जाटों को काबू में कैसे करें ? – मत करें सर्च

इन्टरनेट पर कुछ मात्रा में लोग ऐसे होते हैं जो इन्टरनेट पर गलत कीवर्ड सर्च करते हैं जिसमें से जाटों को काबू में कैसे करें, जाट को कैसे काबू किया जाए नाम का कीवर्ड भी शामिल है । जाट से कुछ लोग पंगा लेना चाहते हैं तो कुछ लोग उनसे अपना काम निकलवाना चाहते हैं । कारण कई हो सकता है और इसी कारण से इन्टरनेट पर सर्च किया जाता है कि जाटों को काबू में कैसे करें ।

जरूरी नहीं कि जाट केवल सिक्ख ही होते हैं बल्कि ये सिक्ख के अलावा हिन्दू जात में भी देखने को मिलते हैं । अधिकतर लोग जाट को सिक्ख समझते हैं जबकि ऐसा नहीं होता है । सिक्ख के अलावा भी हिंदी जाट होते हैं और दोनों के बारे ही हम आपको अच्छे से समझा सकेंगे और जानकारी देंगे । इस बात का भी आपको ख़ास ध्यान देना चाहिए कि काम ऐसा नहीं करना जिससे कि जाट लोगों के दिल को ठेस पहुंचे और जाटों को काबू में कैसे करें, जाट को कैसे काबू किया जाए जैसे कीवर्ड नहीं करना इन्टरनेट पर सर्च ।

जाटों को काबू में कैसे करें

आपको ये कभी नहीं जानना चाहिए कि जाटों को काबू में कैसे करें क्योंकि इससे हिंसा बढ़ती है, लड़ाई-झगड़े बढ़ते हैं और भी काफी कुछ हो सकता है । अलग धर्म के लोग यानी जाट के अलावा ही कुछ लोग ऐसे होते हैं जो जाट को किसी तरह से काबू में करने की कोशिश करते हैं और ऐसी सोच रखते हैं । अब इस बात का मैं तो नहीं पता कर सकता है कि आखिर लोग इस तरह के कीवर्ड सर्च करे ही क्यों है जबकि मेरा काम जानकारी देना तक ही सिमित है ।

कैसे होते हैं जाट

जाट के लोग अलग तरह के होते हैं जो मैंने देखा जैसे कि :

  • प्यार से पेश आना :

अपने अधिकतर ऐसा जरुर से देखा होगा की सिक्ख जाट हमेशा प्यार से ही और मुस्कराहट के साथ ही सामने वाले इन्सान से पेश आते हैं । जाट के लोग के मुंह पर अधिकतर स्माइल ही देखने को मिलती है और यही कारण से सामने वाला इन्सान पहले से ही खुश हो जाता है । किन्तु अधिकतर जाट ही ऐसे होते हैं जबकि कुछ जाट में ऐसी भावना देखने को नहीं मिलती जो अधिकतर धर्म में ऐसा ही होता है ।

  • सेवा :

सबसे ज्यादा सेवा करने के मामले में सिक्ख की जात में जाट ही आगे रहते हैं और इनका नाम ही सबसे ज्यादा चलन में होता है । सिक्ख जाट की अगर हम बात करें तो सबसे ज्यादा ये गुरुद्वारे में ही अधिकतर सेवा करते हैं जैस कि किसी भी लोगों को फ्री लंगर सेवा का मौक़ा देना । सेवा के मामले में सिक्ख जाट ही सबसे पहले नंबर पर देखने को मिलते हैं । हिन्दू जात में आने वाले जाट सिक्ख जाट की त्र्ह्ग हमेशा सेवा के मामले में पहले नंबर पर नहीं आते बल्कि ये तो दुसरे धर्मों की तरह ही होते हैं ।

  • भेदभाव नहीं करते :

