Gaming Computer buying guide in hindi

आज के समय में काफी ज्यादा लोग गेम्स खेलना पसन्द करते हैं वो भी कंप्यूटर पर । तो इसके लिए स्पेशल गेमिंग कंप्यूटर भी बनाया गया है कंपनियों ने जिसमें आप कई सारे गेम्स खेल सकते हैं और देखा जाये तो गेमिंग कंप्यूटर काफी पॉपुलर भी हो रहा है क्योंकि लोग इसकें ऊपर ही गेम्स खेलना करते हैं पसन्द । लेकिन गेमिंग कंप्यूटर खरीदने से पहले आपको कई बातों का ध्यान रखना होगा और इसके लिए हमने इस आर्टिकल को किया है तैयार जिसकी मदद से आप एक अच्छा गेमिंग कंप्यूटर खरीद पाओगे । तो चलिए जानते हैं इसके बारे में पूरी डिटेल के साथ ।
Gaming Computer buying guide in hindi
Gaming Computer buying guide in hindi

गेमिंग कंप्यूटर कैसे खरीदें :

नीचे हमने कुछ टिप्स या पॉइंट्स बताये हैं जिसकी मदद से आप एक अच्छा गेमिंग कंप्यूटर खरीद पाएंगे तो चलिए जानते हैं इन सभी पॉइंट्स के बारे में जो की इस प्रकार है :
  • ग्राफ़िक्स कार्ड :
गेमिंग कंप्यूटर में सबसे ज्यादा मुख्य अंग होता है उसके अंदर लगा हुआ ग्राफ़िक्स कार्ड । गेमिंग कंप्यूटर में जब गेम्स खेली जाती हैं तो उसमें 100 प्रतिशत में से 70 प्रतिशत बोझ पड़ता है ग्राफ़िक्स कार्ड पर क्योंकि गेम्स का डेटा होता है ग्राफ़िक्स डेटा और वही डेटा रीड कर पाता है ग्राफ़िक्स कार्ड ही । तो गेमिंग कंप्यूटर खरीदने से पहले आप एक बात का जरूर ध्यान रखें कि उसमें ग्राफ़िक्स कार्ड की मैमोरी अधिक से अधिक हो । जितनी अधिक मैमोरी होगी ग्राफ़िक्स कार्ड की उतना ही बड़ी-बड़ी गेम्स खेल सकते हैं आप कंप्यूटर पर वो भी बिना हैंग किये और स्मूथ तरीके से । बस आपको यही बात सबसे पहले अपने दिमाग में रख लेनी है क्योंकि अधिकतर लोग इसी पॉइंट्स पर गलती कर लेते हैं और उनको ऐसा लगता है कि कंप्यूटर पर ग्रप्सिक्स कार्ड से ज्यादा प्रोसेसर अधिक पॉवरफुल होना चाहिए । लेकिन गेमिंग कंप्यूटर में प्रोसेसर से ज्यादा ग्राफ़िक्स कार्ड पॉवरफुल लगा होना चाहिए ।
  • प्रोसेसर :
अब बात आती है कि क्या गेमिंग कंप्यूटर में गेमिंग का पूरा बोझ प्रोसेसर पर ही पड़ता है तो ऐसा पूरी तरह से सम्भव नहीं है कहने का मतलब मेरा यह है कि कंप्यूटर में जब गेम्स खेली जाती हैं तब उस गेम्स का बोझ प्रोसेसर पर तकरीबन 20 प्रतिशत से लेकर 40 प्रतिशत तक का ही पड़ता है । इसीलिए आप ऐसा मत सोचें कि गेमिंग कंप्यूटर में पॉवरफुल प्रोसेसर ही चाहिए, बस गेमिंग कंप्यूटर में प्रोसेसर कम पॉवरफुल हो तो भी काम हो जाता है अगर आपका बजट है कम वैसे गेमिंग कंप्यूटर पर प्रोसेसर से ज्यादा ग्राफ़िक्स कार्ड की पॉवर ही अधिक होती है और होनी भी चाहिए क्योंकि ग्राफ़िक्स कार्ड पर ही पूरा बोझ पड़ता है गेम्स का । तो आप इस बात का जरूर ध्यान रखें ।
  • रैम :
अब बात आती है कि क्या रैम का गेमिंग कंप्यूटर में अधिक होना आवश्यक है या नहीं । रैम का गेमिंग कंप्यूटर में भी काफी अहम रोल होता है । गेमिंग कंप्यूटर में खेली जाने वाली गेम्स रैम को एक बिजली की तरह खाती हैं तो इसीलिए रैम गेमिंग कंप्यूटर में अधिक ही होनी चाहिए, ऐसा आप इस बात का जरूर ध्यान रखें । देखा जाए तो कम से कम 8 gb की रैम गेमिंग कंप्यूटर में होनी ही चाहिए जिससे आप बड़ी-बड़ी गेम्स खेल सकते हैं मीडियम सेटिंग्स पर । लेकिन अगर आप सेटिंग्स और ग्राफ़िक्स क्वालिटी रखना चाहते हैं हाई तब कम से कम 12gb की रैम चाहिए ही होगी । जैसे कि अगर आप खेलना चाहते हैं gta5 जैसी गेम्स तब तो 8 gb की रैम चाहिए ही होगी ।
