Smartphone vs dslr which is best in hindi

DSLR और मोबाइल कैमरे का इस्तेमाल करते हैं लेकिन फिर भी हमें कुछ अंतर देखने को मिलता है । DSLR कैमरों का इस्तेमाल वही लोग खरीदते हैं जो अधिक पैसे लगाने के लिए तैयार होते हैं लेकिन कैमरे वाले स्मार्टफोन कम कीमत से लेकर अधिक कीमत तक के आते हैं । आज की पोस्ट में हम जानेंगे की dslr और स्मार्टफोन कैमरों में अन्तर क्या है क्योंकि ये दोनों कैमरों का इस्तेमाल ज्यादा ही किया जाता है । दोनों का काम एक जैसा ही होता है तो चलिए अब हम शुरू करते हैं ।
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Smartphone vs Dslr Camera in hindi | स्मार्टफोन और dslr कैमरे में अन्तर :

हम एक-एक करके सभी पॉइंट्स के बारे में बताने वाला हूँ ताकि आपको इन दोनों के कैमरे के बारे में पता चल सके । इन्हीं पॉइंट्स की वजह से स्मार्टफोन के कैमरे और DSLR की खूबियों के बारे में और कमियों के बारे में पता चल जायेगा जोकि इस प्रकार :
 
  • पिक्चर की क्वालिटी :

स्मार्टफोन में या dslr में ज्यादा मेगापिक्सेल होने से फ़ोटो की क्वालिटी पर बहुत अधिक नहीं बढ़ती लेकिन थोड़ी सी क्वालिटी देखने को मिल जाती है । क्वालिटी बढ़ती है तो सिर्फ सेंसर की वजह से । पिक्चर की क्वालिटी MP (मेगा पिक्सेल) पर कम बल्कि सेंसर पर अधिक निर्भर करती है । स्मार्टफोन में मेगापिक्सेल अधिक मात्रा में दिया जाता है इसीलिए ज़ूम करते वक्त हम कुछ चीजों को अच्छी तरह से देख सकते हैं । लेकिन dslr में मेगापिक्सेल बहुत कम दिया जाता है लेकिन इसका ज़ूम भी काफी बढ़िया होता है स्मार्टफोन से भी अच्छा । लेकिन एक बात का जरूर ध्यान रखें कि स्मार्टफोन में मेगापिक्सेल चाहे कितना भी हो पिक्चर क्वालिटी सेंसर पर निर्भर करती है जितना अच्छा सेंसर उतनी बढ़िया पिक्चर्स की क्वालिटी । सभी स्मार्टफोन में जो कैमरा दिया जाता है उसके अंदर जो सेंसर का आकार होता है वह dslr कैमरा के सेंसर से काफी ज्यादा छोटा होता है जबकि dslr कैमरे के अंदर सेंसर का साइज़ स्मार्टफोन के सेंसर के साइज़ से काफी बड़ा यानि की 3000 गुना बड़ा होता है इसीलिए dslr कैमरे से ली हुई फ़ोटो की क्वालिटी काफी ज्यादा अच्छी होती है यानि फ़ोटो काफी साफ और स्पष्ट दिखाई देती है । जब की स्मार्टफोन में सेंसर का साइज़ काफी छोटा होता है जिसके कारण पिक्चर की क्वालिटी dslr से काफी कम होती है ।

  • शटर या शूटिंग स्पीड :

शूटिंग स्पीड यानि की फ़ोटो लगातार कैमरे के द्वारा कैप्चर करना । Dslr कैमरे की मदद से आप फ़ोटो स्मार्टफोन की तुलना में काफी जल्दी से कैप्चर कर सकते इससे फ़ोटो का शार्पनेस और क्वालिटी में कोई असर नहीं पड़ता  । स्मार्टफोन कैमरे की शूटिंग स्पीड काफी ज्यादा कम होती है जिससे यह फ़ोटो कैप्चर में dslr कैमरों से दुगना समय ले लेता है । इस पॉइंट पर स्मार्टफोन dslr से पीछे रह जाता है ।

  • फोकस करने की क्षमता :

Dslr की एक सबसे बड़ी खास बात तो है की आप चलते चलते फ़ोटो कैप्चर करेंगे तो भी फ़ोटो की क्वालिटी में कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि सेंसर का साइज़ काफी बड़ा होता है और कई सेंसर होने से इसकी फोकस करने की स्पीड स्मार्टफोन की तुलना में काफी तेज़ होती है । जैसे की उड़ती हुई गेंद का फ़ोटो कैप्चर करना । लेकिन स्मार्टफोन में चलते चलते फ़ोटो कैप्चर करेंगे तो फ़ोटो साफ नहीं आएगी जिससे पिक्चर्स की क्वालिटी धुंदली दिखाई देती है । इस पॉइंट पर स्मार्टफोन dslr कैमरे स पीछे रह जाता है ।
 
