करंट क्या है | विधुत धारा क्या है | करंट के प्रकार

इलेक्ट्रिक करंट क्या है, हलांकि कुछ लोग जानना चाहते हैं करंट के बारे में जबकि कुछ लोगों के मन में कंफ्यूजन बना है जो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ लेने के बाद दूर हो जाएगा । यहां इस आर्टिकल में मैं जितना हो सके सारे पॉइंट्स समझाने वाला हूँ करंट के बारे में । मुझे पूरा विश्वास है कि आपको “current kya hai” या “करंट क्या है” और “करंट के प्रकार” इसके बारे में अच्छी तरह से पता चल जाएगा इस आर्टिकल को पूरा पढ़ लेने के बाद तो चलिए जानते हैं “विधुत धारा क्या है” और “विधुत धारा के प्रकार” के बारे में ।

कुछ लोग इन्टरनेट पर ये सर्च करते हैं “करंट क्या है” तो कुछ लोग सर्च करते हैं “विधुत धारा क्या है” । क्या ये दोनों एक ही होते हैं या अलग-अलग, ये सभी प्रोब्लेम्स आपकी अब दूर हो जाएगी इस आर्टिकल में ।

Current क्या है | विधुत क्या है :

करंट को इंग्लिश में करंट जबकि हिंदी में इसे धारा के नाम से जाना जाता है । आप इस बात को जरूर ध्यान रखें करंट को करंट के नाम से ही नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक करंट के नाम स पुकारा जाता है । ऐसा इसीलिए की इंग्लिश का करंट शब्द जिसे हिंदी में धारा कहा जाता है तो धारा का मतलब होता है किसी चीज़ को तेज गति से आगे फेंकना जैसे कि जल को अगर फेंका जाए तो उसे जल धारा कहते हैं । ठीक वैसे ही विधुत को जब आगे की और धकेला जाता है या विधुत को जब भेजा जाता है तब उसे विधुत धारा के नाम से जाना जाता है ।

विधुत धारा को इंग्लिश में इलेक्ट्रिक करंट कहते हैं । मोटा-मोटा देखें तो अधिकतर में ऐसे ही हम कह देते हैं कि उपकरण में करंट आ रहा है यानी उपकरण में विधु धरा बह रही है । परन्तु साथ में इलेक्ट्रिक शब्द को भी जोड़ना जरूरी हो जाता है तभी तो पता चलता है कि विधुत के बारे में बात की जा रही है । दूसरी तरफ अगर देखें तो अगर विधुत नहीं बह रहा तो उसे हम विधुत या इलेक्ट्रिक ही कहेंगे । लेकिन जब विधुत बह रहा है तो उसे हम विधुत धारा कहेंगे । सबसे बड़ी प्रॉब्लम यही पॉइंट्स को समझने में हो जाती है जो आपको ध्यान देना है । मुझे विश्वास है कि आपको बारीकी से पता चल गया होगा ।

करंट क्या है
करंट क्या है

Electric करंट क्या है | विधुत धारा क्या है :

इलेक्ट्रिक करंट जो इलेक्ट्रॉन्स का समूह होता है यानी कि जिसमें इलेक्ट्रॉन्स शामिल होते हैं हज़ारों-लाखों-करोड़ों-अरबों के हिसाब से । इलेक्ट्रॉन्स का बहना इसी को ही तो इलेक्ट्रिक करंट कहते हैं । किसी तांबे की तार में इलेक्ट्रॉन्स पहले से ही होते हैं लेकिन वह मूव होने में सक्षम नहीं होते जिससे अगर उसे किसी बल्ब से जोड़ें तो करंट नहीं बहेगा और इसे हम कहेंगे तार में इलेक्ट्रिक करंट नहीं है । दूसरी तरफ अगर इसी ताम्बे की तार के अंडे पड़े हुए इलेक्ट्रॉन्स को चुम्बक की मदद से मूव किया जाता है तो इलेक्ट्रॉन्स मूव होने लगते हैं जिसे हम कहेंगे कि यह इलेक्ट्रिक करंट है जो तार में बन रहा है । इसीलिए मैंने ये कहा बहते हुए इलेक्ट्रॉन्स को ही इलेक्ट्रिक करंट कहते हैं अगर इलेक्ट्रॉन्स एक ही जगह पर खड़े रहे तो हम उसे इलेक्ट्रिक करंट नहीं कहेंगे ।

