रूट के बारे में हम आपको इस आर्टिकल में विस्तार से बताने वाले हैं जैसे की फोन रूट क्या होता है, फोन रूट करने के फायदे और फोन रूट करने के नुकसान । सबसे जरूरी बात ये फोन रूट होते कैसे हैं और फोन को रूट करने की जरूरत क्यों पड़ती है ।
Root in hindi | रूट क्या है :
रुट ऐसा काम जो डिवाइस रूल्स को तोड़ने का काम करता है । किसी डिवाइस को रुट करने का मतलब होता है उस डिवाइस को फुल कंट्रोल में करना, उसको मनचाहे तरीके से इस्तेमाल करना और उसको कस्टमाइज करना । किसी भी डिवाइस को फुल कंट्रोल करने का फीचर यूजर को नहीं बल्कि कंपनी वाले के पास ही होता है । ताकि चलाने वाला यूजर डिवाइस का इस्तेमाल गलत तरीके से ना कर सके और डिवाइस में कोई खराबी ना आये । जब किसी यूजर डिवाइस को मनचाहे तरीके से यूज करने है तो उस डिवाइस को रुट करने की जरूरत पड़ती है ।
What is Phone Root in hindi | फोन रुट क्या है :
जब किसी फोन को रुट किया जाता है तो उस फोन को फोन रुट ही कहते हैं यानी कि फोन रुट हो चुका है । इसका मतलब फोन के सभी सेटिंग्स को चेंज या कस्टमाइज कर सकते हैं । फोन पहले unroot होता है कंपनी की तरफ से इसका मतलब उस फोन के सभी फ़ीचर्स को नहीं बल्कि कुछ फ़ीचर्स का ही इस्तेमाल हम कर सकते हैं । जबकि बाकी के फ़ीचर्स को फोन में छुपाया जाता है इसका कारण है फोन सुरक्षित रहे और लंबे समय तक काम करने के लायक बना रहे । फोन के रूट होने से फोन के जितने भी फ़ीचर्स होते हैं उसको हम यूज कर सकते हैं और मनचाहे तरीके से फोन को कस्टमाइज कर सकते हैं । जैसे कि सॉफ्टवेयर में बदलाव, स्पीड में अंतर और भी बहुत कुछ । वैसे आज के समय में सपेशल लोग ही फोन को रुट करते हैं जिसके बारे में हम आगे विस्तार के साथ पॉइंट की मदद से बताएंगे ।
फोन रुट क्यों किया जाता है :
जैसे कि हमने आपको ऊपर बताया था कि कंपनी वाले फोन की कुछ सेटिंग्स को छुपाकर रखते हैं ताकि यूजर स्मार्टफोन को कोई प्रॉब्लम खड़ी ना कर दे । फोन को रुट करने की जरूरत तब पड़ती है जब हमको ऐसा कोई काम करना पड़ता है जो काम फोन हमें करने से रोकता है तब फोन को रुट करने की जरूरत पड़ती है ताकि हम अपना काम किसी प्रॉब्लम के कर सके । जैसे कि स्मार्टफोन के सॉफ्टवेयर में बदलाव करना, फोन के वर्सन को बदलना-अपग्रेड करना, किसी के डिवाइस को कंट्रोल करना बिना परमिशन को यानी कि किसी दूसरे डिवाइस को हैक करने इत्यादि । अधिकतर मामलों में फोन को रुट इसीलिए किया जाता है ताकि किसी डिवाइस को हैक किया जा सके और किसी डिवाइस और wifi के पासवर्ड का पता लगाया जा सके । हलांकि फोन को रुट करना कोई बुरी बात नहीं है क्योंकि फोन को रुट करके कुछ लोग काम को बेहतर बनाते हैं जबकि कुछ लोग इसका इस्तेमाल गलत तरीके से करते हैं । इसीलिए कंपनी वाले फोन को रुट करके नहीं भेजती आपके पास । जिसको जरूरत होती है वह फोन को रुट कर सकता है जबकि फोन रुट होने के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं जिसे हमने सबसे नीचे एक-एक करके बताया हुआ है ।
फोन रुट कैसे होता है :
फोन रुट एप्लीकेशन की मदद से होता है जो डाउनलोड करनी पड़ती है जो गूगल प्लेस्टोर में नहीं है क्योंकि फोन को रुट करने वाली एप्लीकेशन गूगल कंपनी के रूल्स के खिलाफ है और रुट करने वाली एप्लीकेशन के बारे में जैसे कि नाम नहीं बता सकता । क्योंकि गूगल कंपनी के रूल्स के खिलाफ हैं । हलांकि रुट करने वाली एप्लीकेशन आसानी से मिल जाती हैं अगर आप ढूंढते हैं तो । पर आप इतना जरूर ध्यान रखना की गूगल प्लेस्टोर के अलावा दूसरी जगह से इस एप्लीकेशन को डाउनलोड करना थोड़ा सा रिस्की है क्योंकि वायरस के घुसने का खतरा बढ़ जाता है । सिर्फ एंड्राइड स्मार्टफोन ही रुट हो सकते हैं लेकिन एप्पल कंपनी के कोई भी डिवाइस को रुट नहीं किया जा सकता ।
