सादे मच्छर की तुलना में डेंगू मच्छर के काटने का निशान थोड़ा सा अलग ही देखने को मिलता है । निशान के बाद त्वचा पर चक्कते बनना तो आम बात है और इसे ऐसे ही नजरंदाज नहीं कर देना चाहिए । क्योंकि डेंगू मच्छर के काटने के बाद चक्कते भी बनते हैं जैसे नॉर्मल मच्छर के काटने पर बनते हैं ।
डेंगू मच्छर के काटने का निशान का पता जरुर होना चाहिए । क्योंकि नॉर्मल मच्छर के काटने पर साधारण सा ही बुखार होता है । लेकिन डेंगू मच्छर से होने वाला बुखार साधारण नहीं होता बल्कि यह डेंगू बीमारी पैदा कर देता है ।
डेंगू मच्छर जब इन्सान की त्वचा को जब काटता है तब उस जगह पर लाल रंग का निशान बनने लग जाता है और यह निशान छोटा होता है । डेंगू मच्छर के कटने के बाद त्वचा पर तेज़ खारिश होने लगेई जैसे साधारण मच्छर के कटने पर होती है और चक्कते हो जाते हैं यानी त्वचा थोड़ी सी फुल जाती है । डेंगू मच्छर शरीर के जिस जगह पर काटता है वही जगह यानी कटने वाली जगह पर बनने वाले निशान का रंग फीका लाल सा होता है जिसे हमने ऊपर चित्र में दिखाया हुआ है ।
काटने वाली त्वचा के आसपास वाली जगह पर भी लाल रंग के निशान दिखाई देना शुरू हो सकते हैं कुछ घंटों बाद । इसका मतलब मच्छर ने काटा एक बार और उसकी वजह से 1 निशान बनने के बाद भी कुछ निशान और बनने लगे तो यह निशानी होती है डेंगू मच्छर के कटने की । इन हालातों में तुरंत ही डॉक्टर से दवा लेनी चाहिए क्योंकि इसकी बीमारी समय पर ही रोकी जा सकनी आसान होती है ।