाने के लिए कार्बन और ग्रेफाइट पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है । जैसा कि आप ऊपर चित्र में देख सकते हैं । जब कि कई रेसिस्टर के अंदर कॉपर की वाइंडिंग की जाती है । कार्बन और ग्रेफाइट दोनों को मिलाकर छोटी सी छड़ी जैसा आकार दिया जाता है । दोनों सिरों को तार की लीड की टोपी से जोड़ दिया जाता है । इसके बाद इसकी वैल्यू जिसे रेजिस्टेंस कहा जाता है, उसको रेसिस्टर के ऊपर कलर कोड की मदद से दर्शाया जाता है ।
2 . Wire wound रेसिस्टर क्या है :
वायर वाउंड रेसिस्टर या प्रतिरोधक थोड़े से महँगे होते हैं । इसकी रेंज 2 वॉट से लेकर 100 वॉट या इससे अधिक भी हो सकती है । यह रेसिस्टर 1k ohms से लेकर 200k ohms या इससे अधिक तक के आते हैं । यह तकरीबन 350 डिग्री के तापमान पर ही सही से काम करते हैं । |
What is wire wound resistor in hindi |
इसका इस्तेमाल dc करंट उपकरणों में जैसे कि ऑडियो फ्रीक्वेंसी में भी किया जाता है । वायर वाउंड रेसिस्टर कार्बन कम्पोजीशन रेसिस्टर से बढ़िया काम करते है । वायर वाउंड रेसिस्टर अधिक महँगे होने से इसका उपयोग हाई फ्रीक्वेंसी में कम ही किया जाता है ।
- Wire wound रेसिस्टर किसका बना होता है :
जैसा कि आप ऊपर चित्र में देख सकते हैं । इस रेसिस्टर के अंदर रॉड होती है जिसके ऊपर वायर यानी कि तार को इस रोड के ऊपर लपेटा जाता है । तार ज्यादातर टंगस्टन (tungsten), मेंगगेनीन (manganin), निकरोम, निकल या निकल क्रोमियम अल्लोए (nickel chromium alloy) आदि की बनी होती है । इसके अंदर जो रॉड होती है वह प्रेस बांड पेपर, चीनी मिट्टी और सिरेमिक मिट्टी जैसे स्पेशल चीज़ से बनाई जाती है ।
- Wire wound रेसिस्टर का उपयोग :
इसका ज्यादतर उपयोग ज्यादातर वीटस्टोन ब्रिज (wheatstone bridge) में किया जाता है ।
3 . Thin फ़िल्म रेसिस्टर क्या है :
थिन यानि की पतला और इसका कारण है रेसिस्टर के ऊपर कार्बन का पतला सा लेप किया जाना करंट को बहाने के लिए । कार्बन की परत काफी पतली होती है वोल्टेज और amps के हिसाबे से लेकिन इसके भी ऊपर कोटिंग अवश्य की जाती है ताकि कार्बन की लेप को ढका जा सके । इसी लेप के ऊपर ही कलर कोड की मदद से रेसिस्टर की ohm वैल्यू दर्शायी जाती है ।
इसको भी आगे दो श्रेणियों में बांटा गया है जो कि इस प्रकार है :
- कार्बन फ़िल्म रेसिस्टर
- मेटल फ़िल्म रेसिस्टर
- Carbon फ़िल्म रेसिस्टर क्या है :
इस रसिस्टर के अंदर इसुलेटिंग रॉड रॉड होती है जो कि हाई ग्रेड चीनी मिट्टी से बनी होती है । बस इसी के ऊपर रेसिस्टिव कार्बन का पतला लेप किया जाता है । |
Carbon film resistor in hindi |
इस लेप में से ही बिजली प्रवाहित होती है । लेप का पतला और मोटा होने से ही उस रेसिस्टर का रेजिस्टेंस वैल्यू में अंतर होता है । जैसे कि आप चित्र में कार्बन रेसिस्टर का डायग्राम देख सकते हैं ।
- Metal फ़िल्म रसिस्टर क्या है :
इस रेसिस्टर के अंदर इसुलेटिंग रॉड के ऊपर मेटल का उपयोग किया जाता है । मेटल जैसे कि निकल क्रोमियम इत्यादि । इसी मेटल के जरिये ही बिजली प्रवाहित होती है । इसकी खासियत यही है कि तापमान कम या अधिक होने पर भी सही तरीके से काम कर सकते हैं इसमें अधिक या कम तापमान होने से इसकी रेजिस्टेंस वैल्यू पर ज्यादा असर नहीं पड़ता ।
4 . Thik फ़िल्म रेसिस्टर क्या है :
