फ़ोन हैंग क्यों होता है । फ़ोन हैंग होने के कारण

जब स्मार्टफोन्स में ज्यादा फाइलें या फिर बड़ी एप्स डाउनलोड करते हैं वो भी सस्ते स्मार्टफोन्स में तब मोबाइल हैंग होने लगता है । क्योंकि सस्ते स्मार्टफोन में पॉवर कम ही मिलती है जिसकी वजह से स्मार्टफोन अच्छी स्पीड से कम नहीं कर पाता । तो जानते हैं स्मार्टफोन हँगे क्यों होते हैं

 

Phone hang in hindi । Phone हैंग क्यों होता है :

हैंग होने का सबसे बड़ा कारण है प्रोसेसर की पॉवर का कम होना और दूसरा रैम की वजह से । कुछ लोग तो कहते हैं की रैम ज्यादा हो तब फ़ोन हैंग नहीं होता । लेकिन ऐसा नहीं होता क्योंकि फ़ोन का पूरा बोझ प्रोसेसर पर ही पड़ता हैं ना की रैम की वजह से । क्योंकि प्रोसेसर हमारे दिमाग की तरह काम करता है ।
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Reason of hanging phone in hindi | फ़ोन हैंग होने का कारण :

सबसे पहले मैं आपको एक-एक करके कई सारे पॉइंट्स के बारे में बताने वाला हूँ ताकि आपको पता चल सके कि मोबाइल हैंग होने के कारण मुख्य रूप से क्या हो सकते हैं और उन पॉइंट्स के नाम हैं जो कि इस प्रकार :
 
  • प्रोसेसर का कमजोर होना :

प्रोसेसर यानि की दिमाग, अगर दिमाग कमजोर होगा तो इंसान बड़े से बड़ा काम नहीं कर पायेगा । अगर दिमाग तेज हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है ठीक इसी तरह सस्ते स्मार्टफोन्स में प्रोसेसर की पॉवर बहुत कम होती है जैसे ही आप बड़ी एप्स या फिर स्मार्टफोन्स में ज्यादा फाइलें स्टोर करते हैं तब प्रोसेसर को इतनी सारी फाइल्स को सभालने में मुश्किल होती है जिससे प्रोसेसर के बस की बात नहीं होती और स्मार्टफोन्स हैंग होने लग जाते हैं हैंग होना यानि की प्रोसेसर ओवरलोड होना ।

उदाहरण : जैसे की, अगर हम एक दिमाग से बहुत काम करेंगे तो क्या होगा बस यही की आपका दिमाग डगमगा जायेगा या फिर सिर दर्द होने लगेगा । ठीक उसी तरह से प्रोसेसर भी ओवरलोड होने के बाद फ़ोन बंद हो जाता है या फिर स्मार्टफोन वहीं पर उसी जगह पर रूक जाता है ।

  • स्मार्टफोन्स का गर्म होना :

स्मार्टफोन्स ओवर हीट तब होते हैं जब उसमें जरूरत से ज्यादा काम करवाया जाता है जैसे की बड़ी-बड़ी एप्स को चलाना इत्यादि । लेकिन यह तब ही होता है जब कमजोर प्रोसेसर पर अत्यधिक काम करवाया जाता है अगर आप ताकतवर यानी कि पॉवरफुल प्रोसेसर से अत्यधिक काम करवाते हैं तो आपको कोई भी प्रॉब्लम देखने को मिलेगी ही नहीं । कमजोर प्रोसेसर पर हैवी काम करने से प्रोसेसर गर्म होता है और उसी वजह से स्पीड और परफॉर्मेंस में कमी देखने को मिल जाती है ।

  • रैम का कम होना :

रैम कम होने से भी स्मार्टफोन्स हैंग होने लगते हैं । स्मार्टफोन में आपको कम से कम 1gb की रैम तो चाहिए ही चाहिये वही भी जब आप साधारण काम करना चाहते हैं । अगर आप 1GB रैम वाला स्मार्टफोन लेते हैं तो उनमें से तकरीबन 200 से 300 mb की रैम तो स्मार्टफोन पहले से ही ले लेता है और बाकी रैम तकरीबन बचती है 600 mb और इतनी रैम आपके लिए कम से कम सही रहेगी जब आप बिलकुल साधारण काम करना चाहते हैं जैसे कि व्हाट्सऐप वगैरा चलाना इत्यादि । रैम मैमोरी बहुत ज्यादा तब यूज़ होती है जब आप कई एप्प्स को ओपन करने के बाद बिना बन्द किये सीधा ही बाहर आ जाते हैं, तब वो एप्प्स बैकग्राउंड में चलती रहती हैं जिससे रैम तो इस्तेमाल होती ही है साथ में मोबाइल प्रोसेसर पर भी बोझ पड़ने लगता है । इसीलिये आप एप्प्स चलाने के बाद बैकग्राउंड क्लियर कर दें । अधिक रैम से स्पीड में कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन रैम मैमोरी के कम पड़ने से या रैम मैमोरी के फुल होने से स्मार्टफोन में स्पीड और परफॉर्मेंस में अंतर जरूर देखने को मिलता है ।

