बताया जाता है कि भारत में तेली समाज के लोगों के बारे बेहद कम ही जाना जाता है और अधिकतर लोग इस नाम को भूल ही चुके होंगे । इसका कारण जानकरी के मुताबिक बताया जा रहा है तेली समाज जाती के लोगों का अन्य जाती में बंट जाना और वह है राठौर, गुप्ता, जायसवाल इत्यादि । तो क्या नरेंद्र मोदी तेली है या नहीं, इसी के बारे हम जानेंगे आगे ।
श्री नरेंद्र मोदी तेली समाज ले लोगों में से ही आते हैं यानी नरेंद्र मोदी तेली ही हैं । मोढ घांची (तेली) नरेंद्र मोदी का गोत्र है । जानकरी के मुताबिक तेली लोगों की संख्या भारत में तकरीबन 14 करोड़ आसपास है । इतनी सारी संख्या होने के बावजूद अधिकतर अधिकतर लोग तेली समुदाय का नाम ही भूल से चुके हैं ।
तेली समुदाय के लोगों को पिछड़ी जाती में डाला गया है । OBC की लिस्ट में ही मोढ घांची (तेली) का नाम देखने को मिल जाएगा और शायद इन्हें खास सुविधाएँ दी जाती है पिछड़ी जाती होने के कारण । नरेंद्र मोदी की तेली होने की वजह से ये भी पिछड़ी जाती में से ही आते हैं जिसके कुछ नेताओं ने नरेंद्र मोदी जी पर विरोध भी जताया था यह कहकर कि नरेंद्र मोदी जी अपना फायदा देखने के लिए जान बुझकर मोढ घांची (तेली) जाती को OBC केटेगरी में डाला गया ।