Fan रेगुलेटर क्या है | Fan रेगुलेटर के प्रकार

फैन रेगुलेटर के बारे में आपको इस आर्टिकल में विस्तार के साथ बताया जाना है जैसे की फैन रेगुलेटर क्या है, फैन रेगुलेटर कैसे काम करता है, फैन रेगुलेटर के प्रकार और फैन रेगुलेटर के उपयोगफैन रेगुलेटर क्या है इसके बारे में सभी लोग जानते ही है परन्तु इस आर्टिकल में आपको इसके आलावा कुछ ऐसे पॉइंट्स के बारे में बताया जायेगा जिसके बारे में अगर आप जान लेते हैं तो आप कुछ हद तक बिजली की बचत कर सकते हैं और ऐसा सच भी । पर इसके लिए सही फैन रेगुलेटर के प्रकार का चुनाव करना जरूरी होता है इसीलिए आप एक-एक कुछ-कुछ पॉइंट्स को ध्यान से समझना तो चलिए जानते हैं ।

 

What is fan regulator in hindi | फैन रेगुलेटर क्या है :

फैन रेगुलेटर वे रेगुलेटर कहलाते हैं जिसका काम होता है पंखे की स्पीड को कम या अधिक करना । अधिक करने का मतलब पंखे के घुमने की जितनी स्पीड है उतनी कर देना और कम करने की जरूरत है तो आप फैन रेगुलेटर की मदद कर सकते हैं । कई बार कम हवा लेने की जरूरत होती है या पंखे को तेज़ स्पीड में घुमाने की जरूरत नहीं होती है तो ऐसे में फैन रेगुलेटर को लगाया जाता है ताकि हम अपने हिसाब से पंखे की स्पीड को कम या ज्यादा कर सकें ।

What is fan regulator in hindi
What is fan regulator in hindi

फैन रेगुलेटर फैन की स्पीड कम कैसे करता है इसके बारे में भी हमने अलग से टॉपिक के साथ कवर किया हुआ है ताकि आपको अलग-अलग करके पता चल सके ।

 

फैन रेगुलेटर फैन की स्पीड कम कैसे करता है :

फैन रेगुलेटर की स्पीड तो आप गोल से बटन को कम करके करते हैं लेकिन फैन रेगुलेटर पंखे को वोल्टेज और amps कम देता है जिसकी वजह से पंखे की स्पीड यानी की पंखे के घुमने की स्पीड कम हो जाती है । यही सबसे बड़ा खास पॉइंट होता है फैन रेगुलेटर का पंखे की स्पीड को कम करना । हालाँकि आप इतना भी याद रखें की फैन रेगुलेटर जब फैन को वोल्टेज कम करके देता है तो बिजली की बचत भी होती है यानी की बिजली की खपत कम होती है क्योंकि पंखा कम वोल्टेज पर चल रहा है इसीलिए । पर आप इतना भी याद रखें वोल्टेज के साथ-साथ amps यानी भी करंट भी कम होकर फैन को मिलता है लेकिन तभी जब आप फैन की स्पीड कम करने के लिए बटन को घुमाते हैं तो ।

 

फैन रेगुलेटर से फैन की स्पीड कम करने पर बिजली की खपत कम होती है :

बिजली की खपत कम होती है जब आप फैन रेगुलेटर की मदद से पंखे की स्पीड को कम करते हैं तो क्योंकि रेगुलेटर की मदद से पंखे की स्पीड कम करने के लिए जब आप बटन को घुमाते हैं तब पंखे को वोल्टेज पूरा नहीं मिलता जिसकी वजह से पंखा थोड़ी बिजली की खपत ही करेगा । जैसे-जैसे स्पीड कम करते जायोगे रेगुलेटर की मदद से वैसे-वैसे पंखा बिजली की खपत कम करते जायेगा । फुल स्पीड पर रखने पर पंखा स्पीड उतनी ही खायेगा जितना वह खपत करना चाहता है । परन्तु आप इतना भी याद रखें की कुछ फैन रेगुलेटर ऐसे भी हैं जो बिजली सही तरीके से बचा नहीं पाते हैं इसीलिए सभी के बारे में हमने नीचे बताया है सभी प्रकार के फैन रेगुलेटर के बारे में ।

 

Fan Regulator working in hindiफैन रेगुलेटर कैसे काम करता है :

फैन रेगुलेटर के काम करने का तरीका साधारण सा है पर आपको समझने की जरूरत है क्योंकि इसके अंदर कैपासिटर, रेसिस्टर और TRIAC का इस्तेमाल किया जाता है । जिसका इस्तेमाल अलग-अलग रेगुलेटर में किया जाता है पर हम आपको इलेक्ट्रिक रेगुलेटर की बारे में ही बताने वाले हैं ताकि आपको अच्छी तरह से समझ आ सके ।

