Earphone के प्रकार जितने भी होंगे उसके बारे में आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं ताकि आपको ईयरफोन के बारे में सब कुछ पता चल सके और अपने हिसाब से सही ईयरफोन का चयन किया जा सके । इसीलिए इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं ईयरफोन के प्रकार और साथ में उसके फायदे और कमियों के बारे में भी बताने वाले हैं तो चलिए जानते हैं ।
Types of Earphone in hindi | Earphone के प्रकार :
ईयरफोन के प्रकार काफी सारे नहीं बल्कि तीन हैं जोकि उसके आकार के ऊपर निर्भर करते हैं जिसमें हमने वायरलेस और वायर वाले ईयरफोन को प्रकार में शामिल नहीं किया । ईयरफोन के प्रकार कुछ इस तरह हैं :
- In ईयरफोन
- नैकबैंड ईयरफोन
- ईयरपॉड्स
- ईयरबड्स
- हैडफ़ोन
- On the ईयर हैडफ़ोन
- Over the ईयर हैडफ़ोन
In ईयरफोन क्या होता है :
ऐसे ऑडियो हेडसेट जोकि कान के अंदर तक घुसते हैं और हमें आवाज सुनाते हैं उसे In ईयरफोन का नाम दिया गया क्योंकि ईयरफोन शब्द के सबसे आगे ईयर शब्द का इस्तेमाल किया गया जिसका मतलब होता है कान । लेकिन इसे शॉर्ट में ईयरफोन ही कहते हैं और आप इसे ईयरफोन के नाम से ही खरीदना । हालांकि इस तरह के ईयरफोन सबसे ज्यादा इस्तेमाल में लाये जाते हैं और इसी की शुरुआत सबसे पहले हुई थी और आज के समय में इसी की कीमत सबसे कम होती है और अधिकतर स्मार्टफोन या मोबाइल में तो ये साथ मे ही आते हैं ।
ईयरफोन से मिलने वाली ऑडियो अच्छी ही होती है और यह निर्भर करता है कंपनी पर की इसके अंदर ड्राइवर कितने बड़े और अच्छे डाले हुए हैं । हलांकि ईयरफोन का इस्तेमाल ज्यादा देर तक करने से कान में दर्द शुरू होने लगता है और इसका इस्तेमाल आप तब नहीं कर सकते अगर आप आसपास होने वाली आवाज नहीं सुनना चाहते हैं तो । क्योंकि इसका इस्तेमाल करने से आसपास पैदा होने वाली आवाज बंद नहीं होती अगर आ रही है तो । ईयरफोन तक तो वायर वाले आते हैं जिसकी कीमत कम होती है और दूसरे वे जो बिना वायर के आटे हैं यानी कि वायरलेस ईयरफोन जोकि ब्लूटूथ की मदद से डिवाइस के साथ कनेक्ट होते हैं हलांकि इसकी कीमत थोड़ी सी अधिक देखने को मिलती है ।
Earphone के फायदे :
- ईयरफोन की कीमत होती है सबसे काफी कम
- स्मार्टफोन और मोबाइल के साथ आते हैं फ्री में
Earphone के नुकसान :
- ज्यादा देर तक ईयरफोन इस्तेमाल करने से दुखने लगते हैं कान
- तारों का झंझट देखने को मिलता है ईयरफोन में
- डीप से डीप बेस ईयरफोन में कम देखने को मिलना
नैकबैंड ईयरफोन क्या होता है :
जब वायरलेस ईयरफोन बनाने की बारी आई तो सबसे पहले यही नैकबैंड ईयरफोन बना जिसे गले में रखकर उसके बाद इसे कान में लगाकर इस्तेमाल में लाया जा सकता था और पिछले कुछ सालों में ये काफी पॉपुलर भी रहा है क्योंकि बैटरी इसके अंदर बड़ी होने की वजह से बैटरी बैकअप लम्बा देखने को मिलता है । हलांकि इसकी साउंड क्वालिटी भी उतनी ही जबरदस्त देखने को मिलती है जितनी साधारण ईयरफोन में देखने को मिलती है ।