  • ज़ूम क्वालिटी :

ज़ूम आपको dslr में अधिक मिलता है जबकि स्मार्टफोन कैमरे में कम । अपने देखा होगा की स्मार्टफोन का जो कैमरा दिया जाता है उसमें जैसे ही हम zoom करते हैं या फिर फोटो खिंचने के बाद ज़ूम करते हैं तो फ़ोटो फटने लग जाती है जैसे की आप चित्र में देख सकते हैं ।

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जब की dslr में जब आप ज़ूम करते हैं तब फ़ोटो नहीं फटती । ऐसा इसलिए होता है की स्मार्टफोन के कैमरे के अंदर सेंसर का साइज़ छोटा होने से कैमरा एक एक चीज़ को capture नहीं कर पाता और dslr कैमरे का सेंसर साइज़ काफी बड़ा होने से एक एक चीज़ कैप्चर हो जाती है जिससे फ़ोटो नहीं फटती । तो कुल मिलाकर ज़ूम की क्वालिटी dslr की सबसे अच्छी है । इसमें भी dslr स्मार्टफोन से आगे निकल जाता है ।

  • कम प्रकाश में :

दिन में तो चाहे तो स्मार्टफोन का कैमरा अच्छी फ़ोटो कैप्चर कर लेता है तकरीबन dslr की तरह, पर रात के समय स्मार्टफोन का कैमरा बिल्कुल बेकार हो जाता है, फ़ोटो में noise काफी हो जाती क्योंकि सेंसर का साइज़ छोटा होने से प्रकाश पर्याप्त मात्रा में अंदर नहीं जाता और फ़ोटो बहुत धुंधली दिखाई देती है और अगर हम बात करें dslr की तो यह कैमरा रात के समय बहुत काम आता है यह रात के समय फ़ोटो काफी अच्छी से कैप्चर कर लेता है फ़ोटो में कोई noise नहीं होती और फ़ोटो बिलकुल साफ दिखाई देती है इसका कारण यही है की dslr कैमरे का सेंसर का साइज़ बड़ा होने से कम रौशनी भी अंदर प्रवेश कर जाती है और इसी कारण से फ़ोटो काफी साफ और ब्राइट दिखाई देती है ।
 
  • लेंस बदलने की सुविधा :

Dslr में लेंस बदलने के लिए हमें काफी सुविधा मिलती है इससे हम तरह-तरह के लेंस लगा सकते हैं लेकिन स्मार्टफोन में लेंस लगाने की सुविधा नहीं दी जाती । मै आपको यह बता देता हूँ की dslr में लेंस अलग प्रकार के कामों के लिए दिया जाता है दूर की फोटो खिंचने के लिए ताकि फ़ोटो दूर की साफ दिखे , बड़े होल वाला लेंस का प्रयोग किया जाता है की प्रकाश यानि की रौशनी अच्छे से कैमरे के अंदर प्रवेश हो जाये इत्यादि । लेंस का सबसे बड़ा फायदा यही होता है की यह आपको पर्याप्त मात्रा में प्रकाश लाकर सेंसर तक पहुंचा देता है । अलग अलग प्रकार के लेंस आपको इसमें देखने को मिलते हैं । फ़िल्म की शूटिंग में कैमरे के आगे बड़े होल वाला लेंस इसीलिए इस्तेमाल किया जाता है ताकि रात के समय वीडियो अच्छी तरह स बन सके ।
 
  • पिक्चर की डिटेल्स :

डिटेल्स यानि की फोटो को ज़ूम करने के बाद आप एक-एक कोना देख सकते हैं । dslr कैमरे में पिक्चर की डिटेल काफी ज्यादा होती है इससे फ़ोटो ज़ूम होने के बाद भी फ़ोटो का कोना-कोना भी साफ दिखाई देता है जबकि स्मार्टफोन में फ़ोटो को ज़ूम करेंगे तो आपको फ़ोटो की डिटेल्स कम देखने को मिलेगी आखिर में फ़ोटो फटने लगती लगती है ।
 
  • प्रोफेशनल कैमरा :