जैसे कि हमने ऊपर “करंट क्या है” इस पॉइंट में बताया था कि केवल करंट नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक करंट कहा जाता है ताकि ये पता चले कि विधुत के बारे में बात की जा रही है । क्योंकि करंट जिसे हिंदी में धारा कहते हैं और ये धारा दर्शाती है किसी चीज़ को फेंकने को । जैसे कि जल का गिरते जाना इसे कहेंगे जल धारा और करंट किसी तार में गुज़रते जाना या बहना, तो इसका मतलब विधुत धारा या इलेक्ट्रिक करंट ।

इलेक्ट्रिक करंट का मतलब :

इलेक्ट्रिक करंट जो इंग्लिश शब्द है जिसे हिंदी में विधुत धारा के नाम से जाना जाता है । अधिकतर लोग इलेक्ट्रिक करंट के बारे में सुनते हैं जिसकी वजह से लोग विधुत धारा के शब्द को भूल जाते हैं । इलेक्ट्रिक का मतलब विधुत यानी कि बिजली और करंट का मतलब होता है धारा यानी कि प्रवाह जैसे कि प्रवाह होना । हलांकि विधुत का ना बहना उसे हम इलेक्ट्रिक करंट नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक ही कहेंगे यानी कि हम उसे केवल विधुत ही कहेंगे ।

करंट के प्रकार | विधुत के प्रकार :

इलेक्ट्रिक करंट के प्रकार कुल दो होते हैं और दोनों इलेक्ट्रिक करंट का उपयोग किया जाता है आज के समय में । दोनों करंट में से किसी भी एक करंट के बिना कुछ उपकरण नहीं चल पाते । विधुत के प्रकार यानि की “करंट के प्रकार” इस तरह हैं :

  • DC करंट :

दुनिया में सबसे पहले बनने वाला इलेक्ट्रिक करंट का प्रकार DC करंट ही था । DC जोकि सबसे पहले बनने वाला इलेक्ट्रिक करंट था और DC करंट जिसका पूरा नाम है डायरेक्ट करंट । जोकि एक ही दिशा में आगे की और या फिर पीछे की बढ़ता रहता है । DC करंट जो बार-बार बढ़ने की दिशा चेंज नहीं करता । DC करंट के अंदर कुछ खूबियां हर कमियां भी थीं । जैसे कि DC करंट जिसे हम बैटरी में जमा करके रख सकते हैं लेकिन इसका उपाय हम तब नहीं कर सकते जब दूर-दूर जगह तक बिजली पहुंचानी होती थी क्योंकि इसका वोल्टेज काफी कम हो जाता है और विधुत काफी मात्रा में व्यर्थ चला जाता था । DC करंट के बारे में और जानें

  • AC करंट :

DC करंट के बाद AC करंट ही बना जिसका पूरा नाम है अल्टरनेटिंग करंट। AC करंट कामयाब रहा क्योंकि इसका उपयोग हम तब कर सकते थे जब हमको दूर-दूर तक बिजली पहुंचानी होती थी । लेकिन इसके साथ ट्रांसफॉर्मर की जरूरत पड़ती थी । AC करंट यानी कि AC इलेक्ट्रिक करंट जिसे हम बैटरी में जमा नहीं कर सकते क्योंकि यह बार-बार अपनी दिशा बदलता रहता है और ऐसा क्यों और इसका कारण क्यों, इसके लिए आपको अलग AC करंट के बारे में आर्टिकल पड़ना चाहिए आपको समझ आ जायेगा । AC के बारे में और जानें

नोट :

अधिकतर मामलों में होता ऐसा है कि करंट को बदलने की जरूरत पड़ जाती है जिस की AC करंट को DC करंट में बदलना या DC करंट को AC करंट में बदलना । इसके लिए रेक्टिफायर और इन्वर्टर दोनों में से किसी एक कि जरूरत पड़ती है । जैसे कि AC करंट को DC करंट में बदलने के लिए रेक्टिफायर की और DC करंट को AC करंट में बदलने के लिए इन्वर्टर की जरूरत पड़ती है । हलांकि आपको AC और DC करंट में अंतर के बारे में जानना चाहिए आपको काफी कुछ सीखने को मिलेगा ।

इलेक्ट्रिक करंट का सिंबल :

इलेक्ट्रिक करंट का सिंबल ऊपर से नीचे की तरफ टेड़ा सा होता है जिसे आप सबसे ऊपर के चित्र में देख सकते हैं । इलेक्ट्रिक करंट के प्रकार दो हैं जैसे कि AC करंट और DC करंट दोनों का सिंबल अलग-अलग होता है । इसी सिंबल की वजह से ही हमें सर्किट के अंदर यह भी देखने को मिल जाता है कि कहां ac करंट प्रवाहित हो रहा है या dc करंट प्रवाहित हो रहा है लेकिन अधिकतर सर्किट में करंट का सिंबल नहीं दर्शाया जाता है । लेकिन इलेक्ट्रॉनिक के काम को समझाने के लिए dc और ac करंट का सिंबल जरूरी हो जाता है ।