नैकबैंड Earphone के फायदे :
- नैकबैंड ईयरफोन की कीमत काफी अधिक नहीं होती
- बैटरी बैकअप का नैकबैंड ईयरफोन में काफी लंबा देखने को मिलना
नैकबैंड Earphone के नुकसान :
- ज्यादा देर तक नैकबैंड ईयरफोन इस्तेमाल करने से दुखने लगते हैं कान
- वायरलेस होने के बावजूद तारों का झंझट देखने को मिलता है नैकबैंड ईयरफोन में
- नैकबैंड ईयरफोन को गले में रखने से होती है अलकत
- डीप से डीप बेस नैकबैंड ईयरफोन में कम देखने को मिलना
ईयरपॉड्स क्या होता है:
ईयरफोन को और छोटा बनाया गया जिसका नाम रखा गया ईयरपॉड्स जोकि कान में फिट होने के बाद थोड़ा सा नीचे लटका हुआ रहता है और कंट्रोल करने के लिए आता है यह स्मार्ट सेंसर के साथ जोकि इसके अंदर ही होते हैं । ये भी काफी पॉपुलर रहा था जब ये मार्किट में आया था क्योंकि नैकबैंड ईयरफोन की तुलना में ये काफी छोटे हैं । इस ईयरपॉड्स के अंदर बैटरी काफी छोटी लगी होती है क्योंकि जगह काफी कम होती है इसीलिए । ईयरपॉड्स के अंदर बैटरी तो होती ही है साथ में जिस छोटी सी डब्बी में ये ईयरपॉड्स आते हैं उस डब्बी में भी बैटरी होती है जिसे अलग से चार्ज किया जा सकता है ।
जबकि ईयरपॉड्स को चार्ज करती है ये डब्बी । ईयरपॉड्स को जैसे ही ईयरपॉड्स के बॉक्स में रखते हैं तो बॉक्स में लगी पिन ईयरपॉड्स से कनेक्ट हो जाती है जिससे ईयरपॉड्स चार्ज होने लगता है जबकि बॉक्स को चार्ज अलग से करना पड़ता है । ईयरपॉड्स आकार में काफी छोटे होने की वजह से चार्जर की पिन लगती नहीं इसीलिए बॉक्स में रखकर ही ये चार्ज होते हैं । इसके साथ आने वाला बॉक्स खुद एक बार चार्ज होने के बाद ईयरपॉड्स को तकरीबन 3 से 4 बार चार्ज कर देता है । हलांकि ईयरपॉड्स की कीमत ज्यादा देखने को मिलती है ।
ईयरपॉड्स के फायदे :
- ईयरपॉड्स इस्तेमाल करना होता है काफी आसान
- ईयरपॉड्स का वजन में होते हैं काफी कम
- कंट्रोल करने के लिए ईयरपॉड्स आते हैं स्मार्ट सेंसर के साथ
- ईयरपॉड्स हैं आकार में काफी छोटे
ईयरपॉड्स के नुकसान :
- ज्यादा देर तक ईयरपॉड्स इस्तेमाल करने से दुखने लगते हैं कान
- ईयरपॉड्स नहीं दे पाता लम्बा बैटरी बैकअप
- ईयरपॉड्स की कीमत होती है अधिक
- डीप से डीप बेस ईयरपॉड्स में कम देखने को मिलना
ईयरबड्स क्या होता है :
अब तक के सबसे लेटेस्ट ईयरफोन में आते हैं ईयरबड्स जोकि वायरलेस ही हैं लेकिन आकार में सबसे छोटे होते हैं और आते हैं सेंसर के साथ ताकि इसको कंट्रोल किया जा सके । ईयरबड्स को भी चार्ज करने के लिए छोटे से बॉक्स में रखना पड़ता है जोकि बॉक्स साथ मे ही आता है । ईयरबड्स की कीमत बहुत ज्यादा होती है और इसका बैटरी बैकअप काफी तगड़ा नहीं देखने को मिलता क्योंकि छोटे से आकार में बैटरी छोटी लगी होती है इसीलिए पर वजन में काफी ज्यादा हल्के होते हैं ईयरबड्स । इसके साथ आने वाला बॉक्स खुद एक बार चार्ज होने के बाद ईयरबड्स को तकरीबन 3 से 4 बार चार्ज कर देता है ।