चित्र के अनुसार आप देखेंगे की इलेक्ट्रिक रेगुलेटर के अंदर रेसिस्टर का प्रयोग किया गया है और यही रेसिस्टर वोल्टेज को कम करने का काम करता है । पर रेसिस्टर की संख्या इस रेगुलेटर के अंदर कुल तीन हैं इसका मतलब यह होता है की वोल्टेज थोड़ा सा कम करना हो तो एक रेसिस्टर को उपयोग में लाया जायेगा और वोल्टेज बहुत कम करके आगे भेजना हो तो एक से अधिक रेसिस्टर की मदद ली जाती है ।

Fan Regulator working in hindi
Fan Regulator working in hindi

निशान को जैसे-जैसे आप ऊपर नीचे करेंगे तो वही निशान जुड़ता रहता है रेसिस्टर की तार से ताकि विधुत प्रवाहित जो सके । जैसे की जब फैन रेगुलेटर के निशान को दुसरे नंबर पर रखते हैं तब निशान जुड़ जाता है दुसरे नंबर पर रखे हुए रेसिस्टर के साथ । इससे होता यह है की निशान से ही विधुत अंदर जाता है रेगुलेटर के अंदर फिर दुसरे नंबर वाले रेसिस्टर से होकर इसके बाद तीसरे नंबर वाले रेसिस्टर से होकर ही बाहर निकलता है जिससे वोल्टेज काफी कम हो जाता है । अगर निशान को पहले नंबर पर सेट करके रखेंगे तो विधुत तीनों रेसिस्टर से होकर बाहर निकलेगा जिससे वोल्टेज काफी कम होकर बाहर निकलेगा । तीसरे नंबर पर निशान को सेट करने से विधुत रेसिस्टर से प्रवाहित होकर बाहर नहीं निकलेगा क्योंकि निशान से विधुत अंदर जाने की बाद सीधा ही रेसिस्टर से ना जाते हुए बाहर की तार से जुड़ जाता है जिससे वोल्टेज जितना बाहर से आया था उतना ही आगे जाता है पंखे को । रेगुलेटर के निशान को 0 नंबर पर सेलेक्ट करने से रेगुलेटर का निशान पंखे की तार से कनेक्ट नहीं होता है जिससे पंखा नहीं चलेगा ।

कहने का मतलब यह है की रेगुलेटर वोल्टेज कम कर पाता है रेसिस्टर की संख्या अंदर कितनी है । एक रेसिस्टर वोल्टेज को थोड़ा सा ही कम पायेगा, दूसरा रेसिस्टर वोल्टेज को और ज्यादा कम करेगा और तीसरा रेसिस्टर वोल्टेज को काफी कम करेगा । रेसिस्टर की संख्या अधिक करने से वोल्टेज की मात्रा में कमी होने लगती है ।

नोट :

आप इतना भी जरुर याद रखें की रेगुलेटर वोल्टेज को कम करके आगे भेजता है पंखे को लेकिन वोल्टेज के साथ-साथ amps यानी की करंट भी कम होता है । यानी की रेसिस्टर की वजह से वोल्टेज के साथ amps भी कम होता है और ऐसा सभी फैन रेगुलेटर में होता है ।

 

Types of Fan Regulator in hindi | फैन रेगुलेटर के प्रकार :

फैन रेगुलेटर के प्रकार कुल तीन हैं और सभी के बारे में अगर आप अच्छी तरह से जान लेते हैं तो आप बिजली की बचत जितनी चाहे उस हिसाब से कर सकते हैं । फैन रेगुलेटर एक ऐसा है जो ac करंट पर काम करता है और  दूसरा फैन रेगुलेटर dc करंट पर चलता है । पर आपको फैन के हिसाब से फैन रेगुलेटर सेलेक्ट करना पड़ेगा जैसे की अगर आपने ac करंट पर चलने वाला ac फैन लिया है तो आप ऐसा फैन रेगुलेटर लेंगे जो ac करंट पर चलता हो । अगर फैन dc करंट से चलता है तो फैन रेगुलेटर भी वही सलेक्ट करेंगे जो dc करंट पर चलता हो । मार्किट में अगर आप फैन रेगुलेटर वही मिलेगा जो ac करंट पर चलने वाला होगा क्योंकि सभी घरों में पंखे वही होते हैं जो ac करंट पर चलते हैं । फैन रेगुलेटर के प्रकार के बारे में जानकारी जोकि इस प्रकार है :

  1. इलेक्ट्रिक फैन रेगुलेटर
  2. स्टेप लेस फैन रेगुलेटर
  3. स्टेप फैन रेगुलेटर

 

Electric फैन रेगुलेटर क्या है :

इलेक्ट्रिक फैन रेगुलेटर की टेक्नोलॉजी अभी आज के समय में बहुत ही पुरानी हो चुकी है यानी की इससे भी काफी अच्छे फैन रेगुलेटर मार्किट में आ चुके हैं जैसे की स्टेप लेस और स्टेप फैन रेगुलेटर । इलेक्ट्रिक फैन रेगुलेटर आकार में काफी बड़े होते हैं और आपने जरुर देखें होंगे पर मार्किट में ये फैन रेगुलेटर आपको नहीं खरीदने चाहिए क्योंकि पंखे की स्पीड कम करने के बावजूद भी ये फैन रेगुलेटर बिजली की बचत अधिक मात्रा में नहीं कर पाते हैं  क्योंकि रेसिस्टर वोल्टेज को कम करते वक्त कुछ बिजली को व्यर्थ कर देता है । जबकि दुसरे फैन रेगुलेटर बिजली की बचत काफी करते हैं जब आप कम स्पीड पर पंखा चलाते हैं तो ।

इलेक्ट्रिक फैन रेगुलेटर वोल्टेज को कम करता है रेसिस्टर की मदद से यानी की इसके अंदर रेसिस्टर लगे होते हैं या वेरिएबल रेसिस्टर भी कह सकते हैं जिसकी शाफ़्ट को घुमाने के बाद ही वोल्टेज को कम या ज्यादा करके पंखे की स्पीड को कण्ट्रोल किया जा सकता है । पर इलेक्ट्रिक फैन रेगुलेटर गर्म काफी ज्यादा होते हैं जिसकी वजह से लम्बे समय तक ये फैन रेगुलेटर काम करने वाले नहीं होते हैं अगर इसकी तुलना इलेक्ट्रॉनिक फैन रेगुलेटर से की जाए तो ।

 

Electronic फैन रेगुलेटर क्या है :

इलेक्ट्रॉनिक फैन रेगुलेटर लेटेस्ट टेक्नोलॉजी पर बने हुए फैन रेगुलेटर हैं और इसी फैन रेगुलेटर का इस्तेमाल आज के समय में सबसे अधिक मात्रा में किया जाता है । इलेक्ट्रॉनिक फैन रेगुलेटर के प्रकार आगे दो हैं जैसे की स्टेप लेस और स्टेप फैन रेगुलेटर । स्टेप लेस और स्टेप फैन रेगुलेटर की बारे हमने अलग से विस्तार से समझाया है नीचे की तरफ इस प्रकार है :

 

Step Less फैन रेगुलेटर क्या है :

स्टेप लेस रेगुलेटर वे रेगुलेटर होते हैं जिसमें नंबर नहीं दिए जाते हैं पंखे की स्पीड को कम या ज्यादा करने के लिए और फैन रेगुलेटर स्मूथ तरीके मूव हो जाते हैं बिना आवाज किये । इन स्टेप लेस फैन रेगुलेटर के अंदर रेसिस्टर का प्रयोग तो किया जाता है पर वोल्टेज और amps को कम करने के लिए कैपासिटर और TRIAC ही काम में आता है जिसकी वजह से स्टेप लेस फैन रेगुलेटर गर्म कम होते हैं और स्पीड कम करने बाद बिजली की बचत भी करते हैं जोकि सही है आपके लिए क्योंकि इलेक्ट्रिक फैन रेगुलेटर बिजली की बचत सही तरीके से नहीं कर पाते हैं ।

step less regulator voltage cycle in hindi
step less regulator voltage cycle in hindi

स्टेप लेस फैन रेगुलेटर के बारे में अगर आप बारीकी के साथ जानना चाहते हैं तो आप ये जान लें की स्टेप लेस फैन रेगुलेटर वोल्टेज के वेवफॉर्म के अंदर कुछ बदलाव करता है । जैसे की आप चित्र में देख सकते हैं की बाहर से आने वाला वोल्टेज रेगुलेटर के अंदर तो जाता है पर जैसे ही बाहर आता है तो उसमें डिस्टोरशन (distortion) देखने को मिलता है और इसका डिस्टोरशन रेट स्टेप फैन रेगुलेटर से थोड़ा सा ज्यादा होता है । आपको वेवफॉर्म में अंतर तभी पता चलेगा जब आप नीचे स्टेप फैन रेगुलेटर का भी चित्र देखेंगे क्योंकि उसमें डिस्टोरशन रेट कम है । स्टेप लेस फैन रेगुलेटर की मदद से पंखे की स्पीड को कम करने पर या पंखा कम स्पीड पर चलाने से बिजली की बचत होती है जितनी होनी चाहिए ।