थिक यानी कि मोटा । जैसे थिन फ़िल्म रेसिस्टर में कार्बन की पतली से लेयर को रॉड के ऊपर लेप किया जाता है वैसे-वैसे ही इस थिक फ़िल्म रेसिस्टर के अंदर इसुलेटिंग रॉड के ऊपर कार्बन की मोटी लेयर का लेप किया जाता है । इसके आलावा मेटल की मोटी सी लेयर का भी इसी रेसिस्टर के अंदर इस्तेमाल में किया जाता हैयानी कि कार्बन और मेटल का इस्तेमाल अधिक होता है । जबकि थिन फ़िल्म रेसिस्टर में कम ।
इसको भी आगे तीन श्रेणियों में बांटा गया है :
- मेटल ऑक्साइड रेसिस्टर
- सरमेट फिल्म रेसिस्टर
- फुसीबल रेसिस्टर ।
- Metal ऑक्साइड रेसिस्टर क्या है :
मेटल ऑक्साइड रेसिस्टर में टिन क्लोराइड की पतली सी लेयर को गर्म कांच के ऊपर लगाया जाता है । जिससे मेटल ऑक्साइड रेसिस्टर तैयार होता है । |
Metal oxide resistor in hindi |
यह अधिक तापमान में ही अच्छी तरीके से काम करते हैं और इसका ज्यादातर उपयोग अधिक वोल्टेज वाले उपकरणों में किया जाता है ।
- Cermet ऑक्साइड रेसिस्टर क्या है :
यह रेसिस्टर सिरेमिक सामग्री से बने होते हैं । इसके अंदर मेटल और सिरेमिक को मिक्स करके ही रॉड का आकार दिया जाता है । इसके बाद इसी रॉड को कार्बन जैसे मिश्रण पदार्थ से ढका जाता है । सिरेमिक सामग्री से बने रेसिस्टर को ही सरमेट फिल्म रेसिस्टर का नाम दिया गया । यह अधिक तापमान पर भी अच्छी तरीके से काम कर सकते हैं ।
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Cermet oxide resistor in hindi |
जैसा की आप चित्र में देख सकते हैं इसका आकार बाकी रजिस्टरों से अलग होता है और इसके नीचे अधिक मात्रा में पिन लगी होती हैं । जबकि कुछ सर्मेट फिल्म रेसिस्टर ऐसे भी होते हैं जिसमें टर्मिनल 2 या इससे अधिक भी दिए जाते हैं ।
- Fusible रसिस्टर क्या है :
फुसीबल रेसिस्टर वायर वाउंड रेसिस्टर की तरह ही होते हैं और यह दो काम करते हैं । पहला जब सर्किट में वोल्टेज की मात्रा अधिक आ जाती है तब यह सर्किट को ब्रेक और ओपन कर देते हैं यानी कि बन्द और चालू करना । दूसरा काम यह फ्यूज की तरह करते हैं । जिससे सर्किट को प्रोटेक्शन मिलती है ।
Use of fixed resistor in hindi | फिक्स्ड रेसिस्टर का उपयोग :
इसका उपयोग ज्यादातर उस उपकरणों में किया जाता है जहाँ वैल्यू को चेंज करने की जरूरत ना पड़े । यानि की हमें amps यानि की करंट की मात्रा फिक्स्ड ही चाहिए होती है । वहाँ इसका उपयोग किया जाता है ।
Fixed रेसिस्टर के फायदे :
- यह एक समान मात्रा में ही करंट को आगे जाने देता है ।
Fixed रेसिस्टर के नुकसान :
- इसकी वैल्यू को हम बदल नहीं सकते ।
- कई बार सर्किट में अधिक या कम करंट की जरूरत पड़ती है वहाँ यह रेसिस्टर काम नहीं आता । क्योंकि यह फिक्स्ड होता है ।
- तापमान के कम या ज्यादा होने से इसकी रेसिस्टेन्स वैल्यू में चेंजिंग होने लगती है ।
What is Variable resistor in hindi | वेरिएबल रेसिस्टर क्या है :
वह रेसिस्टर जिसकी वैल्यू हम अपने हिसाब से बदल सकते हैं । कई बार सर्किट में करंट की मात्रा अधिक चाहिए होती है तो कई बार करंट की मात्रा कम चाहिए होती है । तो उस समय इस वेरिएबल रेसिस्टर का इस्तेमाल किया जाता है । जिससे हम करंट की मात्रा को कम या अधिक कर सकते हैं सर्किट के हिसाब से । इसके आलावा वोल्टेज को कण्ट्रोल करने का काम भी वेरिएबल रेसिस्टर ही करता है ।
