क्या आप जानते हैं कि सरसों का तेल कैसे बनता है वो भी फैक्ट्री में यानी की फैक्ट्री में सरसों का तेल कैसे बनता है । तेल के प्रकार तो काफी सारे देखने को मिल जाते हैं जबकि है इस आर्टिकल में सिर्फ सरसों का तेल कैसे बनता है के बारे में ही बात करने वाले हैं ।
इस आर्टिकल को पूरा पढ़ लेने के बाद आप अच्छी तरीके से जान पाएंगे की आखिर फैक्ट्री में सरसों का तेल कैसे बनता है । साथ ही आपके कुछ सवालों के जवाब इस आर्टिकल के सबसे नीचे भी जानने को मिल जायेंगे ताकि आपको फुल जानकारी दी जा सके । तो चलिए जानते हैं सरसों तेल कैसे बनता है या सरसों का तेल किससे बनता है विस्तार के साथ ।
सरसों का तेल कैसे बनता है :
फैक्ट्रियों में सरसों तेल बनाने का तरीका काफी अलग नहीं होता बल्कि वहां पर मशीनें इतनी ज्यादा होती हैं की हमें ऐसा देखने को लगता है की सरसों तेल बनाने के लिए काफी कुछ करना पड़ता है । फैक्ट्री में सरसों तेल कैसे बनता है उसके तरीके नीचे की तरफ इस तरह है :
- सरसों की खेती करना :
सबसे पहले सरसों की खेती की जाती है जो तेल बनाने वाली कंपनी का काम नहीं होता बल्कि किसानों का ही होता है । तेल बनाने वाली कंपनियां सरसों की खेती करने वाले किसानों के साथ डील करके रखती है जैसे किसानों को अच्छी क्वालिटी का बीज देना इत्यादि । ताकि अच्छी सरसों की खेती पैदा हो सके और बेहतर सरसों तेल बनाया जा सके ।
- सरसों के फूल से बीज अलग करना :
सरसों की खेती जब हो जाती है यानी की जब सरसों फसल अच्छी तरीके से बड़ी हो जाती है तब इस फसल के ऊपरी हिस्से में जहां फूल होता है वहां और सरसों के बीज (seeds) होते हैं । जिसे बड़ी मशीन की मदद से निकाल लिया जाता है । अभी सरसों की फसल से बीजों को इक्कठा करके उसे बड़े टैंक में जमा करके फैक्ट्री में ले जाया जाता है ।
- सरसों के बीज का टेस्ट :
सरसों के बीजों का फैक्ट्री के अंदर आ जाने के बाद इसका सबसे पहले मशीन की मदद से चेक कर लिया जाता है ताकि सरसों के बीज में प्रोब्लम ना हो, अगर है तो उसे बाहर निकाल दिया जाता है । ये काम मशीन अपने आप ही करती रहती है ।
- सरसों के बीज को छांटना और साफ करना :
इसके बाद सरसों के बीज जो अपने आप ही दूसरी मशीन में चले जाते हैं, जहां पर दूसरी मशीन सरसों के बीजों को साफ करने का काम करती है । इसमें खराब हुए बीज, बीज के साथ आए पत्ते, लकड़ी इत्यादि को ये मशीन बाहर निकाल लेती है और आखिर में बीज को साफ भी कर लिया जाता है ताकि कीटाणु ना रहे । बीज के साफ हो जाने के बाद ये सरसों के बीज अपने आप ही रोलर बेल्ट की मदद से दूसरी मशीन में चले जाते हैं ।
- सरसों के बीज के छिलकों को उतरना :
अच्छी क्वालिटी का सरसों तेल बनाने से पहले सरसों के बीज के छिलकों को उतार लिया जाता है और इसी बीज से सरसों तेल अच्छी क्वालिटी का बनता है । जबकि कुछ कंपनियां नहीं निकालती और उसी सरसों तेल का दाम भी कम ही होता है । सरसों के बीजों के छिलकों का उतर जाने के बाद रोलर बेल्ट से ये सारे बीज अपने आप मिक्सिंग मशीन में चले जाते हैं ।
- सरसों के बीज को पिसना :
इस मिक्सिंग मशीन में सरसों के बीज की पिसाई होती है अच्छी तरीके से । बीज की पिसाई हो जाने के बाद अब ये मिश्रण हमें पॉउडर के रूप में मिलता है यानी की अब ये बीज पिसा जा चुका है ।
- बीज के पॉउडर को दाब देकर तेल निकालना :
सरसों के बीज के पिसे जाने के बाद बने हुए पॉउडर को दूसरी मशीन में दाब देकर तेल निकाल लिया जाता है । इस मशीन में इसी मिश्रण को दाब अच्छी तरीके से दिया जाता है ताकि जितना हो सके मिश्रण से तेल निकाला जा सके । जबकि छोटी दुकानों में रखी छोटी मशीन की मदद तेल प्राप्त करने के लिए बीजों को एक से अधिक बार दाब दिया जाता है क्योंकि तेल अच्छी तरीके से बाहर नहीं निकल पाता इसीलिए ।