  • मॉनिटर :
अब आप सोचेंगे कि मॉनिटर का गेमिंग कंप्यूटर में इतना जरूरी ही नहीं है लेकिन होता है । गेमिंग कंप्यूटर में गेमिंग अगर आप स्मूथ तरीके से देखना चाहते हैं यानी कि हाई रिफ्रेश रेट पर गेम्स देखने के लिए मॉनिटर भी हाई रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करने वाला होना चाहिये । रिफ्रेश रेट को मापा जाता है fps पर । तो आप कोशिश कीजिये कि मॉनिटर में fps की वैल्यू या hz (हर्ट्ज) की वैल्यू कम से कम 60 तो होनी ही चाहिए । जितने अधिक fps या हर्ट्ज की वैल्यू होगी उतना ही अधिक आप गेम्स को देख सकते हैं स्मूथ तरीके से । लेकिन इसके लिए गेमिंग कंप्यूटर पर भी इतनी ताकत होनी चाहिए कि वह गेम्स को हाई fps वैल्यू पर चला सके । आजकल मार्किट में मॉनिटर अलग-अलग हर्ट्ज वैल्यू के साथ मार्किट में उपलब्ध हैं ।
  • CPU की बॉडी :
CPU ही सबसे मुख्य पॉर्ट होता है एक गेमिंग कंप्यूटर को और इसे ही सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट या दिमाग कहा जाता है । गेमिंग कंप्यूटर में cpu आपको ऐसा लेना चाहिए जिसमें से गर्म हवा आसानी से निकलती हो बाहर । अगर गर्म हवा आसानी से बाहर निकलेगी तभी तो कंप्यूटर स्पीड और परफॉरमेंस जल्दी से कम नहीं होगी । अगर cpu की बॉडी ही ऐसी है कि उसमें से गर्म हवा अच्छी तरीके से बाहर नहीं निकल रही तो cpu के अंदर लगे सभी पार्ट्स अधिक गर्म होंगे जिससे गेमिंग कंप्यूटर की स्पीड तो कम होगी ही और साथ में हल्का सा हैंग भी करने लग सकता है ।
  • मैमोरी :
गेमिंग कंप्यूटर में मैमोरी का भी काफी योगदान होता है क्योंकि गेमिंग का डेटा को लोड करने का काम तो मैमोरी का ही होता है । मैमोरी जितनी तेज़ गति से डेटा को खोल सकती है उतनी ही जल्दी गेम्स खुल पाएगी । गेमिंग कंप्यूटर में दो तरह की मैमोरी देखने को मिलती है एक है HDD जिसे कहा जाता है हार्ड डिस्क ड्राइव  और दूसरी है SSD जिसे कहा जाता है सॉलिड स्टेट ड्राइव । सबसे पहले हम बात करेंगे हार्ड डिस्क ड्राइव की । इसकी स्पीड देखा जाए तो काफी कम ही होती है जिससे गेमिंग कंप्यूटर में इसका इस्तेमाल करने से सभी गेम्स तेज़ गति से नहीं खुल पाएगी । लेकिन इतना ज्यादा अंतर भी आपको देखने को नहीं मिलेगा । अगर आप चाहते हैं तो इसे भी लगाकर आराम से खेल सकते हैं गेम्स । अगर आप सॉलिड स्टेट ड्राइव को लगाते हैं कंप्यूटर में तब गेमिंग कंप्यूटर में अपको मिलेगा जबरदस्त बूस्ट । जिससे गेम्स खेलने और चलाने से डेटा जल्दी से लोड होता है और स्पीड तो अलग से मिलती ही है और मिलेगी भी । लेकिन इसकी कीमत काफी ज्यादा होती है इसीलिए इसे कम लोग ही खरीदते हैं । जबकि हार्ड डिस्क की कीमत काफी कम होती है जिसकी वजह से अधिकतर लोग इसे ही खरीदना पसन्द करते हैं । लेकिन हां हार्ड डिस्क ड्राइव से भी अच्छी गेमिंग हो जाती है ।
 

