मच्छर काफी तेजी से त्वचा में छेद करने में सक्षम होते हैं और उतने ही सक्षम डेंगू मच्छर भी होते हैं । तो क्या इसका कमाल डेंगू मच्छर के दांतों को जाता है, तो इसका जवाब है नहीं । ऐसा क्यों, इसके बारे हम आगे जानने वाले हैं क्योंकि लोगों के मन में सवाल तो आता ही है कि डेंगू मच्छर के कितने दांत होते हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि उनका यह सवाल कहीं ना कहीं गलत है ।
डेंगू मच्छर के दांत होते ही नहीं है बल्कि स्टालेट्स होते हैं, जिसकी संख्या 47 होती है । जिस प्रकार इन्सान भोजन चबाने के लिए दांतों का इस्तेमाल करता है, वहीं दूसरी तरफ मच्छर इन्हीं स्टालेट्स का इस्तेमाल करता है त्वचा में छेद करने के लिए । डेंगू मच्छर के मुंह में नहीं बल्कि उसकी लम्बी सी सुई जैसी तीखी सूंढ में ही ये स्टालेट्स होते हैं । सूंढ में मौजूद 47 स्टालेट्स की मदद से मच्छर इन्सान की त्वचा में काफी तेज गति से छेद करके खून चूसता है ।
डेंगू मच्छर की सूंढ में लगे इन स्टालेट्स की धार काफी तेज़ होती है । जिसकी वजह से ये आसानी से सख्त त्वचा में भी छेद करने में सक्षम होते हैं । लेकिन यह खून इसी स्टालेट्स वाली सूंढ से नहीं बल्कि दूसरी सूंढ से पीते हैं । इसका मतलब एक सूंढ का इस्तेमाल त्वचा में छेद करने और दूसरी सूंढ का इस्तेमाल यह त्वचा से खून निकालने के लिए करते हैं । जितने दांत डेंगू मच्छर के होते हैं उतने ही साधारण मच्छरों के होते हैं, जिसमें कोई अंतर नहीं होता है ।