  • एक ऐप कितने mb रैम लेती है :

अगर आप एक साधारण ऐप चलाते हैं तो वह तकरीबन 50 से 150 mb रैम ले लेती हैं अगर आप pubg जैसी गेम खेलते हैं तो 1 से 3gb रैम गेम ले ही लेती है और यह निर्भर करता है कि आप गेम्स की सेटिंग्स यानी कि ग्राफ़िक्स क्वालिटी कम रखना चाहते हैं या फिर अधिक ।

  • स्टोरेज का बिल्कुल होना :

स्टोरेज अगर स्मार्टफोन्स की फुल हो जाये तब भी हैंग होने लगते हैं क्योंकि डेटा के रीड और write करने के लिए जगह की होती है कमी जिसकी वजह से स्पीड में कमी देखने को मिलती है ठीक ऐसा ही रैम में भी होता है जब रैम की मैमोरी भरने लगती है तब ।

फ़ोन हैंग होने पर क्या करें :

स्मार्टफोन्स खरीदने से सबसे पहले आप यही कोशिश कीजियेगा हाई स्पीड यानी कि ताकतवर प्रोसेसर वाला स्मार्टफोन्स ही खरीदें । जिससे आपका स्मार्टफोन पॉवरफुल होगा । एक बात ओर की जरूरी नहीं होता की स्मार्टफोन में रैम अधिक होने से आपका स्मार्टफोन पॉवरफुल और तेज़ चलेगा । क्योंकि स्मार्टफोन का सारा काम प्रोसेसर ही करता है ना की रैम । रैम तो एक तरह से प्रोसेसर की मदद करती है फाइल्स और ऐप जैसे डेटा को अपने अंदर रखने में ताकि प्रोसेसर लगातार डेटा को यूज़ कर सके ।

  • Cache मेमोरी डिलीट करें :

कैच मेमोरी अननोन यानी कि बेकार की मेमोरी होती है जो की इंटरनेट चलाते समय मोबाइल में अपने आप जमा हो जाती है इससे आपका जरूरी डेटा डिलीट नहीं होता है और यह डेटा ना ही आपके किसी काम का होता है और कैच डेटा को डिलीट करने के लिए आपको कुछ पॉइंट्स को अपनाना पड़ेगा जोकि इस प्रकार है :

  1. आप मोबाइल सेटिंग्स में जाएं
  2. स्टोरेज ओपन करें
  3. कैच डेटा पर क्लिक करें ।
  4. और ok करें ।
आपका कैच डेटा डिलीट हो जाएगा और यह आपका कोई भी जरूरी डेटा नहीं होता है ।
 
  • एप्स को फ़ोर्स स्टॉप करें :

आप जो एप्स बहुत कम इस्तेमाल करते हैं उसे आप फ़ोर्स स्टॉप कर दीजिये क्योंकि स्मार्टफोन्स में सभी एप्स चलती रहती हैं जिससे स्मार्टफोन्स की स्पीड कम हो जाती है :

  1. सेटिंग्स में जाएं ।
  2. एप्स मेनेजर में जाएं ।
  3. ओपन ऐप ।
  4. फ़ोर्स स्टॉप पर क्लिक करें ।

अगर आपको उसी एप्प को खोलने की जरूरत पड़ी तो भी उसमे कोई प्रॉब्लम नहीं आएगी । इससे कोई भी डेटा डिलीट नहीं होगा लेकिन कुछ ऐप में फ़ोर्स स्टॉप का ऑप्शन नहीं होता है और इस ऑप्शन के बंद करने से आपके स्मार्टफोन में किसी भी प्रकार की कोई समस्या पैदा नहीं होती है इसीलिए आप डरें नहीं ।

  • एंटीवायरस ऐप को डिलीट करें :

एंटीवायरस जो की हमेशा सारा दिन स्मार्टफोन के बैकग्राउंड में चलता रहता है ताकि आपके स्मार्टफोन को रखा जा सके सुरक्षित । लेकिन सारा दिन बैकग्राउंड में चलते रहने से यही ऐप प्रोसेसर और रैम को करता है यूज़ जिससे स्मार्टफोन में बोझ पड़ने से स्पीड और परफॉर्मेंस में कमी देखने को मिलती है । अगर आप अपने स्मार्टफ़ोन को सिक्योर रखना चाहते हैं तो इसे रहने दे ।

कैसा स्मार्टफोन लेना चाहिए :

