रेसिस्टर जो कि इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेन्ट है । जिसका इस्तेमाल हर सर्किट या उपकरणों में किया जाता है । जैसे कि चार्जर, टीवी, रेडियो, इन्वर्टर इत्यादि और भी कई उपकरणों में । तो चलिए अब हम जानते हैं कि Resistor क्या होता है , Resistor कैसे काम करता है । Resistor क्या काम करता है :
रेसिस्टर का इस्तेमाल करंट (amps) रोकने के लिए किया जाता है । कुछ-कुछ सर्किट में बाहर से करंट अधिक आता है लेकिन करंट की मात्रा हमें कम चाहिए होती है तो उस समय हमें रेसिस्टर की जरूरत पड़ती है जो कि करंट को कम करके देता है यानी कि बहाव को कम करता है । जिसे एम्पियर (amps) कहा जाता है ।
Resistance क्या है :
रेजिस्टेंस यानी कि रुकावट या फिर कम करना इत्यादि । जितना अधिक रेजिस्टेंस उतना ही अधिक रुकावट होगा । जैसे कि एक तार में 2.4 ohm रेजिस्टेंस है और दूसरी लम्बी तार में 4 ohm रेजिस्टेंस है तो इसका मतलब 4 ohm की तार में रेजिस्टेंस अधिक है यानी की यह तार करंट को 2.4 ohm तार की तुलना में कम ही आगे जाने देती है । जितना अधिक रेजिस्टेंस होगा उतना ही कम करंट का बहाव होगा । जैसा कि आप चित्र में देख सकते हैं ।
Resistor working in hindi | Resistor कैसे काम करता है :
यह बहुत ही साधारण बात है कि resistor कैसे काम करता है । इसके एक सिरे से करंट देने से दूसरी तरफ करंट कम होकर आता है करंट कम करने का काम अंदर तांबे की बनी तार ही करती है जो कि एक रॉड के ऊपर इर्द-गिर्द लपेटी जाती है । तांबे की तार की टर्न उस रॉड के ऊपर जितनी अधिक होगी उतना ही कम करंट आगे जाएगा यानी कि करंट का बहाव कम होगा । अधिक मात्रा में करंट के बहाव को कम करने के लिए ताम्बे की तार की बजे कार्बन पाउडर का भी उपयोग किया जाता है जिसे रेसिस्टर के दोनों टर्मिनल से टच किया जाता है ।
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How resistor works in hindi |
Resistor के काम करने का उदाहरण :
जैसा कि आप ऊपर चित्र में देख सकते हैं हमने एक तरफ तार को किसी चीज़ को ऊपर लपेटा हुआ है जिसकी टर्न हमने कम की हुई है और दूसरी तरफ हमने तांबे की तार की टर्न अधिक की हुई है । पहले चित्र में 2.0 amps करंट जैसे ही हम फ्लो करेंगे तो उसमें से करंट 1.8 बाहर निकलेगा यानी कि कम होकर निकलेगा । तो दूसरी तरफ आप देख सकते हैं कि करंट फ्लो करने से बाहर निकला हुआ करंट की मात्रा 2.0 amps से घटकर 1.4 amps हो गयी है । ऐसा ही रेसिस्टर काम करता है ।
Resistor symbol in hindi | Resistor का सिंबल :
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Resistor symbol in hindi |
रेसिस्टर का सिंबल आप चित्र में देख सकते हैं । चित्र में बीच में जो लाइनें आपको दिखाई दे रही है वह लाइनें ही मुख्य रूप से रेसिस्टर को दर्शाती है । अगर आपको कहीं ऐसा सिंबल देखने को मिले आप समझ जाएंगे की वह रेसिस्टर ही है ।
Formula of resistor in hindi | Resistor का फॉर्मूला :
रेसिस्टर ohm के सिद्धांत पर काम करता है । किसी उपरकरण में अगर हम रेसिस्टर लगाएंगे तो बाहर करंट कितनी मात्रा में निकलेगा यानी कि उसकी वैल्यू क्या होगी, उसका पता हम नीचे दिए हुए फॉर्मूला से पता कर सकते हैं ।
I = V/R
R का मतलब रेसिस्टेंस
V का मतलब वोल्टेज
I का मतलब करंट ( amps )
I = 12/200
I = 0.06 amps
हमने 12 वॉल्ट सर्किट में दिया है और उसके अंदर हमने 200 ohms का रेसिस्टर लगाया है । तो इसके बाद उस रेसिस्टर में से 0.06 amps करंट बाहर निकलेगा । जैसा कि आप चित्र में देख सकते हैं की यह किस तरह से काम करता है ।
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Resistor working diagram in hindi |
अगर हम 12 वॉल्ट के सर्किट के अंदर 400 ओह्मस का रेसिस्टर लगाएंगे तो उसमें से 0.03 amps बाहर निकलेगा । ऐसे ही पता लगाया जाता है कि सर्किट के अंदर कितनी मात्रा में करंट फ्लो हो रहा है ।
