प्रोसेसर कंप्यूटर, लैपटॉप के लिए अलग बनाये जाते हैं जबकि स्मार्टफोन,टेबलेट्स के लिए अलग । लेकिन देखा जाए तो एक दूसरे प्रोसेसरों का इस्तेमाल एक दूसरे डिवाइस में नहीं किया जाता है । कहने का मतलब मेरा यह है कि जो प्रोसेसर स्मार्टफोन में इस्तेमाल किया जाने वाला प्रोसेसर अलग होता है जबकि कंप्यूटर में इस्तेमाल किया जाने वाला प्रोसेसर अलग । इसीलिए मैं आपको इस आर्टिकल मैं काफी कुछ बताने वाला हूं जैसे कि मोबाइल प्रोसेसर क्या है और यह कैसे काम करता है तो चलिए अब हम शुरू करते हैं ।
What is mobile processor in hindi |
What is Mobile processor in hindi | मोबाइल प्रोसेसर क्या है :
प्रोसेसर बिल्कुल इंसान के दिमाग की तरफ ही काम करता है और प्रोसेसर को बनाने की प्रेरणा भी तो इंसान के दिमाग से ही मिली थी । जैसे इंसान का दिमाग पूरे शरीर को कंट्रोल करता है कब क्या करना है और सिस्टम को कंट्रोल करना इत्यादि ठीक वैसे ही स्मार्टफोन को कंट्रोल किया जा सके और आपके काम को पूरा करे इसके लिए सभी स्मार्टफोन में प्रोसेसर को लगाया जाता है इसीलिए जी प्रोसेसर को स्मार्टफोन के लगाया जाता है उस प्रोसेसर को आप मोबाइल प्रोसेसर भी कह सकते हैं ।
दोस्तो देखा जाए तो प्रोसेसर एक प्रोसेसर ही होता है और उनका काम करने का तरीका भी एक जैसा ही होता है बस अंतर यही होता है कि स्मार्टफोन में इस्तेमाल किया जाने वाला प्रोसेसर को काफी छोटा बनाया जाता है और उसे बनाया जाता है कि वह एंड्राइड वर्ज़न पर चल सके और वह प्रोसेसर चला सके एप्लीकेशन को जबकि कुछ स्मार्टफोन के लिए प्रोसेसर ऐसे भी होते हैं जो ios वर्ज़न पर भी चलते हैं । अगर आप इसकी तुलना कंप्यूटर प्रोसेसर के साथ करते हैं तो कंप्यूटर प्रोसेसर सॉफ्टवेयर को चलाने के लिए बनाए जाते हैं और इनका आकर मोबाइल प्रोसेसर से काफी बड़ा होता है ।
How mobile processor works in hindi | मोबाइल प्रोसेसर कैसे काम करता है :
मैं आपको बिल्कुल आसान से शब्दों में बताऊंगा की मोबाइल प्रोसेसर कैसे काम करता है । सबसे पहले शुरुआत आपसे से ही होती है जब आप टच करते हैं स्मार्टफोन में या फिर कोई एप्लीकेशन खोलने के लिए टच करते हैं तब आपकी सूचना यानी कि आपकी कमांड सीधा ही प्रोसेसर के पास जाती है जिसके बाद आपकी तरफ से आई हुई कमांड्स को प्रोसेसर ले लेता है जिसके बाद प्रोसेसडोर उस डेटा ढूढने लगता है जिस एप्लीकेशन को आपने खोलने के लिए टच किया था । जिस एप्लीकेशन को आप खोलना चाहते थे जिसके लिए आपने बटन दबाया था उस एप्लीकेशन का डेटा पड़ा होता है ROM के अंदर यानी कि रीड ओनली मैमोरी के अंदर यानी कि इंटरनल मैमोरी के अंदर । बस इसी इंटरनल मैमोरी में पड़े एप्लीकेशन का डेटा सीधा रैम की मैमोरी में जमा हो जाने के बाद प्रोसेसर रैम की मैमोरी के अंदर पड़े डेटा को एक्सेस करके यानी कि यूज़ करके उसी एप्लीकेशन को खोलता है ।
