ट्यूबलर बैटरी और जेल बैटरी में अंतर | Gel vs Tubular Battery in hindi

जेल बैटरी और ट्यूबलर बैटरी में अंतर के बारे में ही इस आर्टिकल में आपको बताया जायेगा । जेल बैटरी का इस्तेमाल आज के समय में अधिक मात्रा में नहीं किया जाता और इसके पीछे एक ही कारण है जिसके बारे में भी नीचे बतायेंगे । लेकिन अधिक मात्रा में तो ट्यूबलर बैटरी का ही इस्तेमाल किया जाता है ।

 

जेल बैटरी और ट्यूबलर बैटरी में अंतर :

आपको अच्छी तरह से समझ आये इसके लिए हम एक-एक करके सभी पॉइंट्स को कवर करके ही बताने वाले हैं ताकि आपको जेल बैटरी और ट्यूबलर बैटरी के बारे में पता चल सके बारीकी के साथ जोकि इस प्रकार है :

  • जेल बैटरी और ट्यूबलर बैटरी क्या है :

जेल बैटरी का नाम इसीलिए पड़ा है क्योंकि इसके अंदर जेल डाला जाता है और जेल में ही सभी की सभी प्लेट्स डूबी रहती है । जेल होने की वजह से ही इस बैटरी का नाम है जेल बैटरी । हलांकि इस बैटरी का पूरा नाम है जेल फ्लैट प्लेट बैटरी क्योंकि इस बैटरी के अंदर की प्लेट जालीदार होती है ।

Gel Battery vs Tubular Battery in hindi
Gel Battery vs Tubular Battery in hindi

ट्यूबलर बैटरी के अंदर जेल नहीं लिक्विड एसिड यानी की सल्फयूरिक एसिड डाला जाता है और इसी एसिड में ही सभी प्लेट्स डूबी रहती है । इसीलिए इस बैटरी को कहते हैं ट्यूबलर बैटरी । ट्यूबलर बैटरी के अंदर की सभी प्लेट्स ट्यूब जैसी और लम्बी होती है ।

  • प्लेट्स :

ट्यूबलर बैटरी के अंदर की प्लेट्स को ट्यूब जैसा आकार दिया जाता है और यही टयूब्स आकार में काफी लम्बी होती है और इन सभी ट्यूब को आपस में जोड़कर ही एक प्लेट जैसा आकार दिया जाता है । जेल बैटरी के अंदर की प्लेट्स को ट्यूब जैसा आकार नहीं दिया जाता यानी की इसके अंदर की प्लेट्स को जालीदार बनाया जाता है । लेकिन प्लेट्स को एक्टिव पदार्थ की मदद से ढक दिया जाता है ताकि प्लेट्स जैसा आकार मिल सके ।

  • लिक्विड :

जेल बैटरी के अंदर लिक्विड की बजाय जेल डाला जाता है जोकि काफी गाड़ा लिक्विड होता है । जेल गाड़ा होने की वजह से इस बैटरी को अच्छी तरह से ऊपर से सील कर दिया जाता है और जेल के लीक होने का खतरा नहीं होता । ट्यूबलर बैटरी के अंदर सल्फयूरिक एसिड और पानी का मिश्रण करके बैटरी के अंदर डाला जाता है । सल्फयूरिक एसिड के साथ पानी मिक्स होने की वजह से ये लिक्विड पतला होता है ।

  • पानी :

सल्फयूरिक एसिड और पानी मिश्रण वाला ये लिक्विड पतला होता है और बार-बार बैटरी के यूज होने पर पानी बार-बार सूखता रहता है । पानी बार-बार सूखने की वजह से पानी भी ट्यूबलर बैटरी के अंदर बार-बार डालना पड़ता है । जबकि जेल बैटरी के के अंदर पानी डालने की जरूरत नहीं होती है इसीलिए जेल बैटरी के सबसे ऊपर कोई भी होल नहीं दिया जाता है पानी डालने के लिए क्योंकि पानी डालने की जरूरत है ही नहीं ।

  • कीमत :