इसको भी आगे तीन श्रेणियों में बांटा गया है :
- Potentiometer resistor
- Rheostates resistor
- Trimmer resistor
1 . Potentiometer रसिस्टर क्या है :
इसमें आपको तीन टर्मिनल मिलते हैं बीच के टर्मिनल को उपयोग रेजिस्टेंस कम या बढ़ाने और वॉल्यूम कम या बढ़ाने के लिए कर सकते हैं जब आप इसके ऊपर लगे शाफ़्ट को दाएं और बाएं घूमाते हैं । इसका इस्तेमाल वोल्टेज की मात्रा को बढ़ाने और घटाने के लिए भी किया जाता है । पुराने टीवी और रेडियो जैसे उपकरणों में भी इसका बहुत इस्तेमाल किया जाता है । अब भी इसका इस्तेमाल काफी मात्रा में किया जाता है जहां रेजिस्टेंस की मात्रा और वोल्टेज की मात्रा बढ़ानी या घटानी हो ।
- Potentiometer रेसिस्टर का सिंबल :
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Potentiometer resistor symbol in hindi |
पोटेंशोमीटर रेसिस्टर जो कि वेरिएबल रेसिस्टर के अंदर ही आता है उसका सिंबल आप चित्र में देख सकते हैं । यह सिंबल वेरिएबल पोटेंशोमीटर रेसिस्टर को दर्शाता है ।
2 . Rheostates रेसिस्टर क्या है :
इसका प्रयोग तो करंट को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है । रहेओस्टेट रेसिस्टर थोड़ा सा बड़ा होता है । इसमें टर्मिनल दो या तीन हो सकते हैं और इसकी रेजिस्टेंस वैल्यू चेंज करने के लिए हाथ से सेट करना पड़ता है । इसकी पॉवर रेटिंग 3 से 200 वॉट तक कि होती है और यह 1 से 150 ohms तक के मिलते हैं । ज्यादातर तकरीबन 3 वॉट से लेकर 50 वॉट तक कि रेंज वाले रहिओस्टेट्स रेसिस्टर का इस्तेमाल किया जाता है ।
- Rheostats रेसिस्टर का सिंबल :
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Rheostats resistor symbol in hindi |
रहिओस्टेट्स रेसिस्टर भी वेरिएबल रेसिस्टर का ही हिस्सा है इसकी मदद से भी हम रेजिस्टेंस वैल्यू चेंज कर सकते हैं और इसका सिंबल आप चित्र में देख सकते हैं ।
3 . Trimmer रेसिस्टर क्या है :
ट्रिमर रेसिस्टर जैसे कि आपको चित्र में दिखाई दे रहा होगा इसमें तीन टर्मिनल होते हैं और इसके ऊपर तरफ छोटा सा खोल होता है जिससे हम पेचकस की मदद से इस रेसिस्टर की रेजिस्टेंस वैल्यू को बदल सकते हैं । यही इसकी सबसे बड़ी खासियत है और |
What is trimmer resistor in hindi |
इसका उपयोग भी ज्यादातर उपकरणों में किया जाता है । इसकी रेंज 50 ohms से लेकर 5 मेगा ohms तक की होती है । इसमें कार्बन कम्पोजीशन, कार्बन फ़िल्म, सरमेट और वायर वाउंडिंग जैसे पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है ।
Variable रेसिस्टर का उपयोग :
- इसका उपयोग इंडक्शन कुकर, टेलीविज़न और भी कई उपकरणों में किया जाता है ।
- वोल्टेज की मात्रा को बढ़ाने और घटाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है ।
- रेजिस्टेंस की वैल्यू को कम या ज्यादा करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है ।
Variable रेसिस्टर के फायदे :
- इसका उपयोग हम हर जगह कर सकते हैं अगर हमें फिक्स्ड रेसिस्टर ना मिले तो ।
- इसकी रेजिस्टेंस वैल्यू को हम बदल भी सकते हैं ।
- वोल्टेज को कम या अधिक किया जा सकता है ।
Variable रेसिस्टर के नुकसान :
- कुछ वेरिएबल रेसिस्टर ऐसे होते हैं जिसकी कीमत अधिक होती है । जबकि फिक्स्ड रेसिस्टर काफी सस्ते हमें मिल सकते हैं ।