कूल सर्वे एप्लीकेशन को चलाने वाले यूजर्स की संख्या काफी कम है क्योंकि इसके डाउनलोड की संख्या ही अभी 50 हजार के पर गई है । कम डाउनलोड हासिल करने का मतलब यह नहीं हो सकता कि कूल सर्वे एप्लीकेशन फेक होगी बल्कि यह नई होने की वजह से रियल हो सकती है और इसकी आशंका हो सकती है ज्यादा ।
कूल सर्वे एप्लीकेशन रियल ही है । ऐसा मैंने इसीलिए कहा क्योंकि बहुत से यूजर्स ने यहाँ से पैसा बनाया और यहाँ से निकाला भी है । लेकिन इस कूल सर्वे एप्लीकेशन से थोड़ी अमाउंट में पैसा निकालने की कोई सुविधा नहीं मिलती । 10 डॉलर्स ही कम से कम यूज़र यहाँ से ले सकता है और उसे वह केवल फ्ल्लिप्कार्ट में ही ट्रान्सफर कर सकता है । फ्लिप्कार्ट के अलावा amazon में पैसा ट्रान्सफर करना हो तो यूजर को 12 डॉलर्स कम्म से कम इस कूल सर्वे एप्लीकेशन से कमाने होंगे टास्क कम्पलीट करके ।
फ्लिप्कार्ट और amazon के अलावा कोई अन्य प्लेटफार्म नहीं जहाँ से आप ट्रान्सफर करना चाहते हों । कूल सर्वे एप्लीकेशन बनाने वाली कंपनी यूजर को पैसा देने के लिए फ्लिप्कार्ट या amazon का वाउचर कोड देती है और वह कोड फ्लिप्कार्ट या amazon के वॉलेट में जाकर जमा करना होता । जिससे उसी फ्लिप्कार्ट या amazon के वॉलेट में पैसा जमा हो जाता है वो भी उसी वक्त ।
तब तो आपको पता चला कि कूल सर्वे एप्लीकेशन रियल है । नई earning एप्लीकेशन तो ज्यादातर रियल ही होती है । लेकिन आने वाले समय के हिसाब से कूल सर्वे एप्लीकेशन के रियल और फेक बारे कुछ नहीं कहा जा सकता है ।