Resistance कैसे चेक करें :
किसी चीज़ में कितना रेजिस्टेंस है उसका पता हम मल्टीमीटर की मदद से पता कर सकते हैं । तार का रेजिस्टेंस वैल्यू पता करने के लिए हम मल्टीमीटर के पॉइंटर को रेसिस्टर के कॉलम पर लेकर जाएंगे । |
Resistance kaise check kren |
मल्टीमीटर की लाल और काले रंग की तार को तांबे की तार से कनेक्ट करेंगे । जैसा कि चित्र में आप देख सकते हैं कि तार की रेसिस्टेंस वैल्यू 4.2 है । अगर हम छोटी तार को लेंगे तो उसकी वैल्यू हमें कम देखने को मिलेगी ।
Resistor की वैल्यू कैसे पता करें :
रेसिस्टर के अंदर तांबे की तार को जितना ज्यादा लपेटा जाएगा उतना ही अधिक उसका रेसिस्टेन्स वैल्यू होगा और रेसिस्टेन्स वैल्यू को दर्शाने के लिए रेसिस्टर के ऊपर अलग-अलग रंग की लाइनें फेरी जाती है उसको कलर कोड कहते हैं जिससे हम पता कर सकते हैं कि इस रेसिस्टर की वैल्यू क्या होगी । रेसिस्टेन्स की वैल्यू को ohm से मापा जाता है । यानी कि अगर वैल्यू आती है 2.2 तो इसका मतलब रेसिस्टेन्स वैल्यू 2.2 ohms है । कलर कोड की मदद से रेसिस्टर की वैल्यू कैसे पता करें इसका भी आर्टिकल हमने बनाया हुआ है । अगर पट्टियों का रंग उड़ गया है तो उसका पता हम मल्टीमीटर की मदद से भी कर सकते हैं । इसका चित्र आप ऊपर देख सकते हैं ।
मल्टीमीटर से Resistor की वैल्यू कैसे पता करें :
सबसे पहले मल्टीमीटर के पॉइंटर को रेजिस्टेंस के कॉलम पर सेलेक्ट करें । मल्टीमीटर की लाल और काले रंग की तार को रेसिस्टर से कनेक्ट करें । इसमें पॉजिटिव नेगेटिव का कोई अंतर नहीं होता है । |
how to check resistor value with multimeter in hindi |
उसके बाद आपके सामने रेसिस्टर की ohm वैल्यू दिखाई देने लगेगी । रेसिस्टर की वैल्यू और मल्टीमीटर की वैल्यू कभी-कभी थोड़ी सी अधिक ही होती है । ohm वैल्यू को रेसिस्टेन्स वैल्यू भी कहा जाता है । चित्र के अनुसार दिए रेसिस्टर की ohm वैल्यू 2.2 है ।
Resistor किसका बना होता है :
रेसिस्टर तांबा, कोटिंग जैसे पदार्थ का बना होता है और कुछ रेसिस्टर्स में ग्रेफाइट का भी इस्तेमाल किया जाता है । कोटिंग का मतलब जैसे हम घर को रंग करके पीछे का जो रेता और सीमेंट का पदार्थ ढक देते हैं वैसे ही रेसिस्टर को कोटिंग करके ढका जाता है ।
Resistor के अंदर क्या होता है :
रेसिस्टर के अंदर सिरेमिक रॉड होती है जिसके ऊपर तांबे की तार को लपेटा जाता है । तांबे की तार की टर्न कितनी है उससे ही उस रेसिस्टर की ohms वैल्यू का पता चलता है । |
Resistor ke ander kya hota hai |
इसके ऊपर स्पेशल कोटिंग करके ढका जाता है प्लास्टिक के ऊपर अलग-अलग रंग से लाइनें की जाती है । जो कि कोड को दर्शाती है कि इस रेसिस्टर की ohm वैल्यू क्या है ।
Resistor की कीमत कितनी होती है :
यह बहुत सस्ते होते हैं 2 रुपये 3 रुपये और इससे भी अधिक हो सकते हैं । लेकिन यह सभी दुकानों पर नहीं मिलता । इसकी दुकानें कम ही होती हैं और यह मिलते हैं उस दुकानों में जहां इलेक्ट्रॉनिक का समान मिलता है जैसे कि डायोड, ट्रांजिस्टर, ट्रांसफार्मर इत्यादि । ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट पर हमें यह आसानी से मिल जाते हैं लेकिन घर तक पहुंचाने के लिए अलग से पैसे भी देने पड़ सकते हैं अगर आप कम ख़र्चा करते हैं तो । Advantages of resistor in hindi | Resistor के फायदे :
- करंट अगर हमें कम चाहिए तो हम रेसिस्टर को लगा कर ले सकते हैं ।
- वोल्टेज कण्ट्रोल को कंटोल करने का काम भी रेसिस्टर ही करता है ।
- यह करंट के बहाव को कम करता है ।
Disdvantages of resistor in hindi | Resistor के नुकसान :
- वैसे रेसिस्टर तो सिर्फ करंट यानी कि amps को ही कम करता है लेकिन वेरिएबल रेसिस्टर का असर वोल्टेज पर पड़ता है यानी की कम होना ।
- करंट कुछ मात्रा में व्यर्थ चला जाता है रेजिस्टेंस होने की वजह से ।
Aur janakari dete rahen