What are the ways to provide Loan to Krishi Sangh

इस आर्टिकल में में हम आपको बताएँगे What are the ways to provide Loan to Krishi Sangh टॉपिक को लेकर जानकारी । । यानी ऐसे कौन से हैं तरीके जिसकी मद से कृषि संघ को लोन मिलता है या दिया जाता है । ये लोन हमारी तरफ से नहीं बल्कि सरकार, बैंकिंग आदि से ही दिया जाता है ।

इस सवाल का जवाब पाने के लिए करते हैं लोग इन्टरनेट पर सर्च जैसे कि What are the ways to provide Loan to Krishi Sangh, जिसके बाद उनको सवाल का जवाब इंग्लिश में ही मिलता है । किन्तु इस आर्टिकल में हम आपको हिंदी भाषा में आपके इस सवाल का जवाब देने वाले हैं जिससे समझने में आपको आसानी हो, तो आइये जानते हैं ।

What are the ways to provide Loan to Krishi Sangh

जैसे कि आपने ऊपर की तरफ ही जाना था कि एक नहीं बल्कि कई तरीके हैं ऐसे जिसकी मदद से कृषि संघ को लों मिलता है यानी पहुँचाया जाता है और वे तरीके नीचे की तरफ इस प्रकार है :

सरकारी स्कीम

क्या आप जानते हैं कि सबसे बड़ा और सबसे पहले लोन सरकार की तरफ से दिया जाता है कृषि संघ को । किन्तु इसके लियी सरकसी स्कीम के भरोसे रहना पड़ता है जिसके लिए समय का इंतजार करना पड़ जाता है । सरकारी स्कीम जो सरकार की तरफ से निकाली जाती है ताकि कृषि संघ के साथ साथ किसानों को लोन दिया जा सके । इस सरकारी स्कीम के तहत कृषि संघ को लोन देने का मुख्य कारण ये है कि ब्याज इन पर कम पड़ता है । इसी कारण से लोन को किसान सरकार की तरफ से लेकर कम ब्याज देकर वापिस लौटा सकते हैं ।

सरकार की तरफ से निकाली जाने वाली स्कीम के भी नाम हैं जैसे KCC स्कीम, NABARD स्कीम इत्यादि । KCC यानी किसान क्रेडिट कार्ड और NABARD का मतलब नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट । ये दोनों स्कीम हैं जो कृषि संघ को लोन कम से कम ब्याज में देने का काम करती हैं ताकि किसान को लोन की रकम लौटाते वक्त अधिक ब्याज देना ना पड़े ।

बैंक्स

सरकार से मिलने वाली स्कीम से अगर कृषि संघ को लोन मिलने में दिक्कत हो रही तो दूसरा बेस्ट आप्शन बैंक माना जाता है । बैंक की बात करें तो यह कंपनियों की तुलना में आसानी से लोन दे देते हैं कृषि संघ को । बैंक्स की तरफ से भी अलग-अलग प्रकार रखे जाते हैं लोन के जिसमें से कृषि संघ के लिए बनाया गया है एग्रीकल्चर लोन । इस एग्रीकल्चर लोन के तहत कृषि संघ को लोन दिया जाता है कम ब्याज के तहत । यानी एग्रीकल्चर लोन में पड़ने वाला ब्याज कम होता है जिससे कि किसान को अधिक ब्याज देना ना पड़े जब लोन की रकम बैंक वालों को वापिस करनी हो तो ।

एक नहीं बल्कि कई सारे बैंक्स ने एग्रीकल्चर लोन की केटेगरी बनाई है जो खासकर कृषि संघ यानी किसानों के लिए है । इस एग्रीकल्चर लोन का बैंक्स से लेने पड़ किसान अपने काम के लिए उय्पोग कर सकते हैं । तो कुल मुलाक्र दूसरा रास्ता कृषि संघ को लोन देने का बैंक्स ही आता है जिसमें प्राइवेट और सरकारी बैंक्स शामिल होते हैं ।