ईयरबड्स के फायदे :
- ईयरबड्स इस्तेमाल करना होता है काफी आसान
- ईयरबड्स का वजन में होते हैं काफी कम
- कंट्रोल करने के लिए ईयरबड्स आते हैं स्मार्ट सेंसर के साथ
- ईयरबड्स हैं आकार में सबसे छोटे
ईयरबड्स के नुकसान :
- ज्यादा देर तक ईयरबड्स इस्तेमाल करने से दुखने लगते हैं कान
- ईयरबड्स नहीं दे पाता लम्बा बैटरी बैकअप
- ईयरबड्स की कीमत होती है सबसे अधिक
- डीप से डीप बेस ईयरबड्स में कम देखने को मिलना
हैडफ़ोन क्या होता है :
इसके बाद बारी आती है हैडफ़ोन की जिसका इस्तेमाल अक्सर किया जाता है तब जब आप नहीं चाहते कि आसपास होने वाला शोर शराबा आपको कम से कक सुनाई दे । हैडफ़ोन को सबसे अधिक वही लोग खरीदते हैं जो वीडियो एडिटिंग और ऑडियो एडिटिंग का काम करना चाहते हैं क्योंकि ये काम ऐसा होता है कि ऑडियो को ध्यान से सुनने और एडिट करने की जरूरत होती है तो इसके लिए अगर आसपास अगर शोर शराबा हुआ तो काम मे दिक्कत होती है । इसीलिए हैडफ़ोन बनाया गया जोकि आकार में काफी बड़े होते हैं साथ में ईयरफोन की तुलना में बेहतर ऑडियो सुनाने में मदद करते हैं । हैडफ़ोन आपको वायर वाले अजर वायरलेस दोनों मिल जाएंगे जिसमें से वायरलेस हैडफोन जोकि ब्लूटूथ हैडफ़ोन होते हैं । हलांकि हैडफोन के प्रकार भी आगे दो हैं जोकि इस प्रकार है :
On the Ear हैडफ़ोन क्या होता है:
ऐसे हैडफ़ोन जो कान को पूरी तरह से नहीं ढकते बल्कि कान के ऊपर फिट होते हैं उस हैडफ़ोन को on the ईयर हैडफ़ोन के नाम से जाना जाता है । हालांकि अगर इस तरह के हैडफ़ोन ज्यादा बढ़िया नहीं होते हैं तो ज्यादा देर तक इसका इस्तेमाल करने से कान दुखने लगते हैं क्योंकि ये ईयरफोन कान को थोड़ा सा दबाकर रखते हैं ।
हलांकि on the ईयर हैडफ़ोन छोटे होते हैं over the ईयर हैडफोन की तुलना में इसीलिए इसका अधिकतर इस्तेमाल किया जाता है । पर आपको ये ध्यान रखना होगा कि on the ईयर हैडफ़ोन के दोनों तरफ जो हिस्सा कान में लगता है वह हिस्सा नर्म से नर्म सोफे वाला होना चाहिए ताकि ज्यादा देर तक इस्तेमाल करने के बाद आपके कान ना दुखे । इस तरह के हैडफोन का इस्तेमाल करने से आसपास होने वाली आवाज सुनाई तो देती है लेकिन काफी कम ।
On the Ear हैडफ़ोन के फायदे :
- On the Ear हैडफ़ोन देते हैं सबसे बेस्ट साउंड क्वालिटी
- On the Ear हैडफ़ोन आते हैं वायर और वायरलेस दोनों में
- ज्यादा देर तक On the Ear हैडफ़ोन इस्तेमाल करने से कम दुखते हैं कान
- On the Ear हैडफ़ोन आसपास की आवाज को कर देते हैं कम
- वायरलेस On the Ear हैडफ़ोन देते हैं लम्बा बैटरी बैकअप
- डीप से डीप बेस देते हैं On the Ear हैडफ़ोन
On the Ear हैडफ़ोन के नुकसान :
- On the Ear हैडफ़ोन का वजन में होते हैं थोड़े से भारी
- On the Ear हैडफ़ोन की कीमत होती है अधिक
- वायर वाले On the Ear हैडफ़ोन में देखने को मिलता है तारों का झंझट
- Over the Ear हैडफ़ोन होते हैं आकार में काफी बड़े
