What is diesel generator in hindi | डीज़ल जनरेटर क्या है

आज हम जानेंगे कि डीजल जनरेटर क्या होता है । डीजल जनरेटर का उपयोग हम लोग इलेक्ट्रिसिटी तैयार करने के लिए यानी कि बिजली बनाने के लिए करते हैं । जिसमें डीजल डालकर बिजली बनाई जाती है । तभी तो हम बिजली के चले जाने के बाद इलेक्ट्रॉनिक के उपकरणों को चला पाते हैं जैसे कि पंखा, लाइट बल्ब इत्यादि । आगे हम यही जानेंगे कि डीजल जनरेटर क्या होता है और यह कैसे काम करता है
What is diesel generator in hindi, diesel generator in hindi
What is diesel generator in hindi

Diesel generater in hindi | डीजल जनरेटर क्या होता है :

डीजल जनरेटर एक ऐसा जनरेटर है जो कि मैकेनिकल एनर्जी को इलेक्ट्रिक एनर्जी में बदलता है । मैकेनिकल एनर्जी यानी कि बल यानी कि जिसे हम अपने हाथ से या किसी चीज़ की मदद से घुमाते हैं । जब जनरेटर को किसी चीज़ के दुआरा घुमाया जाता है तब उसमें से इलेक्ट्रिसिटी तैयार होती है और इसी इलेक्ट्रिसिटी का उपयोग हम घरों में कई उपकरणों को चलाने के लिए करते हैं । अगर इस जनरेटर के इंजन को निकाल कर हाथ से इसकी रॉड को घुमाओगे तो भी इसमें बिजली तैयार होती है । आगे हम जानेंगे डीजल जनरेटर कैसे काम करता है ।
 

Diesel generator working in hindi | डीजल जनरेटर कैसे काम करता है :

डीजल जनरेटर वैसे तो कई पार्ट्स से जोड़कर बनाया जाता है लेकिन मुख्य रूप से यह दो पार्ट्स से जोड़कर बनता है एक होता है इंजन और दूसरा है जनरेटर । पहले का हिस्सा जनरेटर जिसके अंदर ताम्बे और चुम्बक की बनी मोटर होती है और दूसरा हिस्सा इंजन कहलाता है । इंजन वो मशीन होती है जो कि जनरेटर को रॉड की मदद से घुमाती है और जनरेटर के घूमने से ही बिजली तैयार होती है । जनरेटर जो की एक प्रकार की मोटर जैसी ही होती है लेकिन इसमें इसका काम बिजली तैयार करना होता है ।
सबसे पहले शुरू होता है इसके इंजन से । इंजन में तीन टर्मिनल और तीन पाइपें मुख्य होती हैं । तीनों टर्मिनलों में एक टर्मिनल जो कि पाइप से जुड़ा होता है उसका काम होता है हवा को रुक-रुक कर टंकी के अंदर भेजना , दूसरे टर्मिनल जोकि पाइप से जुड़ा होता है उसका काम होता है अंदर के धुएं को बाहर निकलने देना, तीसरे टर्मिनल का काम अंदर पड़े डीजल को चिंगारी की मदद से आग लगाना और चौथा टर्मिनल जिसे पिस्टन कहा जाता है जो कि डीज़ल के आग लगने के बाद उसके प्रेशर से आगे पीछे होता है ।

टर्मिनलों का अपने आप बन्द और चालू होने यब निर्भर करता है इंजन के घूमने की स्पीड पर । अगर इंजन को आप कम स्पीड से शुरू में घुमाओगे तो टर्मिनल धीरे-धीरे बन्द और चालू होंगे और अगर तेज़ घुमाते हैं तो टर्मिनल तेज़ी से बन्द और चालू होते हैं । लेकिन ये टर्मिनल अपना काम कर लेते हैं क्योंकि इसे रॉड के साथ जोड़ा जाता है जबतक रॉड अगर नहीं घूमेगी तब तक तेल अंदर नहीं जाएगा ।
Diesel generator working diagram in hindi, Diesel generator working in hindi
Diesel generator working diagram in hindi
अब बारी आती है कि डीजल जनरेटर कैसे काम करता है ।सबसे पहले इंजन को पहली बार हाथ से घुमा कर थोड़ा सा स्टार्ट करना होता है जिससे इंजन के सभी टर्मिनल मूव होते रहते हैं पहले एक टर्मिनल ओपन होता है जिससे डीजल और हवा एक साथ अंदर टंकी में जाते हैं अंदर टँकी में हवा और डीजल जाने के बाद दोनों टर्मिनल बन्द हो जाते हैं फिर इसके बाद तीसरा टर्मिनल चिंगारी निकालता है जिससे डीजल में आग लगती है जिससे प्रेशर बनकर पिस्टन को धका देता है पिस्टन जो कि रॉड से जुड़ी होती है उसकी वजह से रॉड घूमने शुरू होती है । रॉड जो कि सीधा जनरेटर से जोड़ी होती है जैसे-जैसे इंजन में तेल जाता रहता है वैसे-वैसे इंजन काम करता है, रॉड घूमती है जिससे जनरेटर घूमने की वजह से इलेक्ट्रिसिटी तैयार होती है । इंजन कैसे चलता है इसके लिए मैं आपके लिए अलग से आर्टिकल बना दूंगा जिससे तभी आप अच्छी तरह से समझ पाएंगे कि इंजन कैसे काम करता है । ऊपर हमने आपको शॉर्टकट में ही समझाया है डिटेल में समझने के लिए इंतजार करिए ।