रैम की मैमोरी में यानी कि रैम में एप्लिकेशन का डेटा इसीलिए जमा होता है ताकि आप लगातार एप्लीकेशन को यूज़ कर सके जिससे अगर आप बिना एप्लीकेशन बंद किये सीधा ही बाहर आ जाते हैं उसके बाद कुछ समय बाद अगर आप फिर से उसी एप्लीकेशन को खोलते हैं तो एप्लीकेशन वही खुलती है जहां पर आपने आखिरी बार चलाया था । वैसे कुल मिलाकर देखा जाए तो प्रोसेसर का काम बस होता यही है कि आपके द्वारा दिये गए काम को करना यानी कि जिस एप्लिकेशन को आप चलाना चाहते हैं उस एप्लीकेशन को चलाकर देना वगैरा-वगैरा ।
मोबाइल प्रोसेसर के वर्ज़न :
स्मार्टफोन दो वर्ज़न पर चलते हैं एंड्राइड वर्ज़न पर और ios वर्ज़न पर । वैसे इनके कोई स्पेशल नाम नहीं होते हैं औऱ ना ही कोई प्रकार । लेकिन ये स्मार्टफोन के वर्ज़न पर आधारित होते हैं इसीलिए इनको बनाया गया है । इनके बारे में भी आप पॉइंट्स की मदद से जान पाएंगे जो कि इस प्रकार हैं :
- एंड्राइड वर्ज़न के लिए प्रोसेसर :
जो स्मार्टफोन एंड्राइड वर्ज़न पर चलते हैं उनके लिए अलग प्रोसेसर को बनाया जाता है अगर देखा जाए तो एप्पल कंपनी की तरफ से बनाये गए जितने भी स्मार्टफोन होते हैं वे सभी ios वर्ज़न पर चलते हैं इसीलिए जो प्रोसेसर बनाये गए हैं एंड्राइड जैसे स्मार्टफोन के लिए वही प्रोसेसर एप्पल कम्पनी की तरफ से बनाये गये स्मार्टफोन में नहीं चलते हैं एप्पल कंपनी की तरफ से बनाये गए स्मार्टफोन ios वर्ज़न पर ही चलते हैं जबकि ये प्रोसेसर सिर्फ एंड्राइड वर्ज़न पर ही चलने के लिए बनाए गए हैं ।
अब आप कैसे पहचानेंगे की कौन सी कंपनियां ऐसी हैं जो प्रोसेसर बनाती हैं एंड्राइड वर्ज़न पर चलने के लिए । तो इसके लिए आपको इतना कुछ देखने की जरूरत नहीं है क्योंकि एप्पल कंपनी की शोड़कर बाकी जितनी भी प्रोसेसर बनाने वाली कंपनियां हैं वे सभी कंपनियां ऐसे ही प्रोसेसर बनाती हैं जो एंड्राइड वर्ज़न पर चल सके यानी कि एंड्रोइड स्मार्टफोन के लिए बनाती हैं । एंड्राइड स्मार्टफोन के लिए प्रोसेसर बनाने वाली कंपनियों के नाम हैं जो कि इस प्रकार :
- क्वालकॉम स्नैपड्रैगन
- मीडियाटेक
- किरिन
- IOS वर्ज़न के लिए प्रोसेसर :
Ios वर्ज़न पर चलने वाले प्रोसेसर सिर्फ एप्पल कंपनी की तरफ से ही बनाये जाते हैं और उन प्रोसेसरों का इस्तेमाल ऐसे ही स्मार्टफोन में किया जाता है जो ios वर्ज़न पर चलते हैं, एप्पल कंपनी की तरफ से बनाये गए और ios वर्ज़न पर चलने वाले और इसी वर्ज़न को सपोर्ट करने वाले प्रोसेसर के नाम जो कि इस प्रकार है :