सिक्ख जाट की अगर हम बात करें तो ये किसी के साथ भेदभाव नहीं करते । इसी कारण से गुरुद्वारे में इनकी टीम की मदद से फ्री लंगर सेवा चलाई जाती है और यह केवल भगवान की कृपा से ही होता है । सिक्ख जाट को छोड़कर अगर हम साधारण जाट की बात करें तो वे सिक्ख जात में नहीं बल्कि हिंदी जात में आते हैं ।

  • किसी से भी मिलना

जाट की एक खूबी ये भी है कि ये किसी भी लोगों के साथ आसानी से मिलते हैं चाहे सामने वाला इन्सान किसी भी धर्म का ही क्यों न हो । हर किसी को अपना भाई बना लेते हैं जाट । इसी तरह से प्यार की भावना जितनी इनके अदंर होती है उतना ही गुस्सा इनके अंदर भी होता है अगर इनको गुस्सा दिलाया जाए तो । इसी तरह हिंसा फ़ैलाने के लिए ही कुछ गलत लोग जाट को भडकाने की कोशिश करते हैं जिससे जाटों में गुस्सा जल्दी से आने लगता है ।

  • झुकना नहीं पसंद करते :

नहीं झुकना किसी के आगे, यही है जाट की सबसे बड़ी खूबी । खुद से मेहनत करने की, किसी के आगे ना झुकने की और खुद पैसा कमाने की ही आदत अधिक देखने को मिलती है अधिकतर जाटों ने । वैसे दुसरे धर्म के कुछ लोग भी झुकते भी हैं और नहीं भी झुकते । किन्तु जाट कम ही झुकते हैं अगर गलत काम ना किया हुआ हो तो ।

  • पर्सनालिटी दिखाते हैं :

अधिकतर जाट अपनी शरीर दिखाकर तुरते हैं यानी खुलकर चलते हैं । अपनी पर्सनालिटी लोगों के सामने दिखाते हैं जैसे कि साफ़ सुथरे कपड़े पहनना खुद की टौर निकालना इत्यादि । इसी कारण से जाट कंजूस भी नहीं होते है जो किसी के लिए भी काम करने के लिए तैयार हो जाते हैं । किन्तु अगर सामने वाले इन्सान ही धोखा दे जाए तो इनमें गुस्सा भी काफी ज्यादा आने लगता है जिससे लड़ाई के लिए कूद पड़ते हैं ।

  • गुस्सा :

जाट में जितना प्यार उतना ही गुस्सा भी देखने को मिलता है । सबसे अच्छी दोस्ती इनकी यारों के बीच में ही देखने को मिलती है जैसे की पार्टी में शामिल होकर पार्टी करना और भी काफी कुछ । सामने वाला इन्सान अगर जाट को ही कुछ ज्यादा ही गलत बोल दे तो ये बदला लेने के लिए भी उतर सकते हैं । किन्तु जाट बुरे नहीं होते बल्कि अच्छे ही होते हैं । जाट हो या अन्य धर्म का लोग, है तो ये इन्सान ही जैसे मुस्लिम, हिन्दू आदि जात के लोग सब इन्सान ही है ।

मेरी राय

आपको इन्टरनेट पर ये कभी भी नहीं सर्च करना चाहिए कि जाटों को काबू में कैसे करें, जाट को कैसे काबू किया जाए, फौजी को काबू कैसे करें आदि शब्द । क्योंकि ऐसा करने से जाट लोगों के हृदय को ठेस पहुँचती है और इसी कारण से जाट के लोग बुरा भी मान सकते हैं । हमारा काम था आपको समझाना सही तरीके से ना कि गलत तरीके से । इस लेख में हमने किसी भी जाट को बुरा नहीं कहा है अगर फिर भी किसी भी लोगों को हमारे इस लेख से कोई समस्या है तो आप हमें कमेंट् कर सकते हैं हम इस आर्टिकल में बदलाव करेंगे या डिलीट करने की कोशिश करेंगे ।

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