पहला स्मार्टफोन मैने पांच साल पहले इस्तेमाल किया । जब मैने सबसे पहले स्मार्टफोन लिया था तब मुझे किसी ने सलाह दी थी की अधिक रैम वाला स्मार्टफोन लेना । मुझे स्मार्टफोन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी इसीलिये मैने अधिक रैम वाला स्मार्टफोन लिया । दो साल बाद फ़ोन इतना ज्यादा हैंग होने लगाकि बंद हो जाता था । फ़ोन चलाते समय मैने इंटरनेट पर सर्च किया और प्रोसेसर क्या होता है और रैम के बारे में जानकारी हासिल की । जिससे मुझे पता चला की स्मार्टफोन का हैंग होना सबसे बड़ा कारण रैम नहीं प्रोसेसर ही होता है । तभी कुछ महीने बाद महीनें बाद मैंने पॉवरफुल प्रोसेसर वाला स्मार्टफोन लिया और मैने रैम पर ध्यान कम दिया ।

  • पॉवरफुल प्रोसेसर वाला स्मार्टफोन लें :

अगर आप सस्ता स्मार्टफोन खरीदना चाहते हैं तो आप कोशिश करें की उसमें प्रोसेसर की पॉवर ज्यादा हो । क्योंकि सस्ते स्मार्टफोन में आपको प्रोसेसर की पॉवर कम से लेकर अधिक तक होती है अधिक पावरफुल प्रोसेसर वाला स्मार्टफोन ही लें, इसके साथ ये भी ध्यान रखें की उस स्मार्टफोन में कुछ फीचर्स कम भी हो सकते हैं । लेकिन याद रखिये आज के समय में 1gb रैम वाले एंड्राइड स्मार्टफोन में अच्छा और पावरफुल प्रोसेसर नहीं दिया जाता । पावरफुल प्रोसेसर उसी स्मार्टफोन में दिया जा रहा है जिसकी रैम 3gb से शुरू होती है वो भी कुछ स्मार्टफोन में । 3gb रैम वाले कुछ स्मार्टफोन में भी अच्छा प्रोसेसर भी नहीं दिया जाता इस बात का ध्यान जरूर रखें । एप्पल के स्मार्टफोन में अच्छा प्रोसेसर 1gb रैम से शुरू हो जाता है ।

  • रैम :

फ़ोन में आपको कम से कम 1gb के रैम चाहिए साधारण काम के लिए और 6gb तब जब आप बहुत हैवी गेम्स खेलना चाहते हैं जैसे की PUBG यह गेम तकरीबन 1 से 2 gb रैम ही लेती है ।

कौन सा स्मार्टफोन तेज़ चलता है :

एक तरफ 10gb रैम और कम पॉवर वाला प्रोसेसर और दूसरी तरफ 2gb रैम और पावरफुल प्रोसेसर । दोनों में सबसे अधिक स्पीड पावरफुल प्रोसेसर की ही होगी चाहे तो आप यूट्यूब में वीडियो को देख भी सकते हैं । यूट्यूब में आपको ऐसी वीडियो भी मिल जायेगी जिसमें 1gb, 2gb, 3gb, 4gb स्मार्टफोन का गेमिंग टेस्ट किया होगा और उसमें सबसे तेज़ 4gb वाला ही बताया होगा । पर याद रखिये इन सब स्मार्टफोन में प्रोसेसर की पॉवर अलग-अलग होती है । वीडियो में 1gb वाले स्मार्टफोन गेमिंग के मामले में हैंग होता होगा ऐसा इसीलिए क्योंकि उसमे प्रोसेसर की पॉवर कम होने स्मार्टफोन हैंग हो रहा है ना की कम रैम की वजह से ।

आप ऐसी वीडियो देखें जिसमें
1. प्रोसेसर की पॉवर अधिक, रैम कम
2.और प्रोसेसर की पॉवर कम और रैम बहुत अधिक
वाले स्मार्टफोन की स्पीड टेस्ट की हुई हो । तब आपको पता चलेगा कौन सा स्मार्टफोन तेज़ चलता है ।

आज के समय में लोग कौन सा स्मार्टफोन अधिक खरीदते हैं :

सबसे ज्यादा लोग खरीदतें है बहुत अधिक तकरीबन 10gb रैम वाला स्मार्टफोन क्योंकि उसे प्रोसेसर के बारे में पता नहीं होता और अधिक रैम की और भागते हैं ।

  • क्या 10gb रैम इस्तेमाल हो जाती है :

पहली बात तो यह 10gb रैम इस्तेमाल होती ही नहीं और दूसरी बात प्रोसेसर स्मार्टफोन को तेज़ी से चलाता है ना की रैम । स्पीड और परफॉरमेंस प्रोसेसर से ही बढ़ती है ।

  • Apple का स्मार्टफोन कैसे तेज़ चलता है :

वो इसीलिये की एप्पल कंपनी अपने स्मार्टफोन में प्रोसेसर की तरफ खास ध्यान रखती है जिससे एप्पल के स्मार्टफोन हैंग नहीं होते और स्पीड तेज़ होती है और उसमे रैम भी जरूरत के हिसाब से लगायी जाती है ना की 10 gb रैम ।

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