आज के इस आर्टिकल में हम आपको Type-C पोर्ट के बारे ही बारीकी के साथ बताने वाले हैं जैसे की टाइप-C पोर्ट क्या है, टाइप-C पोर्ट के प्रकार और टाइप-C पोर्ट के उपयोग के बारे में । हलांकि टाइप-C पोर्ट सबसे देरी से बनने वाला पोर्ट था पर बने हुए इसको तकरीबन 10 साल का समय हो चूका है ।
What is Type-C port in hindi | टाइप-C पोर्ट क्या है :
टाइप-C पोर्ट को कनेक्टर कहते हैं जो डिवाइस को दुसरे डिवाइस से कनेक्ट करवाने में मदद करता है जबकि बिना केबल के कुछ होता नहीं है क्योंकि इसका भी महत्तवपूर्ण काम होता है । लेकिन डिवाइस के अंदर डाटा पहुंचाना और पॉवर डिलीवरी करना यानी की विधुत देने के लिए तो टाइप-C पोर्ट काफी काम में आता है । हलांकि टाइप-C पोर्ट से पहले बनने वाले पोर्ट USB पोर्ट थे लेकिन उस पोर्ट की डाटा ट्रान्सफर स्पीड और पॉवरडिलीवरी स्पीड कम थी और आगे के समय में डाटा साइज़ में काफी बड़ा होने के कारण ऐसा पोर्ट बनाना था जिसमें अधिक डाटा और विधुत को डिलीवर करने में क्षमता रखने वाला हो । तो ऐसे में टाइप-C पोर्ट बना जिसमें अधिक क्षमता थी अधिक डाटा ट्रान्सफर करने में और विधुत बहाने में ।
Type-C port in hindi |
हलांकि टाइप-C पोर्ट को डिस्प्ले पोर्ट भी कहते हैं क्योंकि यह पोर्ट डिजिटल और एनालॉग सिग्नल को सपोर्ट करने में सक्षम है । डिजिटल या एनालॉग सिग्नल मॉनिटर में पहुंचाना होता है तभी तो मॉनिटर में दिखाई देता है तो ऐसे में टाइप-C पोर्ट काफी काम में आता है जोकि हाई क्वालिटी और अधिक से अधिक 8k रेसूलेशन वाली विडियो के सिग्नल को आसानी से सपोर्ट कर सकता है और मॉनिटर में पहुंचा सकता है ।
Type-C पोर्ट में कितनी pins होती हैं :
टाइप-C पोर्ट में कुल 24 पिन ही लगी होती हैं जिसमें से 12 पिन ऊपर की तरफ और 12 पिन नीचे की तरफ होती हैं जिसे दो चैनल में विभाजित किया है जिससे 12+12 पिन हुई यानी की कुल 24 पिन हैं । पिन की संख्या अधिक होने से डाटा और विधुत अधिक मात्रा में डिलीवर हो पाता है ।
टाइप-C पोर्ट और थंडरबोल्ट पोर्ट में अंतर :
हलांकि टाइप-C पोर्ट का उपयोग थंडरबोल्ट 3 या थंडरबोल्ट 4 की जगह पर भी किया जा सकता है क्योंकि दोनों का आकार एक जैसा ही होता है और पिन की संख्या भी एक जैसी ही होती है । लेकिन स्पीड में थोड़ा सा पीछे रह जाता है थंडरबोल्ट पोर्ट की तुलना में । टाइप-C पोर्ट और लेटेस्ट थंडरबोल्ट का आकार एक जैसा होने की वजह से इसको पहचाना नहीं जा सकता । इसी कारण से जिसे डिवाइस में टाइप-c पोर्ट या फिर थंडरबोल्ट पोर्ट लगाना होता है वहां पर अलग से लोगो साइड की तरफ चिपकाया जाता है ताकि हम जैसे लोगों को पता चल सके की यह पोर्ट टाइप-C पोर्ट है या फिर थंडरबोल्ट पोर्ट ।
Types of Type-C ports in hindi | टाइप-C पोर्ट के प्रकार :
टाइप-C पोर्ट के प्रकार कई देखने को मिलते हैं । टाइप-C पोर्ट के जितने भी प्रकार हैं उन सभी प्रकार के बारे में बारीकी के साथ बतायेंगे जोकि इस प्रकार है :