Diesel generator working principal in hindi, Diesel generator working in hindi
Diesel generator working principal in hindi

 

जनरेटर के घूम जाने के बाद बिजली कैसे तैयार होती है :

जनरेटर जो कि तीन कॉम्पोनेन्ट को जोड़कर बनाया जाता है जैसे कि तांबा, परमानेंट चुम्बक और रॉड । रॉड के आसपास थोड़ी दूर coil लगाई जाती है । coil वो होती है जब ताम्बे को किसी चीज़ के ऊपर अधिक मात्रा में लपेटकर बाहर निकाला जाए तो वह coil बनती है जिसे वाइंडिंग या इंडक्टर भी कहते हैं । coil को अलग-अलग जगह में लगाया जाता है जैसा कि आप चित्र में देख सकते हैं । जिसके बीच में रॉड के आसपास परमानेंट चुम्बक लगा होता है । चुम्बक का प्रभाव इस coil यानी कि वाइंडिंग पर पड़ता है यानी कि इसका मैग्नेटिक फील्ड इस coil के अंतर्गत आता है जिससे जब रॉड घूमती है तब इसका मैग्नेटिक फील्ड coil में पड़ने या गुज़रे से करंट पैदा होने लगता है और वही करंट बाहर आता है ।
 
नोट :
जनरेटर के अंदर चुम्बक और coil अलग-अलग हिसाब से लगाई जाती है यानी कि कुछ जनरेटर में coil को रॉड के ऊपर लगाया जाता है जबकि चुम्बक को रॉड के आसपास और कुछ जनरेटर में चुम्बक को रॉड के ऊपर लगाया जाता है और coil को चुम्बक के आसपास थोड़ा दूर रखा जाता है ।
 

Parts of diesel generator in hindi | डीजल जनरेटर के पार्ट्स :

इसमें सबसे पहले पॉइंट 1 का हिस्सा इंजन होता है और पॉइंट 2 का हिस्सा जनरेटर यानी कि मोटर कहलाता है । डीजल जनरेटर में पॉइंट 5 जिसे शाफ़्ट कहा जाता है जिसे घुमा कर जनरेटर को स्टार्ट किया जाता है ।

Parts of diesel generator in hindi, diesel generator parts in hindi
Parts of diesel generator in hindi

पॉइंट 7 जिसका काम डीजल को साफ करना होता है, पॉइंट 9 जिसमें से हवा अंदर इंजन में जाती है, इसके बीच में बड़ा पोल होता है ताकि जनरेटर की स्पीड कांस्टेंट रहे, पॉइंट 6 जिसकी मदद से जनरेटर बन्द किया जाता है इस टर्मिनल को हाथ या पैर से दबाने से डीजल अंदर जाना बंद होता है । उसे तबतक नहीं छोड़ा जाता जबतक जनरेटर घूमना बन्द ना हो जाये और पॉइंट नंबर 3 जिसमें डीजल डाला जाता है । पॉइंट 4 इस पाइप में से इंजन का धुआं बाहर निकलता है और पॉइंट 8 जिसकी मदद से करंट बाहर निकलता है ।

 

Advantages of diesel generator in hindi | डीजल जनरेटर के फायदे :

  1. इस जनरेटर से अधिक मात्रा में बिजली बनाई जा सकती है ।
  2. अधिक पॉवर वाले उपकरणों को चलाने की क्षमता ।
  3. एक बार स्टार्ट हो जाने के बाद यह जनरेटर लगतार बिजली तैयार करता रहता है ।
 

Disadvantages of diesel generator in hindi | डीजल जनरेटर के नुकसान :

  1. प्रदूषण अधिक फैलता है ।
  2. इसके चलने से काफी शोर यानी कि आवाज आती है ।
  3. खर्चा अधिक आता है इसे ठीक या बार-बार सर्विस करवाने के लिए ।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *