इस आर्टिकल में हम आपको इन्वर्टर बैटरी के प्रकार के बारे में ही बताने वाले हैं जैसे की इन्वर्टर बैटरी के प्रकार कितने हैं और उनका उपयोग कहाँ किया जाता है । मार्किट में कई सारे इन्वर्टर बैटरी देखने को मिलती है पर इस आर्टिकल में हम इन्वर्टर के बारे में नहीं सिर्फ बैटरी के बारे में ही बताया जायेगा क्योंकि हमने इन्वर्टर बैटरी के प्रकार के बारे में ही बात की है ।
Types of Inverter Battery in hindi | इन्वर्टर बैटरी के प्रकार :
इन्वर्टर के बैटरी के प्रकार के बारे में तो बताया ही जायेगा साथ में इसके उपयोग, फायदे और कमियों के बारे भी बात की जायेगी जोकि इस प्रकार है :
Types of inverter battery in hindi |
फ्लैट प्लेट बैटरी :
फ्लैट प्लेट बैटरी जोकि एक लीड एसिड बैटरी है जिसके अंदर एसिड ही डाला जाता है जिसकी वजह से ही फ्लैट प्लेट बैटरी काम करती है । इसके आलावा इसके अंदर पानी भी डालना पड़ता है कई बार क्योंकि पानी की वजह से ही फ्लैट प्लेट बैटरी काम करती है । कई बार पानी डालने का कारण यही है की बैटरी के काम करने पर पानी सूखता रहता है इसीलिए । पानी भी इसके अंदर बार-बार डालना पड़ता है लेकिन रोज-रोज नहीं बल्कि कुछ महीनों बाद क्योंकी जगह इसके अंदर पानी स्टोर करने की कम होती है इसीलिए । फ्लैट प्लेट बैटरी आकार में छोटी यानी की लम्बाई में छोटी होती है जिसकी वजह से इसे घरों में कम जगह होने पर यह फ्लैट प्लेट बैटरी आसानी से फिट हो जाती है और यह जल्दी से चार्ज हो जाती है । फ्लैट प्लेट बैटरी का उपयोग सबसे अधिक मात्रा में किया नहीं जाता है क्योंकि इसकी जिंदगी कम होती है अगर इसकी तुलना ट्यूबलर बैटरी से की जाए तो । 150 ah फ्लैट प्लेट इन्वर्टर बैटरी की कीमत तकरीबन 10000 रूपए हो सकती है ।
फ्लैट बैटरी बनायी गयी है ऐसे काम के लिए जहां पर बिजली कट बार-बार लगता है यानी की बिजली का बार-बार आना और जाना तो ऐसे में फ्लैट प्लेट बैटरी ही सही रहती है और इसी काम के लिए ही इसे बनाया गया है । अगर आपके घर में या दुकान में बिजली कट दिन में कई बार लगता है तो ऐसे में आपके लिए फ्लैट प्लेट बैटरी ही सही रहती है । वैसे आप इतना जरूर ध्यान रखें की फ्लैट प्लेट में मिलने वाला पॉवर बैकअप लम्बा नहीं होता है यानी की अगर लम्बे समय तक कोई उपकरण चलाने हों तो आपके लिए ये फ्लैट प्लेट बैटरी नहीं बल्कि ट्यूबलर बैटरी ही सही रहेगी । इसके साथ ही अधिक लोड सहन करने में सक्षम नहीं है फ्लैट प्लेट बैटरी ।
जानिए बैटरी के साथ आने वाले इन्वर्टर के प्रकार के बारे में
ट्यूबलर बैटरी बैटरी :
ट्यूबलर बैटरी के अंदर एसिड और पानी होता है जिसकी वजह से इसे लीड एसिड बैटरी कहते हैं । एसिड तो कंपनी खुद ही ट्यूबलर बैटरी के अंदर डालती हैं पर पानी इसी बैटरी के अंदर खुद डालना पड़ता है वो भी तब जब इसके अंदर पानी कम जाए तो । सबसे ज्यादा इस्तेमाल में लायी जाने वाली इन्वर्टर बैटरी तो ट्यूबलर बैटरी ही होती है क्योंकि इसकी जिंदगी फ्लैट प्लेट बैटरी से अधिक तो होती ही है साथ में अधिक लोड सहन करने में यानी की हैवी उपकरणों को चलाने में भी सक्षम होती हैं । पॉवर बैकअप यानी की लम्बे समय तक उपकरण इस ट्यूबलर बैटरी की मदद से चलाये जा सकते हैं । इसीलिए ट्यूबलर बैटरी का उपयोग फ्लैट प्लेट बैटरी की तुलना में काफी अधिक किया जाता है । अगर आपके घर में या दुकान में बिजली जल्दी से नहीं आती है यानी की पॉवर कट काफी लम्बा जाता है तो आपके लिए ट्यूबलर बैटरी ही सही रहती है क्योंकि कंपनी में ट्यूबलर बैटरी को बनाया है इसी काम के लिए ताकि लम्बे समय तक ट्यूबलर बैटरी उपकरणों को चला सके । पर आप इतना भी याद रखें की ट्यूबलर बैटरी आकार में काफी बड़ी होने के साथ-साथ कीमत भी थोड़ी सी अधिक होती है अगर इसकी तुलना फ्लैट प्लेट बैटरी से की जाए तो । ट्यूबलर बैटरी जल्दी से चार्ज होने वाली बैटरी नहीं है यानी की चार्ज होने में समय अधिक लेती है । पर ट्यूबलर बैटरी की खासियत तो यह है की इसकी जिंदगी लम्बी होती है तकरीबन 4 साल से भी ऊपर तो चलने वाले बैटरी होती है ये । जैसे की 150 ah ट्यूबलर इन्वर्टर बैटरी की कीमत तकरीबन 12000 रूपए हो सकती है ।
सोलर बैटरी :
सोलर बैटरी भी लीड एसिड बैटरी होती है क्योंकि इसके अंदर भी एसिड पहले से ही डाला जाता है पर पानी आपको डालना पड़ेगा तभी तो यह बैटरी काम करेगी । सोलर बैटरी का इस्तेमाल अधिकतर तो तभी किया जाता है जब घर में या दुकान में सोलर पैनल लगे हों और उसे कनेक्ट करना हो किसी बैटरी के साथ तभी सोलर बैटरी ही लगायी जाती है क्योंकि सोलर बैटरी बाकी के सभी बैटरियों से थोड़ी सी एडवांस्ड यानी की स्पेशल होती है यानी की इसे स्पेशल बनाया गया है । सोलर बैटरी को स्पेशल बनाया गया है इसीलिए ताकि यह बैटरी जल्दी से चार्ज और डिस्चार्ज हो सके क्योंकि सोलर पैनल थोड़ी देर तक ही करंट देंगे क्योंकि धूप थोड़ी देर तक ही रहती है इसीलिए बैटरी ऐसी चाहिए जो जल्दी से चार्ज हो सके । इसीलिए सोलर बैटरी को बनाया गया है जोकि चार्ज काफी जल्दी से हो जाती है और साथ में हैवी लोड चलाने में भी सक्षम हैं यानी की एक साथ कई उपकरणों को आप सोलर बैटरी की मदद से चला सकते हैं । अगर आपके पास सोलर पैनल नहीं भी है तो भी आप सोलर बैटरी का इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे की बार-बार बिजली का आना जाना और थोड़ी सी तकरीबन 1 घन्टे बिजली आने के बाद कई घण्टो बाद बिजली का आना तो ऐसे में सोलर बैटरी आपके लिए एकदम सही रहेगी जोकि जल्दी से जल्दी चार्ज हो जाती है । पर जिंदगी सोलर बैटरी की सबसे ज्यादा होती है क्योंकि रोज-रोज सोलर बैटरी चार्ज और डिस्चार्ज होती है इसीलिए । तकरीबन 5 साल से अधिक तक की जिंदगी सोलर बैटरी की देखने को मिल जाती है । परन्तु फ्लैट प्लेट बैटरी और ट्यूबलर बैटरी की तुलना में इसकी कीमत काफी ज्यादा होती है । जैसे की 150 ah luminous कंपनी की सोलर बैटरी की कीमत तकरीबन 15000 रूपए होती है ।
नोट :
सोलर बैटरी जल्दी से चार्ज होने में सक्षम हैं पर साथ में इन्वर्टर भी ऐसा होना चाहिए जोकि बैटरी को जल्दी से चार्ज कर सके । अगर इन्वर्टर के चार्ज करने की स्पीड ही कम है तो सोलर बैटरी से चार्ज नहीं हो पायेगी ।
जेल बैटरी :
वातावरण को नुकसान नहीं पहुंचाने वाली बैटरी तो सिर्फ जेल बैटरी ही है क्योंकि इसके अंदर जेल डालने के बाद इस जेल बैटरी को अच्छी तरह से सील कर दिया जाता है यानी की बन्द कर दिया जाता है जिसकी वजह से जेल यानी की एसिड बाहर नहीं निकलेगा लीक होने के बाद । इसी कारण वातावरण भी साफ़ रहेगा यानी वातावरण दूषित नहीं होता है । अगर दूसरी इन्वर्टर बैटरी की बात की जाए तो उसके अंदर डाला हुआ एसिड कभी-कभी बाहर आ जाता है जिसका असर वातावरण पर पड़ता है । जेल बैटरी को पूरी तरह से सील कर दिया जाता है क्योंकि इसमें आपको पानी पाने की जरूरत ही नहीं है । जेल बैटरी लीड एसिड बैटरी ही होती है लेकिन इसके अंदर एसिड की जगह पर जेल का उपयोग किया जाता है । जेल बैटरी आकार में ठीक-ठाक और इसकी जिंदगी सोलर बैटरी जितनी ही होती है । वैसे जेल बैटरी की कीमत सोलर बैटरी जितनी अधिक होती है और इसमें इस्तेमाल आप अपने घरों या दुकानों में भी कर सकते हैं ।
कौन सी इन्वर्टर बैटरी खरीदनी चाहिए :
ऊपर हमने आपको चार प्रकार के इन्वर्टर बैटरी के बारे में बताया है जिसमें से आपको ट्यूबलर बैटरी ही सबसे बेस्ट और सही रहेगी क्योंकि इसकी कीमत ठीक-ठाक होने के बावजूद पॉवर बैकअप और जिंदगी अच्छी मिल जाती है यानी की लम्बे समय तक ट्यूबलर बैटरी साथ देने में सहायक है । अगर आप ऐसी बैटरी चाहते हैं जो जल्दी से चार्ज हो सके, अधिक से अधिक यानि की फुल लोड डाला जा सके और जिंदगी भी लम्बी हो तो आपके लिए सोलर बैटरी सही रहेगी । जेल बैटरी आपके लिये तभी सही रहेगी जब आप किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानी नहीं उठाना चाहते हैं तो ।