- Type-C 2.0 port
- Type-C 3.0 port
- Type-C 3.1 port
- Type-C 3.2 port
- Type-C 4.0 port
- टाइप-C 2.0 पोर्ट :
सबसे पहले बनने वाला पोर्ट तो टाइप-C 2.0 पोर्ट ही है जिसकी डाटा ट्रान्सफर स्पीड अधिकतम 480 gbit/s पर सेकंड है और अधिकतम पॉवर डिलीवरी 10 वॉट तक की है जोकि आज के महंगे स्मार्टफोन के लिए काफी नहीं है । अगर आप महंगा स्मार्टफोन खरीदने की सोच रहे हैं तो आप यह देख लें की टाइप-C 2.0 पोर्ट की बजाय टाइप-C 3.0 पोर्ट या फिर इससे लेटेस्ट वर्सन वाला पोर्ट ही हो जो हाई डाटा स्पीड और चार्जिंग स्पीड को सपोर्ट करता है ।
- टाइप-C 3.0 पोर्ट :
टाइप-C 2.0 पोर्ट के बाद टाइप-C 3.0 पोर्ट ही बना था जिसकी टेक्नोलॉजी टाइप-C 2.0 पोर्ट की तुलना में बेहतर थी । हलांकि अगर आप बजट से लेकर महंगा स्मार्टफोन खरीदने जा रहे हैं तो आप कोशिश करें की उसमें टाइप-C 3.0 पोर्ट या फिर इससे अधिक लेटेस्ट वर्सन वाला पोर्ट हो । वैसे टाइप-C 3.0 पोर्ट काफी बेस्ट है जिसकी टेक्नोलॉजी अभी बहुत पुरानी भी नहीं हुई है और स्पीड भी काफी तेज़ देखने को मिलती है । टाइप-C 3.0 पोर्ट की डाटा ट्रान्सफर स्पीड अधिक 5 gbit/s तक की है जोकि काफी तेज़ है और पॉवर डिलीवरी अधिकतम 60 वॉट ( अधिकतम 20 वोल्ट और अधिकतम 3 amps ) वोल्ट है जोकि स्मार्टफोन और लैपटॉप के लिए काफी है ।
- टाइप-C 3.1 पोर्ट :
टाइप-C 3.0 पोर्ट के बाद टेक्नोलॉजी में और भी सुधार आया जिससे नया टाइप-c पोर्ट आया जिसका नाम है टाइप-C 3.1 पोर्ट जिसके आकार में कुछ भी चेंज नहीं किया गया । टाइप-C 3.1 पोर्ट की अधिक्त्र्म डाटा ट्रान्सफर स्पीड है 10 gbit/s और पॉवर डिलीवरी टाइप-C 3.0 पोर्ट जितनी है 60 वॉट । हलांकि टाइप-C 3.0 पोर्ट की तुलना में डाटा ट्रान्सफर स्पीड दुगनी गति से देखने को मिलती है टाइप-C 3.1 पोर्ट में ।
- टाइप-C 3.2 पोर्ट :
अधिक पॉवर को सपोर्ट करने के लिए नया टाइप-c पोर्ट बनाया गया है जिसका पूरा नाम है टाइप-C 3.2 पोर्ट । हलांकि टाइप-C 3.2 पोर्ट की डाटा ट्रान्सफर स्पीड अधिकतम 10 gbit/s तक की है जोकि टाइप-C 3.1 पोर्ट जितनी ही देखने को मिलती है । लेकिन टाइप-C 3.2 पोर्ट की खाशियत यह है की यह अद्गिक्तं 100 वॉट तक के पॉवर को डिलीवर कर सकता है जोकि लैपटॉप चार्ज के लिए एकदम बेस्ट है ।
- टाइप-C 4.0 पोर्ट :
अबतक का सबसे लेटेस्ट टेक्नोलॉजी पर बना हुआ टाइप-c पोर्ट टाइप-C 4.0 ही है और इसी पोर्ट की कीमत बाकी के टाइप-c पोर्ट की तुलना में सबसे अधिक है । इसी कारण से कम ही डिवाइस में टाइप-C 4.0 पोर्ट का इस्तेमाल करती हैं कंपनियां । डाटा ट्रान्सफर स्पीड सबसे ज्यादा तो यही टाइप-c पोर्ट ही सपोर्ट करती है जिसकी अधिकतम डाटा ट्रान्सफर स्पीड है 40 gbit/s जोकि काफी अधिक है । लेकिन टाइप-C 4.0 पोर्ट की अधिकतम पॉवर डिलीवरी 100 वॉट तक की है जोकि टाइप-C 3.1 और टाइप-C 3.2 पोर्ट पोर्ट जितनी ही है लेकिन डाटा ट्रान्सफर सीड सभी टाइप-c पोर्ट की तुलना में काफी तेज़ है ।