जबकि बड़ी बड़ी फैक्ट्रियों में बीज से तेल निकालने के लिए दाब काफी ज्यादा दिया जाता है ताकि बार बार मिश्रण को दाब देकर तेल ना निकालना पड़े यानी की एक ही बार में दाब देने के बाद तेल जितना हो सके निकाला जा सके । तेल निकलकर बाहर तो आ जायेगा लेकिन बाकी बचा हुआ पॉउडर जो अत्यधिक दबाव आने की वजह से पपड़ी जैसे आकार के बन जाते हैं और इसी मिश्रण को खल कहते हैं, जिसे गायों या भेसों को खुराक के तौर पर दे दिया जाता है । तेल बनाने वाली कंपनियां इन्हीं खल को मार्किट में अलग से बेचती भी हैं ।
- तेल की सफाई :
बीज के मिश्रण को दाब देने के बाद प्राप्त हुआ तेल जो दूसरी मशीन में अपने आप चला जाता है पाइपों के माध्यम से । जहां पर ये मशीन तैयार हुए सरसों तेल को साफ करके शुद्ध तेल बाहर निकाल कर बड़े टैंक में भेज देती है क्योंकि मिश्रण को दाब देने के बाद प्राप्त हुए सरसों तेल में से बिज का कुछ कचरा भी आ जाता है इसीलिए जालीदार जाली से साफ़ कर लिया जाता है या कोई और तरीके से । जहां पर बड़े टैंक में सरसों तेल इक्कठा होता जाता है ।
- सरसों तेल की टेस्टिंग :
ब्रांडेड तेल बनाने वाली कंपनियां तेल का टेस्ट भी करती हैं ग्राहक तक पहुंचाने से पहले । इसमें ये काम मशीनें खुद ही करती है । सरसों तेल का पास हो जाने के बाद अब ये सरसों तेल दूसरी मशीन में जाता है ।
- सरसों तेल की पैकिंग :
पैकिंग मशीन में सरसों तेल को प्लास्टिक के कैन या पैकेट में पैक कर लिया जाता है । प्लास्टिक कैन और पैकेट जो दूसरी कंपनियों से बनवा लिए जाते हैं लेकिन कंपनी की ब्रांडिंग जो कंपनी खुद ही मशीन के माध्यम से छापती है । सरसों तेल अब बनकर तैयार है जिसे अब बड़े बड़े बॉक्स में पैक करके दुकानों तक पहुंचा दिया जाता है ।
- सरसों का तेल किससे बनता है :
सरसों का तेल सरसों की फसल से तैयार किया जाता है । सरसों की फसल से काफी सारे बीज इक्कठे हो जाते हैं जिसे फैक्ट्री में ले जाकर, दाब देकर सरसों तेल प्राप्त कर लिया जाता है । सरसों की फसल को किस्म और अच्छी फसल होने से सरसों तेल अधिक निकल आता है ।
सरसों तेल बनाने वाली कंपनियों के नाम :
सरसों तेल बनाने वाली कंपनियां काफी सारी हैं लेकिन हम कोशिश करेंगे सभी के नाम बताने कि । लेकिन इसमें से हम लोकल छोटी कंपनी के नाम नहीं बतायेंगे क्योंकि लोकल मार्किट में बनने वाला सरसों तेल तो सिर्फ लोकल मार्किट में ही बिकता है जबकि कंपनी का तेल पूरे भारत में बिकता है । सरसों तेल बनाने वाली कंपनियों के नाम हेठ दिए अनुसार है :
- बेस्ट सरसों आयल कंपनी लिस्ट
- Fortune
- Puri Oil mills
- P Mark
- Pir Oil Mills
- गगन
- सोहना
- सेंचुरी
सरसों तेल कैसे बनता है-बारे में मेरी राय :
दोस्तो बड़ी बड़ी फैक्ट्रियों में सरसों तेल बनाने का तरीका और होम मेड सरसों बनाने का तरीका काफी अलग नहीं बल्कि थोड़ा सा अलग हो सकता है । जैसे की होममेड तेल बनाने के लिए यानी की दुकानों में सरसों तेल बनाने के लिए सरसों के बीज के छिलकों को उतारा नहीं जाता, कई बार दबाव देना पड़ता है और सफाई अच्छी तरीके से नहीं की जाती ।
मुझे विश्वास है की आपको “फैक्ट्री में सरसों का तेल कैसे बनता है” के बारे में काफी कुछ जानने और सीखने को मिला होगा और “सरसों तेल कैसे बनता है” और “सरसों का तेल किससे बनता है” इसके बारे में जितने भी आपके सवाल हैं वो भी आपके सॉल्व हो गए होंगे ।