5G कब लांच होगा भारत में । इसी के बारे में मैं आपको इस आर्टिकल में बताने वाला हूँ विस्तार के साथ । 5G नेटवर्क आने से पहले 5G स्मार्टफोन मार्किट में आ चुके हैं जिसमें से काफी सारे लोगों ने 5G स्मार्टफोन को खरीद भी लिया है लेकिन इसका फायदा उतनी देर तक नहीं होगा जितनी देर तक भारत मे 5G नेटवर्क कनेक्टिविटी ना मिल जाये । इसीलिए इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं 5G kab launch hoga यानी कि भारत में 5G कब आएगा ।
5G कब आएगा india में | 5g launch in india :
भारत में 5G साल के अंत तक लांच कर दिया जाएगा जबकि इसमें इतना समय तो स्पेक्ट्रम खरीदने में, सरकार से मंजूरी लेने और कुछ और काम कम्पलीट करने में लग जायेगा । लेकिन साल के अंत तक ही हमको 5g नेटवर्क चलाने का अधिकार मिलेगा इससे पहले तो सिर्फ हमको बताया जाएगा । हो सकता है साल के अंत से पहले ही हमको 5g नेटवर्क चलाने का ऑप्शन मिल जाये । हलांकि 5G नेटवर्क यूजर को देने से पहले सरकार की तरफ से लाइसेंस लेना पड़ता है जिसमें सरकार की तरफ से स्पेक्ट्रम की बोली लगती है । उसी के हिसाब से स्पेक्ट्रम को बेच दिया जाता है टेलीकॉम कंपनियों को ।
बोली के हिसाब से ही कम फ्रीक्वेंसी से लेकर हाई फ्रीक्वेंसी वाले बैंड टेलीकॉम कंपनियों को मिल पाते हैं । 526 मेगा हर्ट्ज से लेकर 2.8 गीगाहर्टज तक के बैंड टेलिकॉम कंपनियों को बेचे जाते है यानी कि लाइसेंस दिया जाता है । जिस टेलीकॉम कंपनी को जो बैंड दिया जाता है वही सेम बैंड दूसरी टेलीकॉम कंपनी को नहीं मिलता । इसी वजह से टेलीकॉम कंपनी की बोली लगती है जो सबसे अधिक पैसा देगा उसी को ज्यादा बैंड और जो कम पैसा देगा उसको कम फ्रीक्वेंसी बैंड दिया जाता है । हाई फ्रीक्वेंसी होने की वजह से स्पीड काफी ज्यादा मिलती है लेकिन रेंज कम पड़ जाती है ।
स्पेक्ट्रम खरीदने के लिए कुल तीन बड़ी-बड़ी कंपनियां भाग लेने वाली हैं जिसमें से हैं जिओ, एयरटेल और वोडाफोन आईडिया । इसमें से पिछले समय में जिओ ने 4g लाने से पहले स्पेक्ट्रम में सबसे अधिक बोली लगाई और उसी को हाई फ्रीक्वेंसी बैंड दिया गया जिससे स्पीड काफी अच्छी खासी देखने को मिली लेकिन रेंज कम होने के कारण दूर तक स्पीड नहीं मिल पाती थी । अब इस साल ऐसा लगता है कि फिर से जिओ कंपनी की तरफ से ही सबसे अधिक बोली लगाने वाली है स्पेक्ट्रम को ख़रीदने के लिए । हलांकि स्पेक्ट्रम के अंदर अलग-अलग फ्रीक्वेंसी के हिसाब से अलग-अलग टेलीकॉम कंपनियों को बैंड दिए जाते हैं । जैसे रॉड को दो हिसों में करके आने-जाने का रास्ता तय किया जाता है ताकि एक्सीडेंट और ट्रैफिक कम हो ठीक वैसे ही इसमें अलग-अलग फ्रीक्वेंसी अलग-अलग टेलीकॉम कंपनियों को दी जाती हैं । क्योंकि एक ही कंपनियों को सेम फ्रीक्वेंसी बैंड देने से प्रॉब्लम खड़ी हो जाती है जो हम अलग से आर्टिकल लिखेंगे स्पेक्ट्रम के ऊपर ।
5G किस शहरों में देखने को मिलेगा :
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्यूनिकेशन के द्वारा सबसे पहले कुल 13 राज्यों में 5G नेटवर्क को फैलाया जाएगा जिसमें से राज्यों के नाम हैं अहमदाबाद, बेंगलुरु, दिल्ली, चंडीगढ़, गांधी नगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, जामनगर, कोलकाता, चेन्नई, लखनऊ, पुणे और मुम्बई । 13 राज्यों के अंदर जो भी छोटे-छोटे गांव होंगे वहां पर 5G नेटवर्क हमको जल्दी से देखने को नहीं मिलेगा । इसके बाद ही धीरे-धीरे पूरे भारत में 5G नेटवर्क को पूरी तरीके से फैला दिया जाएगा ।
5G नेटवर्क के बारे में :
5G नेटवर्क की रेंज अब तक के नेटवर्क में से सबसे कम है लेकिन स्पीड सबसे ज्यादा है । 5G नेटवर्क होने की वजह से अगर टेलीकॉम कंपनियां हाई फ्रीक्वेंसी वाला बैंड के तहत 5g सेवा दे रही है तो इसकी रेंज कम होगी जिसके लिए अधिक टॉवर लगाने पड़ेंगे । परन्तु स्पीड काफी जबर्दस्त देखने को मिलने वाली है । हाल ही में एयरटेल टेलिकॉम कंपनी ने 5g का स्पीड टेस्ट किया था जिसमें डाउनलोड स्पीड अधिकतम 1Gbps और अपलोड स्पीड अधिक 100 Mbps देखने को मिली थी । लेकिन जब अधिकतर लोग 5g नेटवर्क को यूज करने लग जाएंगे तब इसकी स्पीड कम हो जाएगी जैसे-जैसे लोग 5g से जुड़ते रहेंगे और नेटवर्क चलाते रहेंगे । जिओ, एयरटेल, वोडाफोन आईडिया टेलिकॉम कंपनियों की तरफ से हमें सबसे पहले 5G सेवा इस्तेमाल करने का मौका मिलेगा । जबकि बाकी की कंपनियां बाद में ही लाएगी जोकि हमेशा देरी से ही लांच करती हैं जैसे कि bsnl ।