पोपुलर बैंकों के नाम हैं जो किसान को एग्रीकल्चर लोन देने का रास्ता हैं जैसे कि :

वैसे देखा जाए तो हमने ऊपर कुछ ही बैंकों के नाम बताए हैं जो कृषि संघ को लोन देने में सहायता प्रदान करते हैं । किन्तु इस बात का भी आपको ध्यान देना चाहिए कि तकरीबन सभी बैंक्स कृषि संघ को लोन देने में सहायता प्रदान करते हैं । तकरीबन सभी बैंक्स कृषि संघ को एग्रीकल्चर लोन का ही ऑफर देते हैं क्योंकि कृषि संघ और किसान को एग्रीकल्चर लोन की ही सबसे ज्यादा जरूरत होती है । हलांकि सबसे अच्छा और कम ब्याज के तहत एग्रीकल्चर लोन कृषि संघ को सरकारी स्कीम के अंतर्गत ही मिलता है और इस स्कीम का लाभ वो किसान अधिकतर उठाते हैं जिनको एग्रीकल्चर लोन की जरूरत होती है ।

NBFC’s

कृषि संघ को लोन मिलने का तीसरा तरीका NBFC’s भी है जिसकी फुल फॉर्म है नॉन बैंकिंग फाइनेंसियल कम्पनीज । नॉन बैंकिंग फाइनेंसियल कम्पनीज एक ऐसी कंपनी जो कृषि संघ को लोन देती है और ये बैंक से जुडी नहीं होती और ना ही ये बैंक होता है । नॉन बैंकिंग फाइनेंसियल कम्पनीज की तरफ से कृषि संघ के साथ साथ किसों को लोन आसानी के साथ मिल जाता था ।

जहाँ एक तरफ कृषि संघ को लोन आसानी से नॉन बैंकिंग फाइनेंसियल कम्पनीज दे देती हैं तो वहीँ दूसरी तरफ ब्याज भी अधिक लिया जाता है क्योंकि इनकी पोलिसी ज्यादा स्ट्रिक्ट (कठिन) नहीं होती । जानकारी के लिए आप लोग ये भी जान लें कि नॉन बैंकिंग फाइनेंसियल कम्पनीज जो स्पेशल एग्रीकल्चर लोन देती हैं कृषि संघ और किसानों को ये यही एग्रीकल्चर लोन स्पेशल किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए कम ब्याज देने के लिए बना होता है ।

माइक्रोफाइनेंस Institutions

अलग-अलग शहरों में छोटे छोटे माइक्रोफाइनेंस Institutions स्थित होते हैं और ये भी एक ऐसा तरीका है जिसकी मदद एस कृषि संघ को लोन मिल पाता है । अगर कृषि संघ को लोन छोटा चाहिए होता है तो फिर माइक्रोफाइनेंस Institutions एक अच्छा आप्शन हो सकता है । जानकारी के लिए आपको बता दें कि इन माइक्रोफाइनेंस Institutions का मुख्य मकसद छोटे गांवों, छोटे किसानों को एग्रीकल्चर लोन देने का होता है, जबकि बड़ा लोन तो सरकारी स्कीम के तहत या बैंक्स की तरफ से मिल जाता है ।

मेरी राय

इस ब्लॉग के लेख ” What are the ways to provide Loan to Krishi Sangh” में आपने जाना कृषि संघ को मिलने वाले लोन के कई रास्तों के बारे में । कुछ लोगों को ये जानना होता है कि आखिर कौन से ऐसे तरीके हैं जो कृषि संघ को लोन देने में मदद करते हैं । ये लोन कृषि संघ को एग्रीकल्चर लोन के रूप में दिया जाता है ।

3 thoughts on “What are the ways to provide Loan to Krishi Sangh”

  1. naturally like your web site however you need to take a look at the spelling on several of your posts. A number of them are rife with spelling problems and I find it very bothersome to tell the truth on the other hand I will surely come again again.

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