 

Step फैन रेगुलेटर क्या है :

जिस फैन रेगुलेटर के बाहरी पंखे की स्पीड को कम या ज्यादा करने के लिए नंबर दिए जाते हैं उसे फैन रेगुलेटर कहते हैं । स्पीड कम या ज्यादा करने पर स्टेप फैन रेगुलेटर के अंदर टिक-टिक जैसी आवाज आती है । ऊपर दिए गये दोनों रेगुलेटर में से बेस्ट फैन रेगुलेटर तो स्टेप फैन रेगुलेटर ही हैं क्योंकि ये बिजली की बचत सबसे अधिक करते हैं जब पंखे को कम स्पीड पर चलाने की जरूरत होती है तब । वैसे स्टेप लेस फैन रेगुलेटर भी बिजली की बचत करते हैं पर ये स्टेप फैन रेगुलेटर उससे थोड़ा सा आगे है यानी की अंतर मामूली सा ही है । हालाँकि इस स्टेप फैन रेगुलेटर में भी वोल्टेज को कण्ट्रोल करने के लिए कैपासिटर और TRIAC का ही सबसे बड़ा योगदान होता है जबकि रेसिस्टर का भी उपयोग इसके अंदर किया जाता है ।

step regulator voltage cycle in hindi
step regulator voltage cycle in hindi

स्टेप फैन रेगुलेटर के बारे में आप इतना भी जान लेने की ये फैन रेगुलेटर वोल्टेज के वेवफॉर्म में कुछ बदलाव करता है जैसे की आप देख सकते हैं रेगुलेटर के अंदर जाने वाला वोल्टेज साईकल और बाहर निकलने वाला वोल्टेज साईकल में अंतर सिर्फ डिस्टोरशन का ही है । इससे हमें यह देखने को मिलता है स्टेप फैन रेगुलेटर डिस्टोरशन पैदा करता है जिसकी वजह से पंखे की स्पीड कण्ट्रोल हो पाती है ।

 

जरूरी सुचना :

अगर आपको समझने में दिक्कत आ रही है तो आप इतना ही याद रखें की सभी फैन रेगुलेटर वोल्टेज और amps को कम करके पंखे की स्पीड को कण्ट्रोल करने का काम करते हैं यानी की पंखे की स्पीड को कम करते हैं ।

 

कौन सा फैन रेगुलेटर बेस्ट है :

सबसे बेस्ट फैन रेगुलेटर स्टेप टाइप फैन रेगुलेटर ही होता है क्योंकि यही फैन रेगुलेटर बाकी के फैन रेगुलेटर की तुलना में सबसे लम्बे समय तक चलने वाले होते हैं और बिजली की बचत करते हैं । इसीलिए आपको स्टेप फैन रेगुलेटर ही सेलेक्ट करना चाहिए क्योंकि यह BLDC फैन के साथ भी सही तरीके से काम करता है लेकिन step लेस फैन रेगुलेटर की वजह से BLDC फैन अधिक आवाज करने लगते हैं जबकि बाकी के AC फैन में इसका कोई फर्क नहीं पड़ता है ।

लोकल फैन रेगुलेटर और ब्रांडेड फैन रेगुलेटर में अंतर :

ब्रांडेड फैन रेगुलेटर चाहे पंखे के साथ मिले या फिर दुकान से दोनों एक जैसे ही होते हैं अगर दोनों की कंपनी एक जैसी होती है या बेस्ट कंपनी के फैन रेगुलेटर होते हैं तो । लोकल फैन रेगुलेटर तभी लेने पड़ते हैं जब पंखे के साथ आने वाला फैन रेगुलेटर खराब हो जाये तब लेकिन लोकल फैन रेगुलेटर अच्छी कंपनी के भी आते हैं और घटिया किस्म के भी । इसमें कुल मिलाकर यही कहना चाहूँगा की ब्रांडेड फैन रेगुलेटर फैन के साथ और लोकल मार्किट दोनों में मिलते हैं जबकि लोकल रेगुलेटर का मतलब ऐसा नहीं की रेगुलेटर घटिया ही होंगे इसमें आपको कंपनी सेलेक्ट करनी होगी क्योंकि लोकल फैन रेगुलेटर बेस्ट कंपनी के भी आते हैं और घटिया कंपनी के भी ।

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