- A1
- A2
- A3
- A4
- A5
- A6
- A7
- A8
- A9
- A10
- A11
- A12
- A13
ये प्रोसेसर के मॉडल हैं जो को सिर्फ ios वर्ज़न पर चलने वाले प्रोसेसर होते हैं इसीलिए इसका इस्तेमाल सिर्फ एप्पल कंपनी के स्मार्टफोन में ही किया जाता है । सिर्फ एप्पल कंपनी के ही स्मार्टफोन में इसका इस्तेमाल इसीलिए किया जाता है क्योंकि ios वर्ज़न पर जितने भी स्मार्टफोन चलते हैं वे सभी स्मार्टफोन एप्पल कंपनी की तरफ से ही बनाये जाते हैं ।
मोबाइल प्रोसेसर कंप्यूटर में लगाए जा सकते हैं :
जी नहीं दोस्तो जो प्रोसेसर बनाये जाते हैं मोबाइल के लिए उस प्रोसेसर को कंप्यूटर या फिर लैपटॉप में नहीं लगाये जाते हैं क्योंकि कंप्यूटर और लैपटॉप बनाये गए हैं सॉफ्टवेयर को चलाने के लिए जबकि स्मार्टफोन बनाये गए हैं एप्लीकेशन को चलाने के लिए इसीलिए स्मार्टफोन के लिए बनाये गए प्रोसेसर ऐसे होते हैं जो कि एप्लीकेशन को चलाने में ही सहायक होते हैं और स्मार्टफोन का वर्ज़न अलग होता है कंप्यूटर और लैपटॉप से जबकि कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर चलने होते हैं इसीलिए मोबाइल प्रोसेसर का इस्तेमाल कंप्यूटर और लैपटॉप में नहीं किया जाता है ।
मोबाइल प्रोसेसर में Ghz क्या होता है :
मोबाइल प्रोसेसर हो या फिर कंप्यूटर प्रोसेसर उसके साथ में यानि की प्रोसेसर के साथ में Ghz जरुर लिखा होता है । Ghz का होता है गीगाहर्ट्ज़ दर्शाता है की प्रोसेसर की या फिर मोबाइल प्रोसेसर की स्पीड कितनी है कैलकुलेशन की । अगर कैलकुलेशन करने की स्पीड तेज़ है तो इसका मतलब वह मोबाइल प्रोसेसर भी काम तेज़ गति से काम करेगा । Ghz के साथ में मोबाइल प्रोसेसर की वैल्यू भी साथ में लिखी होती है जैसे की 1.0Ghz, 2.0Ghz, 2.2Ghz इत्यादि । जैसे-जैसे Ghz के साथ वैल्यू अधिक होगी यानि की नंबर अधिक होंगे ठीक वैसे ही उस मोबाइल प्रोसेसर की कैलकुलेशन करने की स्पीड भी तेज़ होगी यानि की काम करने की स्पीड भी तेज़ होगी ।
मोबाइल में प्रोसेसर क्या काम होता है :
मोबाइल में आप एप्लीकेशन को खोलने के लिए टच करते हैं या फिर आप कोई भी सेटिंग्स को खोलते हैं या स्मार्टफ़ोन अपने आप चालू होता है अलार्म अपने आप बजता है आपके टाइम के सेट करने के बाद बैटरी बैकअप कितना है दिखाना हो ये सब काम मोबाइल के अंदर लगे मोबाइल प्रोसेसर का ही होता है ताकि आपके सभी काम को पूरा कर सके और आपकी एप्लीकेशन को चलाने में मदद करे और भी बहुत कुछ ।
मोबाइल प्रोसेसर बनाने वाली कंपनियों के नाम :
- क्वालकॉम स्नैपड्रैगन
- मीडियाटेक
- किरिन
- एप्पल
- सैमसंग एक्सिनोस