जेल बैटरी की कीमत काफी ज्यादा है जिसकी वजह से जेल बैटरी की जगह पर ट्यूबआर बैटरी का ही अधिकतर उपयोग किया जाता है । तकरीबन 90 प्रतिशत बैटरी तो ट्यूबलर बैटरी ही बिकती है । अगर आप जेल बैटरी को खरीद सकते हैं तो आप जेल बैटरी ही सेलेक्ट करें क्योंकि जेल बैटरी ट्यूबलर बैटरी ट्यूबलर बैटरी की तुलना में अधिक चलती हैं । ट्यूबलर बैटरी की की कीमत तो कम होती है लेकिन ये जेल बैटरी की तुलना में थोड़ी सी कम चलती है ।

  • जिन्दगी :

जिन्दगी का मतलब कौन सी बैटरी कितने लम्बे समय तक काम कर सकती है । जेल बैटरी ट्यूबलर बैटरी की तुलना में काफी समय तक चल पाती है । यानी की जेल बैटरी को 5 साल से भी अधिक समय तक उपयोग में लाया जा सकता है । जबकि ट्यूबलर बैटरी 5 साल से अधिक समय तक नहीं चल पाती । लेकिन अगर हम बैटरी का इस्तेमाल बहुत कम करते हैं तो बैटरी और भी लम्बे समय तक चल सकती है और ऐसा होता भी है ।

  • पर्यावरण पर असर :

ट्यूबलर बैटरी के यूज होने पर इसके अंदर पड़े हुए एसिड से हल्का सा धुआं बाहर निकलने लगता है जिसका असर पर्यावरण पर पड़ता है लेकिन असर कम ही पड़ता है । धुआं बाहर निकलने के लिए ट्यूबलर बैटरी के सबसे ऊपर फ्लोट इंडिकेटर पर छोटे से होल दिए जाते हैं और उसी होल से ही गैस बाहर निकलने लगती है । जबकि जेल बैटरी से गैस बनती ही नहीं जिसकी वजह से इस बैटरी को पूरी तरह से बंद यानी की सील ही कर दिया जाता है . इसीलिए जेल बैटरी पर्यावरण को थोड़ा सा भी नुक्सान नहीं पहुंचाती 

  • उपयोग :

जेल बैटरी और ट्यूबलर बैटरी दोनों का उपयोग आप कहीं भी कर सकते हैं । वैसे जेल बैटरी आपके लिए तभी बेस्ट है अगर आप कोई भी परेशानी उठाना नहीं चाहते हैं । क्योंकि जेल बैटरी को एक बार लगा देने के बाद इसकी तरफ बार-बार ध्यान देने की जरूरत नहीं पड़ती और इसके पुरी तरह से खत्म होने के बाद ही इसे बदलवाने की परेशानी उठानी पड़ती है । जबकि ट्यूबलर बैटरी का उपयोग अगर आप करते हैं तो आपको तकरीबन 3 महीने बाद बार-बार पानी डालना पड़ेगा और इसका ध्यान भी रखना पड़ता है कहीं ट्यूबलर बैटरी लीक तो नहीं हो गयी । क्योंकि ट्यूबलर बैटरी के अंदर खराबी होने की वजह से इसके अंदर पड़े हुए एसिड का लीक होने का खतरा हो जाता है । इसके आलावा ट्यूबलर को बदलने की जरूरत तो पड़ती ही है जब इसकी जिन्दगी खत्म हो जाती है तो ।

जेल बैटरी और ट्यूबलर बैटरी में से कौन सी बैटरी खरीदनी चाहिए :

वैसे ट्यूबलर बैटरी को आप सेलेक्ट कर सकते हैं क्योंकि इसकी कीमत सोलर बैटरी की तुलना में बहुत कम होती है लेकिन जेल बैटरी की कीमत अधिक तो होती है । लेकिन जेल बैटरी को खरीदने के बाद बार-बार कुछ करने की जरूरत नहीं होती है । इसके आलावा और कुछ भी ख़ास फीचर आपको देखने को नहीं मिलेगा ।

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