Over the ear हैडफोन क्या होता है :
आसपास होने वाली आवाज आपको कम से कम आये और आप सही ढंग से गाने सुन सकें तो ऐसे में आप Over the ear हैडफोन को सेलेक्ट कर सकते हैं क्योंकि ये Over the ear हैडफोन आकार में काफी बड़े होते हैं और ये कान के ऊपर नहीं बल्कि कान के आसपास फिट होते हैं यानी के ये कान को दबाते नहीं बल्कि कान ढक लेते हैं ।
जिसकी वजह से जितना मर्जी इस तरह के हैडफ़ोन का इस्तेमाल करो आपके कान दुखेंगे नही क्योंकि ये कान को दबाते नहीं है । इस तरह के हैडफोन का इस्तेमाल फ़िल्म इंडस्ट्री में तो किया ही जाता है और अधिकतर लोग भी कर रहे हैं क्योंकि ये हैडफोन कान को अच्छी तरह से ढक लेते हैं जिसके कारण आसपास होने वाली आवाज सुनाई नहीं देती अगर हम कम आवाज में गाने सुन रहे हैं तो ।
Over the Ear हैडफ़ोन के फायदे :
- Over the Ear हैडफ़ोन देते हैं सबसे बेस्ट साउंड क्वालिटी
- Over the Ear हैडफ़ोन आते हैं वायर और वायरलेस दोनों में
- ज्यादा देर तक Over the Ear हैडफ़ोन इस्तेमाल करने से नहीं दुखते कान
- Over the Ear हैडफ़ोन आसपास की आवाज को कर देते हैं बिल्कुल कम
- वायरलेस Over the Ear हैडफ़ोन देते हैं लम्बा बैटरी बैकअप
- डीप से डीप बेस देते हैं Over the Ear हैडफ़ोन
Over the Ear हैडफ़ोन के नुकसान :
- Over the Ear हैडफ़ोन का वजन में होते हैं थोड़े से भारी
- Over the Ear हैडफ़ोन की कीमत होती है अधिक
- Over the Ear हैडफ़ोन होते हैं आकार में काफी बड़े
- वायर वाले Over the Ear हैडफ़ोन में देखने को मिलता है तारों का झंझट
What is Bluetooth Headphone in hindi | ब्लूटूथ हैडफोन क्या होता है :
ब्लूटूथ हैडफोन ऐसे हैडफोन जिसे स्मार्टफोन, मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटॉप से कनेक्ट करने के लिए तार की नहीं बल्कि ब्लूटूथ फीचर की जरूरत पड़ती है । आजकल सभी स्मार्ट डिवाइस में ब्लूटूथ का फीचर देखने को मिलता है जबकि कंप्यूटर में अलग से ब्लूटूथ रिसीवर लगाना पड़ता है ताकि वायरलेस हैडफ़ोन यानी कि ब्लूटूथ हैडफ़ोन को कंप्यूटर के साथ कनेक्ट करके ऑडियो सुनी जा सके या गाने सुने जा सकें । हलांकि स्मार्टफोन, मोबाइल और लैपटॉप में अलग से ब्लूटूथ रिसीवर लगाने की जरूरत नहीं होती क्योंकि उसमें पहले से ब्लूटूथ फीचर होता है ।
ब्लूटूथ हैडफोन वाले डिवाइस बिना तार के होने की वजह से आप जिस डिवाइस से हैडफोन कनेक्ट किये हों उससे आप तकरीबन 30 मीटर दूर जाने पर भी ऑडियो सुन सकते हैं । पर ब्लूटूथ हैडफोन की कीमत अधिक होती है क्योंकि इसके अंदर बैटरी लगी होती है क्योंकि ये हैडफोन बिना वायर के होता है और इसको चार्ज करने के लिए चार्जर की जरूरत पड़ती है और चार्जर चाहे मोबाइल का हो या फिर स्मार्टफोन का नहीं पड़ता फर्क कुछ भी । लेकिन अल्ट्रा फ़ास्ट चार्जर से चार्ज मत करना अगर हैडफोन फ़ास्ट चार्जिंग स्पीड को सपोर्ट नहीं करता है तो ।