सॉलिड स्टेट ड्राइव हमें कितनी मैमोरी वाली लगानी चाहिए इसके बारे में काफी कुछ देखना पड़ता है वो भी तब जब आप हार्ड डिस्क ड्राइव को भी लगा रहे हैं साथ में कंप्यूटर के साथ । कुछ-कुछ बातों का आपको ध्यान रखना ही पड़ेगा की अगर हार्ड डिस्क ड्राइव को लगा रहे हैं तो अलग से कितनी मैमोरी वाली SSD लगानी सही रहेगी । सबसे पहले मैं आपको यह बता देता हूँ की लोग सबसे पहले हार्ड डिस्क ड्राइव को लगाते ही हैं और साथ में SSD को इसीलिए लगाते हैं ताकि जिस सॉफ्टवेयर को हम तेज़ चलाना चाहते हैं वह तेज़ चल सके और विंडो जल्दी से लोड हो सके । वही सॉफ्टवेयर तेज़ या जल्दी से लोड होता है जिसको रखा जाता है SSD मैमोरी में इसीलिए लगाया जाता है SSD को अलग से कंप्यूटर या फिर लैपटॉप में । तो चलिए जानते हैं कितने मैमोरी वाली SSD लगानी रहेगी सही अगर आप हार्ड डिस्क ड्राइव को भी साथ में लगाना चाहते हैं तो वो भी अच्छी जानकारी और बारीकी के साथ ।
Size of SSD in hindi | SSD कितनी मैमोरी वाली आती है :
SSS की मैमोरी 128 GB से ही हो जाती है शुरू और अगर आपका बजट अधिक है तब तो आप कंप्यूटरइ SSD ही लगा सकते हैं और अगर बजट है कम तो हार्ड डिस्क ड्राइव तो लगाएंगे ही साथ में छोटी मैमोरी वाली SSD को लगा सकते हैं । नीचे हमने बारी-बारी से सभी पॉइंट्स के बारे में बताया है और उनके नाम जो की हैं इस प्रकार :
- 128 GB SSD (सॉलिड स्टेट ड्राइव) :
सॉलिड स्टेट ड्राइव की मैमोरी की शुरुआत होती है 128GB से । शायद हो सकता है इससे कम मैमोरी वाली ssd आती होगी अगर आती भी है तो इससे कम मैमोरी वाली SSD लेना ही बेकार है क्योंकि मैमोरी के फुल हो जाने से स्पीड भी कम हो जायेगी कंप्यूटर या फिर लैपटॉप की । अगर आपका बजट बिल्कुल कम है तो आप इस मैमोरी वाली SSD को लगा सकते हैं अपने कंप्यूटर या लैपटॉप । लेकिन साथ में हार्ड डिस्क ड्राइव को लगाइएगा जरूर उसमें आप रख सकते हैं जरूरी डेटा को और जिस सॉफ्टवेयर को आप चलाना चाहते हैं वही सॉफ्टवेयर आप रखेंगे SSD ड्राइव में और विंडो भी जिससे सॉफ्टवेयर जल्दी से लोड और तेज़ चलेगा जिससे समय की काफी बचत भी होगी । लेकिन इसमें आपको परेशानियों का सामना भी करना पड़ेगा क्योंकि विंडो क और सॉफ्टवेयर बार-बार अपडेट आने से SSD की मैमोरी भरने लगती है जिससे SSD की मैमोरी के फुल होने से या मैमोरी बिल्कुल कम होने से स्पीड कम हो जायेगी कंप्यूटर या लैपटॉप जिससे SSD लगाने का आपको कुछ खास फायदा नहीं होगा इसीलिए कोशिश कीजियेगा आप इससे अधिक मैमोरी वाली SSD को लेने की
- 256GB SSD :
SSD लेने के लिए अगर आपका बजट बिल्कुल कम है तो आप इसी मैमोरी वाली सॉलिड स्टेट ड्राइव को ले सकते हैं या अगर आप शुरुआत में खरीदना चाहते हैं कंप्यूटर या लैपटॉप तो आप शुरुआत कर सकते हैं इसी मैमोरी ड्राइव से क्योंकि शुरुआत में कंप्यूटर को बूस्ट यही मैमोरी ड्राइव हो देती है । अगर आप हार्ड डिस्क ड्राइव को भी अलग से लगाना चाहते हैं तो आप सॉलिड स्टेट ड्राइव का इस्तेमाल आप विंडो को रखने और जरूरी सॉफ्टवेयर को तेज़ चलाने के लिए कर सकते हैं । अगर अपडेट आता भी बार-बार है तब भी जल्दी से आपको इसमें मैमोरी के भरने की प्रॉब्लम नहीं देखने को मिलेगी । लेकिन कुछ महीनों बाद हो सकता है आपको इसके अंदर पड़े डेटा को डिलीट करना पड़ सकता है अगर बहुत सारे सॉफ्टवेयर को आप सॉलिड स्टेट ड्राइव के अंदर स्टोर करके रखते हैं तो । क्योंकि कुछ सॉफ्टवेयर सॉलिड स्टेट ड्राइव पर रखने से कुछ नहीं होता है लेकिन जरूरत से अधिक सॉफ्टवेयर रखने से मैमोरी धीरे-धीरे भरनी लगती है और स्पीड में भी कमी देखने को मिल सकती है ।