स्मार्टफोन कभी भी प्रोफेशनल कैमरा नहीं हो सकता क्योंकि स्मार्टफोन में जगह की कमी होने से और स्मार्टफोन पतला होने से इसमें पतले और छोटे सेंसर का ही इस्तेमाल किया जाता है ताकि जरूरत के समय फ़ोटो और वीडियो बनाई जा सके । इसे प्रोफेशनल बनाने में भी कई साल लग जायेंगे । जबकि Dslr प्रोफेशनल होते हैं क्योंकि इसमें बड़े सेंसर का इस्तेमाल किया जाता है फ़िल्म शूटिंग करने वाला कैमरा तो इतना भारी होता है की उसे कभी- कभी कंधे पर रख कर शूट करना पड़ता है । क्योंकि उसमें लेंस का और सेंसर का ही वजन बढ़ता है ।
 
  • कहीं लेकर जाना :

Dslr को कहीं लेकर जाने में प्रॉब्लम होती है और बार-बार लेंस बदलने में भी, क्योंकि स्मार्टफोन की तरह तो जेब में आता नहीं इसे अलग बैग में डाल कर सावधानी से लेकर जाना पड़ता है । जब की स्मार्टफोन में ऐसी कोई प्रॉब्लम नहीं होती इसे जब चाहे जेब रख लो और जब जरूरत पड़ी निकाला स्मार्टफोन और खींच लो फ़ोटो ।
 
  • कीमत :

Dslr की कीमत स्मार्टफोन की तुलना में काफी ज्यादा होती है क्योंकि यह एक प्रोफेशनल कैमरा होता है । कैमरे वाले स्मार्टफोन 3000 रुपये से लेकर 1 लाख तक के आते हैं जबकि dslr के कैमरे तकरीबन 4000 रुपये से लाखों तक के आटे हैं ।
 
  • अपर्चर :

अपर्चर का मतलब प्रकाश कितनी मात्रा में अंदर जा सकता है । जितना नंबर कम होगा अपर्चर का उतना अधिक प्रकाश सेंसर तक पहुंचता है जिससे पिक्चर की क्वालिटी साफ और बढ़िया आती है । स्मार्टफोन में अधिक नंबर अपर्चर वाले कैमरे मिलते हैं लेकिन कम अपर्चर नंबर सिर्फ महँगे स्मार्टफोन में ही देखने को मिलते हैं । जबकि dslr में कम से कम और अधिक से अधिक अपर्चर नंबर देखने को मिलता है । कम अपर्चर नंबर यानी कि अधिक प्रकाश और बढ़िया पिक्चर की क्वालिटी ।
 
  • बैटरी बैकअप :

बैटरी बैकअप dslr में आपको बहुत ज्यादा मिलता है इसका कारण यही है कि dslr में बड़ी डिस्प्ले नहीं होती और कैमरा भी करंट कम लेता है जब की स्मार्टफोन में आपको तकरीबन आधे दिन या फिर मुश्किल से 1 दिन का ही बैटरी बैकअप मिलता है ।
  • फ़ोटो की मेमोरी :

Dslr से ली हुई फ़ोटो की मेमोरी बहुत ही कम होती है तकरीबन 10 mb से लेकर 40 mb । जबकि स्मार्टफोन से ली गई तस्वीर की मेमोरी 10 mb से लेकर 200 mb तक की होती है । जिससे स्मार्टफोन की स्टोरेज जल्दी भर जाती है और dslr में स्टोरेज जल्दी नहीं भरती । अगर हम वीडियो की बात करें तो स्मार्टफोन में 5 मिनट वीडियो तकरीबन 200 mb से लेकर 1 GB तक कि होती है जबकि dslr में वीडियो का साइज तकरीबन 50 mb से लेकर 500 mb तक का होता है ।

क्या ज्यादा mp से फ़ोटो अच्छी आती है :

नहीं, Dslr और स्मार्टफोन की तुलना में आपको स्मार्टफोन में आपको ज्यादा मेगापिक्सेल वाला यानि की 108 मेगापिक्सेल स्मार्टफोन पकड़ा दिया जाता है वहीं dslr में आपको तकरीबन 12 या 24 मेगापिक्सेल वाला कैमरा दिया जाता है तो पिक्चर की क्वालिटी dslr में ही मिलती है क्योंकि dslr में सेंसर का साइज़ काफी बड़ा होता है और स्मार्टफोन में आपको छोटे सेंसर में ही अधिक मेगा पिक्सेल डाल दिए जाते हैं जिससे पिक्चर्स की क्वालिटी पर कुछ ज्यादा अंतर देखने को नहीं मिलेगा । अधिक मेगापिक्सेल स मेमोरी बढ़ती जाती है । जितना अधिक मेगापिक्सेल होगा उतना ही अधिक फ़ोटो या वीडियो का साइज बढ़ता जाएगा ।

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