गेमिंग कंप्यूटर बनवाना सही रहेगा या पहले से बना हुआ :

मार्किट में देखा जाए तो कंप्यूटर खरीदने से पहले आपको दो सवाल ही पूछे जाते हैं कि आप गेमिंग कंप्यूटर में सभी पार्ट्स अपनी मर्ज़ी से यानी कि अपनी पॉवर के हिसाब से लगवाना चाहते हैं या फिर आप खरीदना चाहते हैं कंपनी की तरफ से बनाया हुआ गेमिंग कंप्यूटर । गेमिंग कंप्यूटर बनवाने का सबसे बड़ा फायदा यही होता है कि आप अपने हिसाब से जितनी चाहे मैमोरी वाला पॉवरफुल ग्राफ़िक्स कार्ड लगा सकते हैं, अपने हिसाब से प्रोसेसर की पॉवर कितनी चाहिए वो सेलेक्ट कर सकते हैं, रैम 8gb चाहिए या 12gb या 16gb वो आप लगा सकते हैं और भी बहुत कुछ । जबकि गेमिंग कंप्यूटर में रैम, प्रोसेसर और ग्राफ़िक्स कार्ड की मैमोरी पहले से ही फिक्स्ड होकर यानी कि लगकर आती है लेकिन इसे अगर आप चाहे तो बाद में इसे अपग्रेड भी कर सकते हैं ।
 

मेरी राय :

अब आप मेरी राय भी पढ़ सकते हैं गेमिंग कंप्यूटर के बारे में । अगर आप बजट में गेमिंग कंप्यूटर खरीदना चाहते हैं तो आपके लिए गेमिंग कंप्यूटर बनवाना ही सही रहेगा क्योंकि इससे जितनी फीचर्स आपको चाहिए गेमिंग कंप्यूटर में उसी के हिसाब से पैसे जोड़े जाते हैं लेकिन बनवाये हुए गेमिंग कंप्यूटर में कुछ फ़ीचर्स ऐसे होते हैं जिसकी हमें जरूत नहीं होती और उसके पैसे जो कि बीच में ही जोड़े जाते हैं जिससे कीमत थोड़ी से अधिक ही होती । जैसे कि मान लो आपको गेमिंग कंप्यूटर में चाहिए है 8gb रैम जबकि कंपनी की तरफ से बनाये हुए गेमिंग कंप्यूटर में रैम होती है 12gb । जिससे अगर देखा जाए तो 4gb रैम अधिक है जिसकी आपको जरूरत ही नहीं और उसी 4gb रैम की वजह से कीमत थोड़ी सी ओर बढ़ जाती है । जबकि बनवाये हुए गेमिंग कंप्यूटर में पैसे वही जोड़े जाते हैं जो-जो पार्ट्स या कंपोनेंट्स को अपने सेलेक्ट किया है जिससे इसकी कीमत कम होती है । हां अगर आपको लगता है कि कंपनी ने जिस गेमिंग कंप्यूटर में जो-जो फ़ीचर्स डाले हैं आपको उतने फ़ीचर्स ही चाहिए तो आप वह गेमिंग कंप्यूटर खरीद सकते हैं । दोनों प्रकार के गेमिंग कंप्यूटर में कोई भी प्रॉब्लम आपको देखने को नहीं मिलेगी और ना ही उसकी स्पीड और परफॉरमेंस में आपको अंतर देखने को मिलेगा, इनमें से आप अपने हिसाब से कोई भी गेमिंग कंप्यूटर कर सकते हैं सेलेक्ट ।

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