1 एम्पियर में  कितने इलेक्ट्रॉन्स होते हैं :

इलेक्ट्रिक करंट में करंट को एम्पियर से मापा जाता है । एक एम्पियर का इलेक्ट्रिक करंट यानी कि एक एम्पियर इलेक्ट्रिक करंट एक सेकंड में कितने इलेक्ट्रॉन्स को बहा सकता है तो इसका हल है 6242000000000000000 । जीरो की संख्या कुल 15 हैं । इतने ही इलेक्ट्रॉन्स प्रवाह होते रहते हैं एक सेकंड में अगर एक एम्पियर का इलेक्ट्रिक करंट बह रहा है तो ।

इलेक्ट्रिक करंट की पॉवर :

इलेक्ट्रिक करंट के अंदर पॉवर है कितनी यह इसको हम वोल्टेज-एम्पियर के हिसाब से मापते हैं जैसे की 12 वोल्ट के साथ 3 एम्पियर का विधुत आ रहा है तो इसका मतलब 36 वॉट इलेक्ट्रिक करंट या विधुत धारा आ रही है क्योंकि वोल्टेज को एम्पियर के साथ गुना करने के बाद ही हमें वॉट की वैल्यू मिलती है ।

करंट लगने से क्या होता है :

किसी इंसान या जानवर को अगर इलेक्ट्रिक करंट का झटका लग जाये तो उस इंसान या जानवर के शरीर के अंदर का पानी सूख जाता है । पानी के अत्यधिकः सुख जाने से खून ज्यादा गाढ़ा हो जाता है, खून के ज्यादा गाढ़ा हो जाने से खून पूरे शरीर में दौड़ना रुक जाता है और आखिर में इंसान या जानवर की जान जा सकती है अगर इलेक्ट्रिक करंट का झटका जोरदार लगता है तो । कम झटके में इंसान या जानवर बच जाते हैं ।

इलेक्ट्रिक करंट के फायदे :

  1. किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को चलाया जाता है इलेक्ट्रिक करंट के माध्यम से
  2. इलेक्ट्रिक करंट जिसकी वजह से हमारी जिंदगी हो गयी काफी आसान
  3. इलेक्ट्रिक करंट का प्रकार DC करंट जिसे हम बैटरी में स्टोर करके रख सकते हैं बाद में इस्तेमाल करने के लिए

इलेक्ट्रिक करंट के नुकसान :

  1. हाई इलेक्ट्रिक करंट की चपेट में आने से इंसान की जान जोखिम में जा सकती है
  2. इलेक्ट्रिक करंट का प्रकार जैसे कि AC करंट जिसे हम बैटरी में जमा करके नहीं रख सकते

करंट के बारे में अन्य बातें :

करंट के प्रकार दो होने जी वजह से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के अंदर पाए जाने वाले कुछ पार्ट्स ऐसे होते हैं जो ac करंट पर तो चलते हैं लेकिन dc करंट पर नहीं जबकि कुछ dc करंट पर चलते हैं लेकिन ac करंट पर नहीं । जैसे कि ट्रांसफार्मर जो सिर्फ ac करंट पर ही काम काम करता है । जबकि इंडक्टर, डायोड, रेसिस्टर, ट्रांजिस्टर, मॉस्फेट जैसे पार्ट्स जो सिर्फ dc करंट पर ही चलते हैं । कैपेसिटर जो दोनों करंट पर चलनेके लिए अलग-अलग बनाये गए हैं ।

करंट के बारे में मेरी राय :

अगर कहीं भी इलेक्ट्रिक करंट की बात हो रही है तो उसमें भी यह देखना होता है कि आखिर किस प्रकार के करंट के बारे में बात की जा रही है । AC करंट या DC करंट दोनों में से किसी एक करंट के बारे में ही बात की जा रही होगी । मुझे विश्वास है कि आपको “करंट क्या है” और “करंट के प्रकार” के बारे में यानी कि विधुत धारा के बारे में काफी कुछ सीखने को मिला होगा । जिससे आपको गूगल में “करंट क्या है” और “करंट के प्रकार” के बारे में जानने के लिए नहीं जाना पड़ेगा ।

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