- 512GB SSD :
512GB मैमोरी की सॉलिड स्टेट ड्राइव सही रहेगी उन लोगों के लिए भी जो अपने कंप्यूटर या फिर लैपटॉप में हार्ड डिस्क ड्राइव को लगाना नहीं चाहते हैं और सिर्फ सॉलिड स्टेट ड्राइव को ही लगाना चाहते हैं उन लोगों के लिए बिल्कुल सही रहेगी 512GB मैमोरी की सॉलिड स्टेट ड्राइव । हालांकि 256GB मैमोरी वाली सॉलिड स्टेट ड्राइव भी सही रहती है अगर आप लगाना चाहते हैं सिर्फ सॉलिड स्टेट ड्राइव को । लेकिन कहीं ना कहीं देखा जाए यो मैमोरी भरने लगती है कुछ महीनों बाद जिससे आपको की बार तो जगह खाली करनी पड़ेगी मैमोरी ड्राइव में इसीलिए इस 512GB मैमोरी की सॉलिड स्टेट ड्राइव बेस्ट रहेगी आपके लिए या उन लोगों के लिए जो सिर्फ सॉलिड स्टेट ड्राइव को ही चाहते हैं लगाना अपने कंप्यूटर या फिर लैपटॉप में । इस मैमोरी वाली सॉलिड स्टेट ड्राइव की कीमत भी तकरीबन रुपये से ही शुरू हो जाती है ।
- 1TB SSD और इससे भी अधिक :
अब बात आती है बड़ी मैमोरी वाली सॉलिड स्टेट ड्राइव की । जबकि इसकी कीमत भी काफी ज्यादा होती है एयर कीमत इसकी तकरीबन रुपये से ही शुरू हो जाती है । इस मैमोरी वाली सॉलिड स्टेट ड्राइव सही रहती है उन्हीं लोगों के लिए जो अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में वीडियो एडिटिंग और गेमिंग करना चाहते हैं क्योंकि उस समय फाइल्स को भारी मात्रा में जमा करके रखना होता है, सॉफ्टवेयर तेज़ चलना चाहिए और और जल्दी से सॉफ्टवेयर लोड हो सके इसीलिए अधिक मैमोरी की सॉलिड स्टेट ड्राइव सही रहती है । इस साइज की सॉलिड स्टेट ड्राइव लगाने के बाद आपको अलग से हार्ड डिस्क ड्राइव लगाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी ।
- 100TB SSD :
इस मैमोरी वाली सॉलिड स्टेट ड्राइव जो कि अब तक कि सबसे बड़ी स्टोरेज क्षमता वाली सॉलिड स्टेट ड्राइव है और इसको बनाया है अमेरिकन कम्पनी ने जो वहां पर ही स्थित है लेकिन इसकी कीमत इतनी ज्यादा है कि इतनी कीमत तो कंप्यूटर की ही होती है । कीमत इस 100TB की सॉलिड स्टेट ड्राइव की 40000 डॉलर तकरीबन 2 लाख रुपये से भी ऊपर ही है अब आप लगा सकते हैं इसी बात से अंदाज़ा कि कितनी अधिक कीमत है इस सॉलिड स्टेट ड्राइव की । कीमत अधिक होने के साथ-साथ इस सॉलिड स्टेट ड्राइव की स्पीड काफी तेज है ।
- मेरी राय :
शुरुआत से अगर आप कंप्यूटर बनवाना चाहते हैं या कंप्यूटर या लैपटॉप खरीदना चाहते हैं तो ऐसा डिवाइस खरीदने की कोशिश करें जिसमें कम से कम 256GB मैमोरी की सॉलिड स्टेट ड्राइव लगी ही हो । क्योंकि डिवाइस में हार्ड डिस्क ड्राइव होने से डिवाइस को इतना बूस्ट नहीं मिलेगा जबकि डिवाइस में अगर सॉलिड स्टेट ड्राइव लगा दी जाए तो डिवाइस को काफी जबरदस्त स्पीड मिल जाती है जिससे अगर आप उस डिवाइस में काम करते हैं कोई भी तो वही काम काफी जल्दी से हो जाता है । लेकिन कीमत भी अधिक होती रहती है जिस डिवाइस में लगाई जाती है सॉलिड स्टेट ड्राइव की जबकि हार्ड डिस्क ड्राइव वाले डिवाइस की कीमत इतनी ज्यादी देखने को मिलती ही नहीं ।