कौन से फोन रुट होते हैं :
सभी एंड्राइड स्मार्टफोन रुट हो जाते है जबकि 5.0 वर्सन से नीचे आने वाले कुछ अधिकतर स्मार्टफोन रुट नहीं हो पाते । इससे ऊपर के वर्सन वाले अधिकतर स्मार्टफोन रुट हो जाते हैं अगर आप करना चाहते हैं तो । अगर बात करें एप्पल कंपनी की तरफ से बनाये जाने वाले iphone की तो ये डिवाइस रुट नहीं होते क्योंकि कंपनी ने पहले से ही अपने डिवाइस को लॉक करके भेजा है ताकि यूजर का डाटा सुरक्षित रहे और फोन जल्दी में जल्दी से कोई प्रॉब्लम देखने को ना मिले ।
फोन रुट करके क्या हम कुछ भी कर सकते हैं :
चाहे तो आप कुछ भी कर सकते हैं स्मार्टफोन के साथ लेकिन स्मार्टफोन के अंदर पाए जाने वाले सॉफ्टवेयर के साथ कुछ बदलाव कर्म के लिए अलग से एथिकल हैकर की पढ़ाई करनी पड़ती है तभी जबकि सॉफ्टवेयर को छोड़कर आप मनचाहे सेटिंग्स का फायदा उठा सकते हैं । परन्तु फोन के सॉफ्टवेयर में बदलाव करना जोकि फोन बनाने वाली कंपनी के रूल के खिलाफ हो सकता है ।
क्या आपने फोन रुट किया है :
जी हां दोस्तो मैंने अपना खुद का फोन भी रुट किया था और फोन को रुट कर्म का मकसद था wifi के पासवर्ड का पता लगाना । क्योंकि मैं फ्री में किसी का wifi चलाना चाहता था जबकि फोन को बिना रुट किये भी wifi से कनेक्ट किया जा सकता है लेकिन जब wifi के पासवर्ड को देखना हो तो फोन रुट करना पड़ जाता है । लेकिन आपको फोन रुट नहीं करना चाहिए अगर आपका स्मार्टफोन नया है और अगर आपके स्मार्टफोन में जरूरी पासवर्ड और डाक्यूमेंट्स पड़े है जो किसी के हाथ लगने पर गलत काम होने की संभावना हो तो ऐसे में फोन रुट करने की जरूरत नहीं है । फोन के रूट होने से फोन की वॉरंटी और गारंटी दोनों खत्म हो जाती है ।
क्या फोन रुट करना चाहिए :
फोन को रुट करने की जरूरत अधिकतर लोगों को नहीं पड़ती है । अगर आप ऐसा काम करना चाहते हैं जो स्मार्टफोन में नहीं हो रहा तो आपकी मर्जी है फोन को रुट करने की लेकिन इससे सिक्युरिटी कमजोर पड़ जाती है और वायरस के हमला होने का खतरा बढ़ जाता है । अगर आपके पास पुराना स्मार्टफोन पड़ा हुआ है या एक फालतू स्मार्टफोन पड़ा है तब आप फोन रुट कर सकते हैं लेकिन उसमें आपका जरूरी डाटा नहीं होना चाहिए ।
फोन रुट करने के फायदे :
- फोन रुट करके दूसरे डिवाइस को कंट्रोल किया जा सकता है
- फोन ले रुट होने से फोन की स्पीड को बढ़ाया जा सकता है
- फोन को रुट करने से फोन की पॉवर को काफी हद तक बढ़ा भी सकते हैं ।
- फोन को रुट करके फोन के अंदर के सॉफ्टवेयर में कुछ बदलाव किया जा सकता है ।
- ब्लॉटवेयर यानी कि डिलीट ना होने वाली एप्लीकेशन को डिलीट किया जा सकता है फोन को रुट करके ।
- फोन रुट होने से फोन को कस्टमाइज किया जा सकता है ।
फोन रुट करने के नुकसान :
- फोन के रूट होने से फोन की गारंटी और वॉरंटी दोनों ही समाप्त जो जाती है ।
- फोन रुट करने से फोन की सिक्युरिटी कमजोर पड़ जाती है ।
- रुट हुए फोन में वायरस के अंदर घुसने का खतरा आसान हो जाता है ।
- रुट हुए फोन लंबे-लंबे समय तक काम करने के लायक नहीं रहते ।
जरूरी सूचना :
फोन रुट करने वाली एप्लीकेशन गूगल कंपनी के रूल्स के खिलाफ हैं इसीलिए रुट करने वाली एप्लीकेशन को डाउनलोड ना करें ताकि आप और आपका स्मार्टफोन सुरक्षित रहे । इसके अलावा फोन को रुट करना आपके स्मार्टफोन के लिए खतरा साबित हो सकता है जैसे कि वायरस का फोन में घुसना और फोन का जरूरी डेटा ला लीक हो जाना इत्यादि ।